Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Mar 2020 · 1 min read

कोरोना के प्रति जागरुकता

कोरोना के प्रति जागरुकता

कुछ देश परेशान हैं, कुछ देश हलाकान
दुनिया को बचाना है, सावधान रहें।।

कोरोना Covid-19, मेड इन चाईना।
घोषित है महामारी, सावधान रहें।।

बचाव ही है बेहतर, बीमारी हो न ही पाए
कहीं हो न हो इलाज, सावधान रहें।।

दिखता कोई स्वस्थ, मगर हों छुपे लक्षण
कल हो सकता बीमार, सावधान रहें।।

आज की लापरवाही, कल जान पे बन आये
समय से हो सुरक्षा, सावधान रहें।।

अपनी अपनों की सबकी सलामती की खातिर
जिम्मेदारी निभाएँ, सावधान रहें ।।

अफवाहें बहुत फैलीं, कुछ किए भी मजाक
गम्भीर भी अब हो लें, सावधान रहें।।

स्कूल कालेज मेले, दफ्तर हुए कुछ बन्द
फैलायें न भीड़-भाड़, सावधान रहें।।

सरकार कर रही है, हम भी करें उपाय
पालन करें निर्देश, सावधान रहें।।

लगाये मास्क, यूज़ करें, सेनेटाईजर
स्वच्छता अपनाएं, सावधान रहें।।

दिल से रखें कितनी नजदीकियां ‘कौशल’
रख देह से कुछ दूरी, सावधान रहें।।

जिन्दगी रहेगी तो जी लेंगे फिर भरपूर
करना न कोई चूक, सावधान रहें।।

‘गर भगाना दूर कोरोना, कोविड नाइन्टीन
जागरुकता है जरूरी, सावधान रहें।।
??
कौशलेंद्र सिंह लोधी ‘कौशल’
रा.नि.

1 Like · 356 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आत्मा
आत्मा
Bodhisatva kastooriya
आज यूँ ही कुछ सादगी लिख रही हूँ,
आज यूँ ही कुछ सादगी लिख रही हूँ,
Swara Kumari arya
*अगर दूसरे आपके जीवन की सुंदरता को मापते हैं तो उसके मापदंड
*अगर दूसरे आपके जीवन की सुंदरता को मापते हैं तो उसके मापदंड
Seema Verma
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
माॅं की कशमकश
माॅं की कशमकश
Harminder Kaur
मुझको मेरी लत लगी है!!!
मुझको मेरी लत लगी है!!!
सिद्धार्थ गोरखपुरी
वक्त और रिश्ते
वक्त और रिश्ते
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
मंजिल तक पहुँचने के लिए
मंजिल तक पहुँचने के लिए
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
जनता को तोडती नही है
जनता को तोडती नही है
Dr. Mulla Adam Ali
तुम्हारी सब अटकलें फेल हो गई,
तुम्हारी सब अटकलें फेल हो गई,
Mahender Singh
पैसा
पैसा
Sanjay ' शून्य'
खुशियों की डिलीवरी
खुशियों की डिलीवरी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
लोककवि रामचरन गुप्त के रसिया और भजन
लोककवि रामचरन गुप्त के रसिया और भजन
कवि रमेशराज
सद्विचार
सद्विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
2848.*पूर्णिका*
2848.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बाल कविता: मोटर कार
बाल कविता: मोटर कार
Rajesh Kumar Arjun
दिलो को जला दे ,लफ्ज़ो मैं हम वो आग रखते है ll
दिलो को जला दे ,लफ्ज़ो मैं हम वो आग रखते है ll
गुप्तरत्न
जिसे तुम ढूंढती हो
जिसे तुम ढूंढती हो
Basant Bhagawan Roy
नाम बनाने के लिए कभी-कभी
नाम बनाने के लिए कभी-कभी
शेखर सिंह
*** भाग्यविधाता ***
*** भाग्यविधाता ***
Chunnu Lal Gupta
मैं तो महज क़ायनात हूँ
मैं तो महज क़ायनात हूँ
VINOD CHAUHAN
खुश रहने की कोशिश में
खुश रहने की कोशिश में
Surinder blackpen
आने वाले सभी अभियान सफलता का इतिहास रचेँ
आने वाले सभी अभियान सफलता का इतिहास रचेँ
Er. Sanjay Shrivastava
सरयू
सरयू
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
😢4
😢4
*Author प्रणय प्रभात*
संत गाडगे संदेश 2
संत गाडगे संदेश 2
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
दीवाली की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏💐
दीवाली की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏💐
Monika Verma
इमारत बड़ी थी वो
इमारत बड़ी थी वो
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
"प्रेम -मिलन '
DrLakshman Jha Parimal
आबाद सर ज़मीं ये, आबाद ही रहेगी ।
आबाद सर ज़मीं ये, आबाद ही रहेगी ।
Neelam Sharma
Loading...