Tag: ग़ज़ल
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*हिंदी मेरे देश की जुबान है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*माँ जननी सदा सत्कार करूँ*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*लब मय से भरे मदहोश है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
स्त्री एक रूप अनेक हैँ
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
**जिंदगी की टूटी लड़ी है**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*छाया कैसा नशा है कैसा ये जादू*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*हथेली पर बन जान ना आए*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*** मुंह लटकाए क्यों खड़ा है ***
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
***दिल बहलाने लाया हूँ***
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
शिक्षक हूँ शिक्षक ही रहूँगा
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*डूबतों को मिलता किनारा नहीं*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सुरमाई अंखियाँ नशा बढ़ाए
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*तू ही पूजा तू ही खुदा*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*यार के पैर जहाँ पर वहाँ जन्नत है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*ना जाने कब अब उनसे कुर्बत होगी*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*फूलों मे रह;कर क्या करना*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*भावों मे गहरी उलझन है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*पहले वाले मन में हैँ ख़्यालात नहीं*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
दिल का भी क्या कसूर है
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*खत आखरी उसका जलाना पड़ा मुझे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*तू बन जाए गर हमसफऱ*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
**हो गया हूँ दर बदर चाल बदली देख कर**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
** हद हो गई तेरे इंकार की **
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*खो दिया सुख चैन तेरी चाह मे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*आ गये हम दर तुम्हारे दिल चुराने के लिए*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कैसे कहूँ दिल की बातें
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*खड़ी हूँ अभी उसी की गली*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*कोई भी ना सुखी*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*हुस्न तेरा है गरूर भरा*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*"सरहदें पार रहता यार है**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*चुनाव से पहले नेता जी बातों में तार गए*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
***क्या है उनकी मजबूरियाँ***
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*शाम ढले यादों का अंबर आता है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*जब से सनम आए हो आगोश में*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
शमां के परवाने पर जलते नहीं
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*दिल में बसाई तस्वीर है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*दूर के ढोल होते सुहाने*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
दिल को दुखाना छोड़ दो
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
कुछ नशा होता तो बोतलें नाचती
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*हसीं मुख देख लेने दो*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
**मेरा भारत उजड़ा देखा**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*****कसमें और वादे*****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*दुनिया में नाटककार बड़े*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
चुलबली इस कदर भा गई
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
***होती है नैया पार नहीं***
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*चाहत का जादू छाया है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
**देखेंगे हम तेरा राह कब तक**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*वो है खफ़ा मेरी किसी बात पर*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*कैसे दिल की किताबें मै खोलूँ*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*धन दौलत का झौला आगे खोलो ना*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत