सुखविंद्र सिंह मनसीरत Tag: ग़ज़ल/गीतिका 422 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 May 2020 · 1 min read गोरा काला रंग *** गोरा काला रंग *** ****************** गोरा रंग है गुमान का सांवला रंग पहचान का खुदा ने दो रंग हैं बख्शे रंग में क्या रखा इंसां का हों गर करतूतें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 820 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 May 2021 · 1 min read उसी तीर से हुआ नशा उसको बहर :- 1212 1122 1212 112/22 काफ़िया :- स्वर “ आ “ :::: रदीफ :- “उसको “ ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ **** उसी तीर से हुआ नशा उसको ***** ********************************* लगा था तीर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 675 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 May 2021 · 1 min read न कोई सहारा मिला 212 212 212 212 काफिया-आरा रदीफ़-मिला ***** न कोई सहारा मिला **** ************************** जिन्दगी में न कोई सहारा मिला, यार तेरे न जैसा दुबारा मिला। छोड़ दी आदतें जो नकारी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 655 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Jun 2021 · 1 min read खुशी की दवा **** खुशी की दवा (ग़ज़ल) *** ************************** **** 212 212 212 212 *** ************************** जिंदगी में नही फासला चाहिए, आपका बस हमें आसरा चाहिए। लो जमीं,लो धरा,आसमां जान लो, सांस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 601 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Aug 2021 · 1 min read औरत की लाचारी **********औरत तेरी लाचारी********* ********************************* समझ न पाए कोई भी औरत की लाचारी जिस पर भी विश्वास करे वही देह व्यापारी आदिकाल से ही चलती आए यह रीत पुरानी घर आंगन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 586 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Jul 2020 · 1 min read नीले गगन के तले ***** नीले गगन अशके तले ***** **************************** सब छोड़ कर बैठे नीले गगन के तले दिल हार कर बैठे नीले गगन के तले चलती पूर्वाई के साथ न बह सके... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 534 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 May 2020 · 1 min read अमूल्य निधि माँ **** अमूल्य निधि माँ **** ********************** पीपल सी शीतल छाँव है माँ मधुर , मृदुल एहसास है माँ दरिया सी गहराई है दिल में आँचल में छिपा लेती है माँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 502 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 Nov 2021 · 1 min read छुपाना भी नहीं आता ** छुपाना भी नहीं आता (सजल)** ***************************** 1222 1222 1222 ***************************** मुझे दुख को छुपाना भी नहीं आता, कभी अपना बनाना भी नहीं आता। दुखाते हैं यहाँ दिल को जगत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 524 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 9 Jun 2021 · 1 min read वही चौखट वही घर वही चौखट वही घर (गजल) *********************** *** 1222 1222 122 *** *********************** वही चौखट वही दर है हमारा, वही खूंटा वही घर है हमारा। उदय हो गम भरा चाहे सवेरा,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 524 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Jul 2020 · 1 min read मन महके सावन में *** मन बहके सावन मे *** ********************* जब मोती बरसे सावन में तन मन आग लगे सावन में काया ढूंढती प्रेम की छाया व्यथित मन बहके सावन में छाये काली... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 499 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 May 2021 · 1 min read चंदा मामा **चंदा मामा (बालगीत)** ********************* कितना खूबसूरत है चाँद, देखते ही सब देते दाद। रात चाँदनी चंदा करता, श्याह अंधेरे को हरता। छोटे बच्चों का लगे मामा, पहनता नहीं कभी पजामा।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 465 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 Jun 2021 · 1 min read सूरत बलां की खूबसूरत **सूरत बलां की खूबसूरत (ग़ज़ल)** *2 2 1 2 2 2 1 2 2 2 1 2* क़ाफ़िया-आ,जा,ला,खा,भा,रदीफ़-रही ***************************** प्यारे सनम क्यों याद है तड़फा रही, सूरत बलां की खूबसूरत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 515 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 May 2020 · 1 min read कहाँ गया बेदर्दी ******* कहाँ गया बेदर्दी ******* *************************** कहाँ गया बेदर्दी,मन को तड़फा के कहाँ गया बेदर्दी,दिल को तरसा के खुली हुई आँखो में ख्वाब सजाए थे कहाँ गया स्वप्नकार स्वप्न दिखा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 485 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 May 2020 · 1 min read प्रेम ज्वाला ****** प्रेम ज्वाला ****** ********************** जब से तुम से है प्रीत लगाई तब से दुनिया दिल से भूलाई तेरे ख्यालों में खोयें रहते मन को भाने लगी है तन्हाई जबसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 474 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 May 2020 · 1 min read कबूल असूल और वसूल *कबूल असूल और वसूल* ********************* असूल हो जाते है वसूल जब करते हम असूल कबूल हिल जाएं गूढ़ी जड़, वजूद जब टूटने लगें ये असूल दुनियादारी के तत्व मूल जिन्दगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 460 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Jun 2021 · 1 min read बीबी बिन घर नही होता ***** बीबी बिन घर नहीं होता ***** ***** 212 222 221 222 ****** ***************************** शोख बीबी बिन कोई घर नहीं होता, साथ शौहर हो तो बे घर नहीं होता। रोज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 467 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Jul 2020 · 1 min read बिटिया है होती कोहिनूर का हीरा बिटिया है होती कोहिनूर का हीरा ************************* बिटिया है होती कोहिनूर का हीरा जाऊँ बलिहारी कोहिनूर का हीरा भोली सी सूरत दिखती जैसे मूरत दौलत है सारी कोहिनूर का हीरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 428 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Jun 2020 · 1 min read रेशम जैसे रिश्ते *** रेशम जैसे रिश्ते *** ******************** रेशम की डोर जैसे हैं होते जिंदगी के ये नाजुक रिश्ते खींचों,तो झट टूट जाते हैं छोड़ें तो ढ़ीले पड़ जाते हैं प्रेम से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 456 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 Jun 2020 · 1 min read तराने प्यार के गाने लगे तराने प्यार के गाने लगे ********************** तराने प्यार के गाने लगे नींद में भी बुड़बुड़ाने लगे १ प्रेमरंग चढ़ने लगा इस कदर सपने दिन में भी आने लगे २ इश्क... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 464 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Feb 2022 · 1 min read चारपाई ****** चारपाई ******* ******************** चार पावों की चारपाई है, रोग की होती वो दवाई है। जो कभी सोते बेड अंग्रेजी, लाख बीमारी खूब पाई है। बाण से बनता ये बिछौना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 421 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 May 2020 · 1 min read ऑनलाइन जिंदगी ऑफलाइन रिश्ते ऑनलाइन जिंदगी ऑफलाइन रिश्ते **************************** ऑनलाइन जिंदगी ऑफलाइन रिश्ते जो अब संजीदगी से नहीं हैं निभते आधुनिकता की चकाचौंध मे गुम हैं औपचारिकताओं की भेंट चढ़े रिश्ते ऑनलाइन जिन्दगी में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 418 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Jun 2020 · 1 min read रास्ते ****** रास्ते ******* ****************** तुम्हें सब पता है रास्ते तुम दिखाओ हमें रास्ते पहेली में फंसे बैठे सुलझा दो उलझे रास्ते मोड़ पर हैं हम आ खड़े तुम जानते ,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 449 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 Jun 2020 · 1 min read मारेगी जालिम तन्हाई *मारेगी जालिम तन्हाई* ******************* दिल रोये आँख भर आई दुखी मन से मैं दूँ दुहाई प्रीत में सजा यही पाई मारेगी जालिम तन्हाई दुखी मनवा तुम्हें पुकारे कैसे जियें बिना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 448 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Jun 2020 · 1 min read तुम्हारी पनाहें ****** तुम्हारी पनाहें ****** ************************ तुम्हारी झुकी झुकी सी निगाहें तुम्हें बुलाती हैं मेरी बाहें मिले जब नैन , रहूँ मैं बैचेन ताकता रहता तुम्हारी राहें ईश्क बीमारी , छाए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 442 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Nov 2021 · 1 min read दोस्ती दुश्मनी ** दोस्ती दुश्मनी से हारी** ********************* दोस्ती दुश्मनी से हारी है, भाग्य कर्म पर भी भारी है। करता सदा सेवा जो सबकी, लगता उन्हीं की ही बारी है। फैला जहर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 482 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Jun 2020 · 1 min read वारिद ने है प्यास बचझाई वारिद ने है प्यास बुझाई ******************** नभ मे गरज रहे हैं बादल धरती पर काली घटा छाई उमड़ उमड़ बरसते बादल प्यासी वसुधा,प्यास बुझाई नीर लेने जाएं श्वेत बादल जल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 464 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 May 2020 · 1 min read प्रेम अनुभूति ***** प्रेम अनुभूति ***** ********************* दो बूँद बारिश सा है प्यार कहीं मिले तो कहीं इंकार बादल जैसे बनै नभ में दिल से उमड़ता है ये प्यार पल में मिले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 426 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 May 2020 · 1 min read पायल.की तरह ***** घुँघरू की तरह ****** *********************** घुँघरू की तरह मैं बजता रहा घुट घुट के जीवन में मरता रहा किसी ने कभी मुझे समझा नही दूसरों को सदा मैं समझता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 4 411 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Jun 2020 · 1 min read तुम्हारी विरासत मेरा सरमाया है *तुम्हारी विरासत मेरा सरमाया है* *************************** मयखाने में मय का जाम लगाया है होठों पर हसीं तेरा नाम आया है भूले बिसरे थे जो हम नाम तुम्हारा दर्द ए दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 436 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 May 2021 · 1 min read झूठा निशाना ****झूठा निशाना (ग़ज़ल)**** ***2122 - 2122 - 212*** *रदिफ : हो गया* ************************* झूठ भी अच्छा बहाना हो गया, प्रेम भी झूठा निशाना हो गया। प्यार में धोखा मिला है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 423 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Nov 2021 · 1 min read हम बिलखते रहे ***हम बिलखते रहे (गजल)*** ************************* रौब में हम पर वो गरजते रहे, प्रेम में उन पर हम बरसते रहे। मात देकर झट वो हमें चल दिए, चाह में उनकी हम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 425 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 May 2020 · 1 min read खुद से रूठ बैठे ** खुद से रूठ बैठे *** ****************** हम तुम्हें मनाते-मनाते हम खुद से हैं रूठ बैठे तुझको याद करते करते हम खुद को है भूल बैठे जीवन में तुझे पाते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 425 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Jun 2020 · 1 min read सोचा भी न था ******* सोचा भी न था ******* *************************** होगा बुरा अंजाम सोचा भी ना था हासिल ऐसा मुकाम सोचा भी न था अनीतिपूर्ण है निलंबन का फैसला होंगे सडक किनारे सोचा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 438 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Aug 2021 · 1 min read अंदाज शायराना ******* अंदाज शायराना ****** *************************** अंदाज होना चाहिए शायराना, मिजाज होना चाहिए आशिकाना। महफ़िल सनम बिन है अधूरी सी, आगाज़ होना चाहिए सूफियाना। आवाम की परवाह कोई न करता, अंजाम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 392 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Jun 2020 · 1 min read प्रीत की तलाश है *** प्रीत की तलाश है *** ********************* दिल को प्रीत की तलाश है मन को मीत की तलाश है हसीं वादियां हैं दामन मधु संगीत की तलाश है पंछी कलरव... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 446 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 May 2021 · 1 min read कोशिश बेकार होती है **********कोशिश बेकार होती है********* *******1222 1222 1222 1222 ****** काफिया-आर रदीफ़-होती है ************************************* बदल दे भाग्य को काबिल वही सरकार होती है, हमेशा रंज हल को काबिज खड़ी तैयार होती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 391 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Jun 2021 · 1 min read यादे रुलाती है यादें रूलाती है (गजल) ****************** *** 2222 1222 *** ****************** यादें तेरी रुलाती हैं, जीवनभर ये सताती है। तेरे बिन कुछ नही भाता, तेरी कीमत बताती है। वो लम्हें गूढ़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 387 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Sep 2021 · 1 min read शहीदों की कुर्बानी **शहीदों की कुर्बानी (देशभक्ति गीत)*** ********************************* आओ याद करें हम शहीदों की कुर्बानी, हुआ नहीं है उन जैसा कोई भी बलिदानी। सरदार भगत सिंह सिंह जैसे था दहाड़ा, फिरंगियों का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 465 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Jun 2020 · 1 min read सुन्दर सुनहरी स्वप्न सजाएं सुन्दर सुनहरी स्वप्न सजाएं ********************* सुन्दर सुनहरी स्वप्न सजाएं मधुरिम मोती माला में पाएं प्रेमभाव है घट रहा धरा पर सभ मिल के प्रेम तराने गाएं भाईचारा सदा रहे जीवित... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 4 443 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 Jun 2021 · 1 min read जुदाई तन मन खा रही *जुदाई तन मब खा रही (ग़ज़ल)* ************************** 2 1 2 2 2 2 2 2 2 1 2 *************************** तुम कहाँ पर हो मैं मरती जा रही। हूँ अकेली बैठी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 387 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 Jul 2020 · 1 min read मौकोंपर व्यापार होते है ंंव ****मौकों पर व्यापार होते हैं***** **************************** कहने को तो दो और दो चार होते हैं पुरानी शराब से प्यारे यार होते है फूलों से खुशबू जुदा हो नहीं सकती भौरें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 389 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 May 2021 · 1 min read मनमोहिनी मूरत ********* मनमोहिनी मूरत (गीत)********* *मात्रा भार-1222 1222 1222 1222=28* ************************************* बलां की खूबसूरत देख कर ही दिल धड़कते हैं, कयामत ही बरसती यूं जवां मन भी मचलते हैं। जहां में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 390 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 May 2020 · 1 min read साथ तुम्हारा ***** साथ तुम्हारा ***** ********************* सिसक सिसक कर मैं रोया जिस पल था तुमको खोया जड़ तुल्य हुआ अंग प्रत्यंग बिलख बिलख कर था रोया संवर गया हर पल मेरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 426 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Jul 2020 · 1 min read इंसानियत की बंद दुकान हो गई *** इंसानियत की बंद दुकान हो गई *** ******************************* कितनी अहसान फ़रामोश जुबान हो गई लगता है इंसानियत की बंद दुकान हो गई जुबां की हिफ़ाज़त में सर कटा देते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 412 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Jul 2020 · 1 min read एक दिन मंजिल मिल जाएगी एक दिन मंजिल मिल जाएगी *********************** हौसलें कभी भी ना हो पस्त चाहे दिनकर जाए हो अस्त चिता सी चिन्ताएँ भी त्यागिए मस्ती में तुम रहो सदैव मस्त अर्जुन सा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 433 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Oct 2021 · 1 min read चिट्ठियाँ ***** चिट्ठियाँ (ग़ज़ल) ***** ************************ हाथ लग गई पुरानी चिट्ठियाँ। जान से बहुत दुलारी चिट्ठियाँ। शाम को मिली गिरी थी कहीं से, स्वर्ण सी लगी सुनहरी चिट्ठियाँ। यार प्यार में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 393 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 May 2021 · 1 min read चाँदनी रात थी **** चाँदनी रात थी (ग़ज़ल) **** *************************** **** 212 212 212 212 **** *************************** खूब तारों भरी चाँदनी रात थी, हूर से यार पहली मुलाकात थी। रोज हम देखते थे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 421 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 Jan 2022 · 1 min read रुका रुका सा छोर है *रुका-रुका सा छोर है* ****************** निलय-निलय में चोर है, गली - गली में शोर है। समय कभी रुकता नहीं, रुका - रुका सा छोर है। छिपा हुआ मानव कहाँ, नज़र... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 376 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 Dec 2021 · 1 min read पास शमशान है *** पास शमशान है **** ******************** आज मन बहुत परेशान है, पास दिख रहा शमशान है। त्रासदी निकट हर मोड़ पर, रोज हो रहा नुकसान है। दाग लग रहे ईमान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 425 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 May 2020 · 1 min read तेरा दीद मेरी ईद ***तेरी दीद मेरी ईद*** ****************** तेरी दीद से मेरी ईद तेरा दर्श ही मधुर संगीत नैन तुम्हें ही ढूँढते रहते तुम्ही ही मेरे जीवन गीत तुम ही मेरी जीवन धारा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 371 Share Page 1 Next