Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 67 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 25 Nov 2018 · 1 min read मतदाता जागरूकता "पहले मतदान" . नं.1 (खड़ी बोली हिन्दी) चूल्हा चौका बाद में, पहले हो मतदान। लोकतंत्र का कीजिए, सर्व प्रथम सम्मान।। सर्व प्रथम सम्मान, करे भारत की नारी। बहन, बेटियों और, बहू की... Hindi · कुण्डलिया 7 4 326 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 16 Sep 2020 · 2 min read अ से ज्ञ तक पढ़ लिख जाओ *अ* अरे आदमी तुझे क्या हुआ, *आ* आज बता क्यों है चकराया। *इ* इतना पागलपन क्यों छाया। *ई* ईटों के आवास बनाया।। *उ* उर में क्यों तू बस न पाया।।... Hindi · कविता 6 3 620 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 5 May 2020 · 1 min read मधुशाला -नया अवतार मधुशाला - नया अवतार नहीं जरूरत अस्पताल की, बंद रखो भी पठशाला। दवा खिला कर के क्या होगा, होंठ लगा दारू प्याला।। देखो क्या देंगे विद्यालय, कॉलेज के क्या लाभ... Hindi · गीत 6 1 367 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 15 Oct 2021 · 3 min read उत्सव अपना-अपना उस दिन नरेश बाबू के घर मे उत्सव का जबर्दस्त कार्यक्रम था। सभी मित्र रिश्तेदार घर आये हुए थे। नरेश बाबू के बेटे राज का जन्मोत्सव जो था। घर के... उत्सव - कहानी प्रतियोगिता · कहानी 5 3 313 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 2 May 2020 · 1 min read कोरोना से बचें बचाएं --कोरोना से बचें बचाएं-- लॉकडाउन में घर में रहकर, तोड़ें कोरोना चैन। सड़क बाजार बाहर न निकलें, न बाइक न ट्रैन।। बीमारी से बचना है तो, सात्विक जीवन अपनाएं; मदिरा-मांस... Hindi · कविता 5 2 274 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 21 Sep 2019 · 1 min read सोना सोना बहुत जरूरी है पर ज्यादा सोना ठीक नहीं। सोना मूल्यवान है लेकिन ज्यादा सोना ठीक नहीं।। सोना के पीछे मत भागो सोना सोना संग नहीं। अन्त समय जब ऊपर... Hindi · कविता 4 2 287 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 9 Oct 2021 · 3 min read हिन्दी वर्णमाला पच्चासा *हिन्दी वर्णमाला पच्चासा* दोहा:- *अ आ इ ई* सीखिये, स्वर व्यंजन पहचान। अक्षर भाषा मूल है, शब्द वाक्य फिर जान।। चौपाई:- 【अ】*अ आ इ ई ऊ ऊ* सीखें। जैसे बोलें... Hindi · कविता 4 2 477 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 22 May 2020 · 3 min read प्रवासी मजदूरों की मजबूरी असमंजस की स्थिति। कोरोना महामारी की परिस्थिति।। लॉक डाउन अचानक। जी घबराया धक धक।। काम धंधा सब बंद। रोजी रोटी का चल पड़ा मन मे अंतर्द्वंद्व। मेहनत कर खाने वाले।... Hindi · कविता 4 1 365 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 10 May 2020 · 2 min read मधुशाला-नया अवतार-2 मधुशाला -नया अवतार -1 तब लिखा गया था जब लोग शराब ठेका की लाइन में लगे हुए थे। अब मधुशाला-नया अवतार -2 परीक्षण उपरांत लिखा गया है। पीने के बाद... Hindi · गीत 4 4 322 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 14 Feb 2020 · 2 min read जीवन सफल बना डालें प्यार-मोहब्बत इश्क-विश्क ये दिल की बातें बहुत हुई जिससे मिलती रोजी-रोटी अपनी ड्यूटी कर पा लें। जीवन सफल बना डालें।। असफलता से डरें नहीं हम बारम्बार प्रयास करें । मिले... Hindi · कविता 3 456 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 21 Sep 2019 · 1 min read सजना आता नही है उसको सजना। लेकिन भाता उसको सजना।। मैं तो कहता हूँ तू सज ना । सजना ही तो तेरा सजना।। कहती सजना के हित सजना। तन-मन से है... Hindi · कविता 3 2 254 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 16 Oct 2021 · 1 min read कुण्डलियां कैसे लिखें कुण्डलियां कैसे लिखें, सुनो ध्यान से तात। पहले दोहा एक लिख, करें नीति की बात।। करें नीति की बात, यहीं से रोला कहिए। दोहा का जो अंत, चरण रोला का... Hindi · कुण्डलिया 3 2 370 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 5 Jun 2017 · 1 min read पेड़ों की पुकार वृक्ष कहते हमें तुम मत काटो, हमे काटना अपने आप को काटना है I हमे उजाड़ कर, अपना घर बसाना. घर बसाना नहीं ये उजाड़ना है II . देश की... Hindi · कविता 2 1 578 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 21 Sep 2019 · 1 min read जान तुम जान ही लो गी। या जान ही लो गी।। सच बता मेरी जान ; क्या जान ही लोगी।। ©'कौशल' ______________ जान = जानना, जान लेना जान = प्राण ले... Hindi · मुक्तक 2 2 568 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 22 Sep 2019 · 1 min read रोटी दो भूख लगी है रोटी दो। (खाना दो) अधिक नहीं बस रोटी दो।। (2 रोटियां) खुद के हाथों ही खा पाऊं; मुझको रोजी रोटी दो।। (जीविका) रोटी बेली पोई दो। {हथपोई... Hindi · मुक्तक 2 1 269 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 22 Sep 2019 · 1 min read मिटती न खार हैं बार बार मार खाये, फिर भी न शरमाये, पाक बेशरम बना, बड़ा लतमार है । लड़ता है बेवकूफ, ईर्ष्या में जल रहा, टुकड़ों मे पल रहा, बहे मुँह लार है... Hindi · घनाक्षरी 2 283 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 11 Oct 2019 · 1 min read खाता खाता रहता बैंक में, खाता घर मे जाय। खाता बी-वन में रहे , खाता नही अघाय।। खाता नहीं अघाय, है खाता चक्कर भारी। खाता है ई-मेल, व खाता रखे उधारी।।... Hindi · कुण्डलिया 2 1 500 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 12 Oct 2019 · 1 min read तुझ मे डूब जाऊँ ऐसा ठान न ले ऐ दिल की रानी मेरी जान न ले। जल मे उतरने मुझे तान न ले।। तैरना तो जल में मैं जानता हूँ; तुझ पे डूब जाऊं ऐसा ठान न ले।। Hindi · मुक्तक 2 514 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 14 Oct 2019 · 1 min read दशरथ माझी दशरथ माझी हौसला, दशरथ माझी चाह। जो पहाड़ को साध कर, बना सके भी राह।। बना सके भी राह, भले वह चले अकेला । जहाँ चाह तह राह, साथ लग... Hindi · कुण्डलिया 2 306 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 2 Nov 2019 · 1 min read खेल-खेल में खेल-खेल मे कीजिए, तन-मन से सब काम। हँसी-खुशी से जीतिए, जीवन का संग्राम।। जीवन का संग्राम, कभी मत हार मानिये। कट्टरता को छोड़, प्रेम का धर्म जानिए।। कह 'कौशल' समझाय,... Hindi · कुण्डलिया 2 1 257 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 3 Jan 2019 · 1 min read प्रथम शिक्षिका सावित्रीबाई फुले भारत की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले जी के जन्मदिवस पर सादर नमन फुले सावित्री ज्योतिबा, को कर लें हम याद, प्रथम शिक्षिका देश की, जिनका नही है दाद। जिनका... Hindi · कुण्डलिया 2 1 229 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 3 Nov 2019 · 1 min read एक साल में एक साल में कट गए, देख हजारों साल।१,२ बेजुबान को साल मत, साल करे बेहाल।।३,४ साल करे बेहाल, साल मछली भी होती।५ बिगड़े पेरुवा साल, खाट की पाटी रोती।।६ देखें... Hindi · कुण्डलिया 2 321 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 8 Nov 2019 · 1 min read श्रेष्ठ सुन्दर चिन्तन मन वॉट्सएप्प हो या फ़ेसबुक, या हो टेलीग्राम। धरती या आकाश हो, स्वच्छ सभी हो धाम।। स्वच्छ सभी हों धाम, श्रेष्ठ सुन्दर मन चिन्तन। आपस में सद्भाव, विश्व में हो हर... Hindi · कुण्डलिया 2 1 610 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 8 Apr 2020 · 1 min read मानवता की दुश्मन देश द्रोही तब्लीगी जमात कोरोना का देखिये, बढ़ा हुआ है ग्राफ। तब्लीगी अपराध यह, कैसे होगा माफ।। कोरोना से पॉजिटिव, जम के हुई जमात। मौलाना यूं दे रहे, कोरोना खैरात।। मुस्लिम-हिन्दू कर रहे, मौलाना... Hindi · दोहा 2 238 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 11 Nov 2020 · 1 min read अनेकार्थी शब्द सारंग सारंग अनेकार्थी शब्द है मैने सारंग के विविध अर्थों को कुण्डलियां छन्द में समेटने की कोशिश की है-? जलज सरस शिव शंख कुच, सुंदर स्त्री स्वर्ण। सर्प मोर गज सिंह... Hindi · कुण्डलिया 2 2 462 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 17 Nov 2019 · 1 min read जल स्थल वन जानवर जल, स्थल, वन, जानवर, रहे सुरक्षित वायु। तन-मन सुन्दर स्वच्छ हो, बढ़े स्वास्थ्य तब आयु।। बढ़े स्वास्थ्य तब आयु, विश्व में खुशी शान्ति हो। मानव का हो मान, मनुज में... Hindi · कुण्डलिया 1 301 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 21 Nov 2019 · 1 min read बेटा लन्दन नौकरी बेटा लन्दन नौकरी, बहू जॉब जापान। बेटी सेंट लुईस में, कितनी सुन्दर शान।। कितनी सुन्दर शान, टोरंटो बसे जमाई। नाती बर्लिन शिफ्ट, शिकागो पौत्र पढाई।। कहि 'कौशल' कविराज, समाज हुआ... Hindi · कुण्डलिया 1 406 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 27 Oct 2019 · 1 min read दीपावली जन-जन को जग-मग करे, ज्ञान से ये दीवाली। मेहनतकश उन्नति करे, बेहतर बने हालात माली।। स्वस्थ रहें, मस्त रहें, स्वच्छ रहें सब 'कौशल'; सुख समृद्धि का खजाना, कभी न रहे... Hindi · मुक्तक 1 348 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 25 May 2024 · 1 min read जिसके लिये वो अंधा हुआ है डर लगता है । किसी को कुछ कहने को। कुछ समझाने को। किसे समझाऊँ। किसे क्या बोलूं। सोचता ही रह गया आज तक। डरता रह गया। कोई नाराज न हो... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 6 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 19 Mar 2020 · 1 min read कोरोना के प्रति जागरुकता कोरोना के प्रति जागरुकता कुछ देश परेशान हैं, कुछ देश हलाकान दुनिया को बचाना है, सावधान रहें।। कोरोना Covid-19, मेड इन चाईना। घोषित है महामारी, सावधान रहें।। बचाव ही है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 361 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 4 Apr 2020 · 1 min read अब भी टाइम बचा बहुत है मानवता को मानो भाई मजहब में तो खचा बहुत है। सारी दुनिया मे अब देखो कोरोना का गचा बहुत है।। घृणा-द्वेष वश था गुर्राता देखो दुश्मन नचा बहुत है। किया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 349 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 14 Apr 2020 · 1 min read कोरोना से बचें -घनाक्षरी- कोरोना से बचें (1) अधिकारी कर्मचारी, आर.आई. पटवारी, सभी सहकर्मी साथी, जागें व जगाइए।। जागें सब जन-जन, धनी व गरीब गण, धर्म मजहबी सब, पास नहीं आइए।। दूरियाँ हों... Hindi · घनाक्षरी 1 223 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 5 Nov 2021 · 1 min read दीप जले अन्तर्तम को करे प्रकाशित, मन मन्दिर में दीप जले। अपना-पराया भेद मिटा दे, जन-जन के हित दीप जले। दिया नहीं है जिनके घर में, उनके घर में दीप जले। नही... Hindi · कविता 1 346 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 1 May 2024 · 2 min read संवाद मिली ये जिंदगी है तो हरदम खुश दिल रहो। सबसे हिलमिल रहो। सबकी सुनो और अपनी भी कहो।। खुश रहोगे तो खुशियाँ बढ़ेंगी। गमजदा रहोगे तो बढ़ेंगे और भी गम।... Poetry Writing Challenge-3 1 21 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 20 Oct 2017 · 1 min read दीवाली की शुभकामनाएं जन-जन को जग-मग करे, ज्ञान से ये दीवाली। भ्रष्टाचार से मुक्त भारत, बेहतर बने हालात माली।। स्वस्थ रहें, मस्त रहें, स्वच्छ रहें सब 'कौशल'; सुख समृद्धि का खजाना, कभी भी... Hindi · कविता 1 425 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 2 Apr 2017 · 1 min read सोशल मीडिया हास्य व्यंग्य 2 1. काका लगे हैं फेसबुक, काकी विडिओ काल। दादा TG में बिजी, जिओ ने किया कमाल।। जिओ ने किया कमाल, बिजी व्हाट्सप में दादी। बच्चे बिधे यूट्यूब, हाय नेट की... Hindi · कुण्डलिया 1 1k Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 14 Apr 2017 · 1 min read जय जय जय भीम, गूंजता गगन है हिन्दुस्तान के हैं शान, अम्बेडकर महान। विश्व ज्ञान के प्रतीक, आपको नमन है।। दिल से जो दयावान, दलितों के स्वाभिमान। लिख दिया संविधान, देश ये चमन है।। शिक्षा व समानता... Hindi · घनाक्षरी 1 1k Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 20 Feb 2019 · 1 min read जय जवान जयकार हो पुलवामा आतंकवादी हमले में शहीद जवानों को शत शत नमन करते हुए अश्रुपूरित श्रद्धांजलि सहित कुछ अंतर्मन के शब्द – आतंकी शैतानों की अब, घर-घर घुस कर मार करो। कायर... Hindi · मुक्तक 1 1 301 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 1 Jul 2017 · 1 min read कृषि वर्ष कृषि वर्ष का पहला दिन पहली जुलाई। आप सबको शुभकामनायें हार्दिक बधाई।। बादल जल बरसायें, जी भर गरजे कड़के। किन्तु आपदा कभी, कहीं पर न भड़के।। बारिस अच्छी हो, कम-ज्यादा... Hindi · कविता 1 503 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 1 Oct 2017 · 1 min read राजस्व वर्ष की शुभकामनाएं मित्रो आप सबको मुबारक नया राजस्व साल। सुखी रहें समृद्ध रहें स्वस्थ रहें सदा खुशहाल।। बढ़ते रहें आगे सकारात्मक सोच साथ 'कौशल'; कभी भी किसी बात का रहे नही कोई... Hindi · कविता 1 878 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 20 Oct 2017 · 1 min read दीवाली की शुभकामनाएं जन-जन को जग-मग करे, ज्ञान से ये दीवाली। भ्रष्टाचार से मुक्त भारत, बेहतर बने हालात माली।। स्वस्थ रहें, मस्त रहें, स्वच्छ रहें सब 'कौशल'; सुख समृद्धि का खजाना, कभी भी... Hindi · कविता 1 559 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 10 Jan 2018 · 1 min read भारत के उन्तीस राज्य भारत के 29 राज्य निम्नलिखित दोहा में समाहित हैं- =================== अउ अउ आउ जगोगु बिसि, हहि झा तेत्रित केक. मम ममेमि नारा पपछ, ‘कौशल’ राज्य विवेक. =================== अ-अरुणांचलप्रदेश उ-उत्तरप्रदेश अ-असम... Hindi · दोहा 1 658 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 24 Apr 2018 · 1 min read नरवाई न जलाइए कुण्डलिया (नरवाई न जलाइए) -------- नरवाई न जलाइए, माने कृषक सुझाव। खेतों की उर्वरा का, करें न नष्ट प्रभाव।। करें न नष्ट प्रभाव, जले न शक्ति उर्वरा। जलें न कोई... Hindi · कुण्डलिया 1 1 234 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 25 Apr 2018 · 1 min read जन-धन-खेत-पशु, आग से बचाइये घनाक्षरी (खेतों की ये नरवाई) ---- खेतों की ये नरवाई, मत जला मेरे भाई, घास-पात खेत की ही, मिट्टी में दबाइये. वर्षा के पानी को फिर, खेत में भराव कर,... Hindi · घनाक्षरी 1 1 318 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 31 Dec 2018 · 1 min read नव वर्ष 2019 का स्वागत स्वागत है नववर्ष का, दो हजार उन्नीस। खुशियों से मन हो भरा, रहे न कोई टीस।। रहे न कोई टीस, न हो आपस में शंका। भारत का उत्कर्ष, विश्व मे... Hindi · कुण्डलिया 1 1 277 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 5 Jan 2019 · 1 min read सकारात्मक सोच बी पॉज़िटिव सकारात्मक सोच हो, रचनात्मक हों काम। और आत्मविश्वास रख, सुन्दर स्वच्छ मुकाम।। सुन्दर स्वच्छ मुकाम, इंद्रियां काबू रखिये। मेहनत करिये खूब, आत्मनिर्भर बन रहिये।। कहि 'कौशल' कविराय, करें... Hindi · कुण्डलिया 1 274 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 10 Jan 2019 · 1 min read विश्व हिन्दी दिवस की, खुशियाँ मनाइये 1.दस जनवरी आज, हमे हिन्दी पे है नाज, विश्व हिन्दी दिवस की, खुशियाँ मनाइए। 2.हिन्दी बोलें हिन्दी लिखें, हिन्दुस्तानी हिन्दी दिखें, हिंन्दी भाषा मीठी बोली, विश्व को सुनाइए। 3.रस छंद... Hindi · घनाक्षरी 1 272 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 13 Jan 2019 · 1 min read रस ज्ञान (घनाक्षरी) प्रेमी-प्रेमिका के बीच, योग या वियोग हो तो, वहां श्रृंगार रस की, अनुभूति होती है। हो हँसी-विनोद और, हास-परिहास दिखे, हास्य रस जानो जहां, हँसी-ख़ुशी होती है। चिर विरह या... Hindi · घनाक्षरी 1 733 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 23 Jan 2019 · 1 min read कुंडलिया दोहा की दो पंक्तियां, फिर रोला की चार। कुंडलियाँ यह छंद है, थोड़ा करो विचार।। थोड़ा करो विचार, चरण अंतिम दोहा का। पुनः चरण बन जाय, प्रथम जानो रोला का।।... Hindi · कुण्डलिया 1 1 273 Share Kaushlendra Singh Lodhi Kaushal 13 Apr 2024 · 1 min read जीवन सुंदर गात साधन से कब आदमी, बनता बड़ा महान। करके सच्ची साधना, सचमुच श्रेष्ठ सुजान।।1 भवन बना कर के बड़ा, करिये मत अभिमान। प्रेम भावना हो अगर, मिले मान-सम्मान।।2 उच्चारण आता नहीं,... Hindi 48 Share Page 1 Next