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Tag: कविता
52 posts
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*** " ओ मीत मेरे.....!!! " ***
VEDANTA PATEL
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*** " वक़्त : ठहर जरा.. साथ चलते हैं....! " ***
VEDANTA PATEL
*** पेड़ : अब किसे लिखूँ अपनी अरज....!! ***
*** पेड़ : अब किसे लिखूँ अपनी अरज....!! ***
VEDANTA PATEL
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*** " तुम आंखें बंद कर लेना.....!!! " ***
VEDANTA PATEL
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*** " आ लौट चलें हम......!!! " ***
VEDANTA PATEL
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*** " एक आवाज......!!! " ***
VEDANTA PATEL
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*** " पापा जी उन्हें भी कुछ समझाओ न...! " ***
VEDANTA PATEL
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*** " चौराहे पर...!!! "
VEDANTA PATEL
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*** " चलना है मगर... संभल कर....!!! " ***
VEDANTA PATEL
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*** " बरसात के मौसम में........!!! " ***
VEDANTA PATEL
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*** " एक और ख़त के इंतजार में........!!! " ***
VEDANTA PATEL
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*** " कोरोना : तू है कौन.......? " ***
VEDANTA PATEL
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*** " अभिनंदन : - नव वर्ष........!!! " ***
VEDANTA PATEL
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*** " लेकिन...! सिर्फ मेरी कविता हो तुम " ***
VEDANTA PATEL
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*** " तितली : प्रकृति की अनुपम उपहार...!!! " ***
VEDANTA PATEL
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*** " पत्नी : अमर आत्मा की अनुबंध ...! " ***
VEDANTA PATEL
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*** " महात्मा गांधी : आज की पुकार.......!!! " ***??????
VEDANTA PATEL
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*** " चिड़िया : घोंसला अब बनाऊँ कहाँ....??? " ***
VEDANTA PATEL
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*** " हिंदी और हिंदी दिवस.........!!! " ***
VEDANTA PATEL
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*** " गुरु...! गूगल दोनों खड़े काके लागूं पांय् .....? " ***
VEDANTA PATEL
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*** " तिरंगा प्यारा.......!!! " ***
VEDANTA PATEL
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*** "आज नदी क्यों इतना उदास है .......? " ***
VEDANTA PATEL
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*** " माँ........तूझे मैं क्या लिखूँ.........!!! " ***
VEDANTA PATEL
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*** " अलविदा कह गया कोई........!!! " ***
VEDANTA PATEL
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*** " बूढ़ी माँ की ओ बातें......!!! " ***
VEDANTA PATEL
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*** " विवशता की दहलीज पर , कुसुम कुमारी....!!! " ***
VEDANTA PATEL
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*** " एक अनुप्रयोग......!!! " ***
VEDANTA PATEL
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*** " तेरे साये में गुजरती जिंदगी......! " ***
VEDANTA PATEL
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*** " नाविक ले पतवार....! " ***
VEDANTA PATEL
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*** " नदी तट पर मैं आवारा..!!! " ***
VEDANTA PATEL
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*** " होली के रंग में......! " ***
VEDANTA PATEL
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*** " नारी और नारी शक्ति है महान् .......!!! " ***
VEDANTA PATEL
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*** " मन चला क्यों...? मधुशाला की ओर....! " ***
VEDANTA PATEL
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*** " चित्रगुप्त का जगत भ्रमण........!!! " ***
VEDANTA PATEL
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*** "" बारिश की बूंदें , प्रकृति और मैं.....! "" ***
VEDANTA PATEL
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*** " हमारी इसरो शक्ति...! " ***
VEDANTA PATEL
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*** " बसंती-क़हर और मेरे सांवरे सजन......! " ***
VEDANTA PATEL
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*** " मनचला राही...और ओ...! " *** ‌ ‌‌‌‌
VEDANTA PATEL
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*** " पुकार मेरे मन की....... एक औरत " ***
VEDANTA PATEL
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*** " कच्चे मकान ......! " ***
VEDANTA PATEL
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*** " निर्झर........!!! " ***
VEDANTA PATEL
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*** ‌‌" पागल पथिक...........!!! " ***
VEDANTA PATEL
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*** " आओ सोंच के देखें जरा........! " ***
VEDANTA PATEL
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*** " हम तीन मित्र .........! " ***
VEDANTA PATEL
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*** " नसीहत - ऐ - पाक.......! " ***
VEDANTA PATEL
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*** " हौंसले तुम्हारे और मेरे प्रयास.......! : ISRO " ***
VEDANTA PATEL
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*** " आधुनिकता के असर.......! " ***
VEDANTA PATEL
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*** " मन मेरा क्यों उदास है....? " ***
VEDANTA PATEL
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*** " हमारी धरोहर : पेड़-पौधे और मैं...! " ***
VEDANTA PATEL
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*** " एक ख़त : जो शाम आया.......!!! " ***
VEDANTA PATEL
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