सुखविंद्र सिंह मनसीरत Tag: ग़ज़ल/गीतिका 422 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 Mar 2023 · 1 min read *खुदा अन्न-दाता से खफ़ा हो गया* *खुदा अन्न-दाता से खफ़ा हो गया* **************************** खुदा अन्नदाता से खफ़ा हो गया, खेतोँ का हरा रंग कहाँ दफ़ा हो गया। पकी पकाई फसलें सोने समान थी, बे मौसमी बरसात... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 115 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 31 Dec 2022 · 1 min read दिल के करीब है तू **दिल के करीब है तू** ******************* मेरा नसीब है तू, दिल के करीब है तू। गम छू सके न् मन को, दुःख में हबीब है तू। मन के आमिर हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 281 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Jun 2022 · 1 min read दोस्ती की मिटती ही नहीं **** दोस्ती की मिटती ही नहीं ***** ***************************** क्या है बात दोस्ती की मिटती ही नहीं, हर वो याद दोस्ती की मिटती ही नही। कर लो लाख कोशिश मिलती है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 170 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 Jun 2022 · 1 min read प्यार में बगावत *212 212 1222* *रदीफ़ - है *क़ाफ़िया :- अत* *********************** ***** प्यार में बगावत ***** *********************** आपकी हो गई इनायत है, आपकी ही करें इबादत है। बात बनती बिगड़ बिखर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 260 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 29 May 2022 · 1 min read टूटे सपने बिखरे अरमान 222 222 221 2 ********************** **टूटे सपने बिखरे अरमान** *********************** टूटे सपने बिखरे अरमान है, बस मेरे बाकी ये सामान है। सहता रहता हूँ मैं अंधेर को, जीवन जैसे होता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 123 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 May 2022 · 1 min read प्यार जी बारिश *** 2122 2122 212 ***** ****** प्यार की बारिश ****** ************************* प्यार से भरपूर बारिश चाहिए, आशिकी की भी नुमाइश चाहिए। साज़िशें हैं तोड़ती विश्वास को, पास कोई भी न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 205 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 27 May 2022 · 1 min read पागलो को दीवाना बताया 2122 2122 2122 *************************( ** पागलों को दीवाना बताया ** ************************** पागलों को आज दीवाना बताया, खास से कर आम बेगाना बताया। है नही कोई जगत में बढ़ नजारा, दीद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 99 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 26 May 2022 · 1 min read कैसा रंग चढ़ा **** 2122 2122 2122 *** ****** कैसा रंग चढ़ा ******* ************************* गाल तो है लाल कैसा रंग छाया, हाल तो बेहाल कैसा रंग छाया। चीरती छाती सदा तीखी जुबानी, बात... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 101 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 25 May 2022 · 1 min read गीत गा रहा है 2122 2122 2122 ******* गीत गा रहा है ******** *************************** आज लब पर नाम तेरा आ रहा है। ख्याल मन मे आपका ही छा रहा है। बादलों को देख कर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 365 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 May 2022 · 1 min read देखा जो उसे तो बस देखता रहा 222 122 221 212 *************************** *देखा जो उसे तो बस देखता रहा* **************************** देखा जो उसे तो बस देखता रहा, जी भर के बहुत ज्यादा ताकता रहा। पल भर भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 235 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 May 2022 · 1 min read सन्देश सही ****** संदेश सही ****** ********************* किसको हम दे संदेश सही, माने जो ये संदेश सही। खेतों में जब-जब आग लगे, पीड़ा देते संदेश सही। जल जाते पत्ते संग तने, ठुंठे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 93 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 May 2022 · 1 min read कुछ तो बताओ 1222 1222 122 *************************** *** कुछ तो बताओ (ग़ज़ल) **** *************************** सुनो भार्या जरा कुछ तो बताओ, बुझा मुखड़ा भला कुछ तो बताओ। हुईं क्या है ख़ता हमको सुनाओ, लटें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 120 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 20 May 2022 · 1 min read बात इतनी सी जरा 2122 - 2122 - (ग़ज़ल) - 2122 - 212 ********** बात इतनी सी जरा ********** ************************************ पत्नी सुन मिरे ओ हमसफ़र जी बात इतनी सी जरा, आप बिन मुश्किल डगर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 109 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 May 2022 · 1 min read न कोई गिला है ******* न कोई गिला है ******* *************************** आपके ही प्यार का सारा सिला है। चाँद सा मुखड़ा हसीं प्यारा मिला है। हर कदम पर साथ मेरा है निभाया, आपसे हमको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 142 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 May 2022 · 1 min read दिल का परिंदा 2122 2122 2122 *************************** ******* दिल का परिंदा ******** वादियों में था मिला दिल का परिंदा। घूम कर है उड़ गया दिल का परिंदा। साथ मेरा छोड़ कर चलता बना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 163 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 May 2022 · 1 min read गीत प्यारे कंठ से गाता नही .2 2 1 2 2 2 1 2 2 2 1 2 2 2 1 2 ************************************ *** गीत प्यारे कंठ से गाता नही (ग़ज़ल) **** ************************************* कोई कभी अपनी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 107 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 14 May 2022 · 1 min read गीत प्यारे कंठ से गाता नही 2 2 1 2 2 2 1 2 2 2 1 2 2 2 1 2 ************************************ *** गीत प्यारे कंठ से गाता नही (ग़ज़ल) **** ************************************* कोई कभी अपना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 147 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 May 2022 · 1 min read गुल गुल गुलशन गुलजार करता *गुल-गुल गुलशन गुलजार करता* *************************** गुल-गुल गुलशन गुलजार करता है, काँटा फूलों से प्यार करता है। खिलती कलियों से रोनकेँ होती, भँवर बोंडी दीदार करता है। लहरों में जब -... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 196 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 May 2022 · 1 min read फूल खिलते हैं बागों में **फूल खिलते हैं बागों में** ********************** फूल तो खिलते सदा बागों में, भंवरे तो मिलते सदा बागों में। खूब खिलती है नई कलियाँ, घूमते फिरते सदा बागों में। झूलते झूले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 128 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 12 May 2022 · 1 min read प्यार के दाम **प्यार के दाम है (ग़ज़ल)** _____________________ बहुत आम बदला बड़ा नाम है, नहीं खास होता कहीं काम है। लगे छंटने बादल घने घोर थे, खिड़ी धूप ढलने लगी शाम है।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 113 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 May 2022 · 1 min read चाँदनी आभा उजयाली ***चाँदनी आभा उजयाली*** ************************ चाँद सी गोरी मतवाली है, चाँदनी आभा उजयाली है। लाख कोशिश की है पैरों से, हाथ से ही बज ती ताली है। तुम कभी तो आखिर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 360 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 May 2022 · 1 min read क्यों करते हो बातें ****** क्यों करते हो बातें ****** *************************** दिल दुखाने की क्यों करते हो बातें, सिर छिपाने की क्यों करते हो बातें। है निशाने पर लगती कटु सी वाणी, मन सताने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 190 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 May 2022 · 1 min read कहाँ खोई माँ कोई खबर नहीं आती प्रतियोगिता हेतु गजल कहाँ खोई माँ खबर कोई नहीं आती **************************** कहाँ खोई माँ खबर कोई नहीं आती, गगन भी देखा नजर कोई नहीं आती। परी बन कर वो उडी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 125 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 May 2022 · 1 min read हम झड़ते रहे ***** हम झड़ते रहे ***** ********************* वो खिलते रहे हम सड़ते रहे, वो चलते रहे हम गिरते रहे। सुलगा आग को थे चल दिये वो ठरते रहे हम जलते रहे।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 78 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 7 May 2022 · 1 min read मीरा को खुद से बेगानी कहो ** मीरा को खुद से बेगानी कहो ** **************************** पागल सी हूँ प्यार में दीवानी कहो, मस्ती छाई प्रेम में मस्तानी कहो। कुछ पाया भी नही जीवन में कभी, खोया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 325 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 May 2022 · 1 min read जिंदगी एक पहेली है *जिंदगी एक पहेली है* ****************** जिंदगी एक पहेली है, खूब ख्यालात फ़रेबी है। देखता वो नज़र भर से, रोशनी दार हवेली है। शानशौकत भरा जीवन, सांस सौगात सहेली है। देखकर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 420 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 6 May 2022 · 1 min read गुमशुदगी में गुमशुदा ***गुमशुदगी में गुमशुदा*** ********************** गुमशुदगी में हुआ गुमशुदा, जब से मैं तो हुआ हूँ जुदा। पल-पल मरता रहा तुन बिना, यादों में हूँ जिन्दा मैं सदा। ऐसी हम से हुई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 110 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 2 May 2022 · 1 min read मुख नहीं मोड़ना **** मुख नहीं मोड़ना **** ********************** जा वे जा मैं नही बोलना, फिर भी तुझ को नहीं छोड़ना। आ जाये दर अगर और तो, दरवाजो को न्ही खोलना। गैरों को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 132 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 1 May 2022 · 1 min read मजबूर मजदूर *** मजबूर-मजदूर *** ******************* आज भी जो मजबूर है, देश का वो मजदूर है। हाल उस का बेहाल है, ख्वाब भी चकनाचूर है। हर पहर घूमे हर शहर, वह अथक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 98 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 30 Apr 2022 · 1 min read नस्ल कागज सी कोरी *** नस्ल काग़ज़ सी कोरी *** ************************ लुप्त हो गई माँ की लोरी है, नस्ल आज काग़ज़ सी कोरी है। समझ से हुआ बाहर मानव मन, सख़्त लोग पर दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 557 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 28 Apr 2022 · 1 min read हर हाल में फिक्र तो है ** हर हाल में फिक्र तो है ** *********************** हर हाल में उसे फिक्र तो है, हर बात में अभी जिक्र तो है। मिलना नसीब था नही उसका, आखिर नसीब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 103 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 24 Apr 2022 · 1 min read खूबसूरत घड़ी *** खूबसूरत घड़ी *** ******************* खूबसूरत थी वो घड़ी, जब नज़रे नजर से लड़ी। देख कर देखता रह गया, पास कुछ भी न रह गया, सामने आ जब वो खड़ी।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 422 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 23 Apr 2022 · 1 min read दिल में आज तन्हाई है दिल में आज तन्हाई है ***************** दिल मे आज तन्हाई है, खुद से दूर परछाई है। उठती पीर बरसाती है, सीने आग बरसाई है। जाने कौन है भावों को बातों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 102 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 22 Apr 2022 · 1 min read आलीशान हवेलियाँ ********** आलीशान हवेलियाँ ************ ************************************** खंडहर बताते हैं आलीशान होगीं हवेलियाँ, क्या हुआ भला होगा बुझती ही नहीं वो पहेलियाँ। तीर तो अभी बाकी है चाहे नहीं दम रहा नहीं,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 124 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 21 Apr 2022 · 1 min read बेग़म के शौहर ****** बेग़म के शौहर ****** ************************* बदले - बदले उनके जौहर हैं, रजब से बेग़म के वो शौहर हैं। सोचा बदलेगा आलम सारा, दस्तख़त वो ही बदली मोहर हैं। उन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 97 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 19 Apr 2022 · 1 min read पुर परबत सी समुन्द्र है *पीर परबत सी समुन्द्र है* ********************* फूल जैसा खूब सुंदर है, मीत मन में प्रीत अंदर है। धीर-धीरज शीत मनवा है, नीर-निर्मल बीच मंदिर है। जान तन में मीन सी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 73 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Apr 2022 · 1 min read अकड़ में रह गई हो कुँवारी तुम *अकड़ में रह गई हो कुँवारी तुम* ************************** सुनो सजना ज़रा बातें हमारी तुम, रखी खाली अभी सीटें सवारी तुम। नशा छाया रहे आँखें सदा भारी सी, सभी छोड़ी शराबें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 101 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Apr 2022 · 1 min read हवा ने हवा को हिलाया हवा ने *हवा ने हवा को हिलाया हवा में* *************************** हवा ने हवा को हिलाया हवा में, गगन से फ़िजा को मिलाया हवा में। शराबा - खराबा सुनाई दिया नहीं, पवन के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 212 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 18 Apr 2022 · 1 min read नेता बीमार ******** नेता बीमार ********* *************************** देश का चाहे नेता बीमार है, घूस खाने को फिर भी तैयार है। रात को डरता लगता बेचैन है, मौत के होने वाले दीदार है।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 107 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 17 Apr 2022 · 1 min read वो क्यों नहीं मेरी हुई *वो क्यों नही मेरी हुई* ****************** आखिर कहाँ देरी हुई, वो क्यों नहीं मेरी हुई। मंजिल पहुँच पाए नहीं, पर कोशिशें बहुतेरी हुई। हम हार कर टूटे हुए, महफ़िल सनम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 102 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 16 Apr 2022 · 1 min read मिला दो जरा ****** मिला दो जरा ******* ************************* क्या ख़ता है मेरी बता दो जरा, हूँ जड़ा जड़ से मैं हिला दो जरा। उठ न पाए गिरता जमीं पर कभी, दे सहारा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 103 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 15 Apr 2022 · 1 min read खता पर वफ़ा भारी ***** खता पर वफ़ा भारी ***** ************************** तेरी खता मेरी वफ़ा पर भारी है, कोई बता दे क्या जरा बीमारी है। निभता इश्क में ना कभी कोई वादा, किस्मत सदा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 95 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 13 Apr 2022 · 1 min read आकाश नीला है ***आकाश नीला है*** ******************* सारा आकाश नीला है, पर सूरज पाक पीला है। धरती की सांस प्यासी है, बादल का ढंग ढीला है। ग़म से गमगीन लगती है। गौरी का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 137 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 11 Apr 2022 · 1 min read मेरा मन बहुत भोला है *मेरा मन बहुत भोला है* ******************** मेरा मन बहुत भोला है। तुझ पर ही सनम डोला है। कुछ भी तो नहीं मेरा है, खाली ही लिया झोला है। भावों से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 102 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 10 Apr 2022 · 1 min read लगी आग सीने में ** लगी है आग सीने में ** ********************* लगी है आग तो सीने में, मज़ा है यार पर जीने में। कभी यादें अकेली मिलती, चला हूँ बस ज़ख्म सीने में।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 125 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Apr 2022 · 1 min read जी लो जी भर कर ******* जी लो जी भर कर ******** ******************************* जो लम्हा है हाथ में जी लो जी भर कर, दो दिन की है जिंदगी काटो जी भर कर। भर - भर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 111 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 8 Apr 2022 · 1 min read अपना पराया *** अपना पराया *** ***************** अपना ही पराया है, जी भर कर सताया है। सागर जैसे सहारे जो, हमको ही तो डुबोया है। काँटों वाला बिछौना है, यारो बिस्तर बिछाया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 127 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 5 Apr 2022 · 1 min read मौसम ममन को रास नही *मौसम में को रास नहीं* ***************** सावन आया मास नहीं, मौसम मन को रास नहीं। बदला-बदला रंग दिखा, कोई अब है दास नहीं। लापता तो हैं लोग मिले, खाली घर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 129 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 4 Apr 2022 · 1 min read दिल तो पागल है *दिल तो पागल है* *************** ये दिल तो पागल है, भावों का बादल है। अपनों से खा धोखे, घावों से घायल है। घूंघट में जो मुखड़ा, देखे जो कायल है।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 139 Share सुखविंद्र सिंह मनसीरत 3 Apr 2022 · 1 min read दीवाना मुझ सा नहीं ** दीवाना मुझ सा नहीं ** ********************** दीवाना कोई मुझ सा नहीं, नज़राना कोई तुझ सा नहीं। सुलगी चिंगारी कंचन बदन में, अंगारों सा तन बुझता नहीं। संध्या श्यामल सी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 133 Share Page 1 Next