Shailendra Aseem 100 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shailendra Aseem 27 Apr 2022 · 1 min read पिता पहचान, आन-बान व सम्मान पिता हैं होठों पे थिरकती हुई मुस्कान पिता हैं चन्दन की तरह पाक व गंगा सी विमलता भगवान के भेजे हुए वरदान पिता हैं अपनी न... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 9 14 872 Share Shailendra Aseem 16 Nov 2021 · 1 min read मेरी भावना चाँद-तारों सी चमकी मेरी भावना। आपको पा के बहकी मेरी भावना।। दिल के पन्ने पे इक नाम रोशन हुआ, फिर गुलाबों सी महकी मेरी भावना। माँ के हाथों की रोटी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 834 Share Shailendra Aseem 22 Oct 2021 · 1 min read हौसले की उड़ान हौसले की उड़ान है भाई आँख में आसमान है भाई मैं भजन तू अज़ान है भाई साथ हिन्दोस्तान है भाई फ़र्क़ उस दौर में रहा होगा आज सब कुछ समान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 626 Share Shailendra Aseem 30 Apr 2022 · 1 min read पहाड़ों की रानी मैं लगाना चाहता हूँ तुम्हारे जूड़े में चेस्टनट के फूल क्योंकि मुझे दिखते हैं इनमें कई साफ शफ़्फ़ाफ़ दिल नहीं है जिनमें ज़रा सी भी कटुता आज के प्रयोगवादी युग... Hindi · कविता 651 Share Shailendra Aseem 12 Sep 2021 · 1 min read हाय रे बिजुरिया पूछे न हमरी खबरिया अरे! हाय रे बिजुरिया घर अभिनेता के झाड़ू लगावे नेता पे अपनी जवानी लुटावे हमसे चुरावे नजरिया अरे! हाय रे बिजुरिया खाती है रोज रोज हमरी... Bhojpuri · गीत 552 Share Shailendra Aseem 30 Jul 2021 · 1 min read कुसीनगर के माटी हउवे भोजपुरिया खाँटी जिला कुसीनगर के माटी जे बुद्ध नगरिया आई दुनिया में सनेहिया बाँटी कुस के बसावल कुसीनगर नाहीं परती बाबा अज्ञेय जी के हवे जनम धरती इहवाँ जे... Bhojpuri · गीत 1 565 Share Shailendra Aseem 10 Jul 2021 · 1 min read हर तरफ है तबाही की कहानी हर तरफ है। क़यामत की निशानी हर तरफ है।। हमारी किश्तियाँ भी हैं सलामत, "अगर पानी ही पानी हर तरफ है।" न साक़ी है न रिन्दाना नज़ारे,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 502 Share Shailendra Aseem 16 Jul 2021 · 1 min read वसन्त महकने लगे दिग-दिगन्त, शायद वसन्त आ गया भाव उठे मन में अनन्त, शायद वसन्त आ गया चुपके से बादल का घूंघट उठा कर अधखिली कली जैसी चाँदनी को पा कर... Hindi · गीत 1 4 517 Share Shailendra Aseem 11 Jul 2021 · 1 min read वक़्त पड़ा तो वक़्त पड़ा तो क्यारी क्यारी बोलेगी भारत माँ की यह फुलवारी बोलेगी जब जब प्रश्न उठेगा इसकी गरिमा पर चन्दन और टोपी की यारी बोलेगी © शैलेन्द्र 'असीम' Hindi · मुक्तक 532 Share Shailendra Aseem 16 Nov 2021 · 1 min read मैं लिखता हूँ दुनिया भर की बातें ख़ुद से करती है, मैं लिखता हूँ। लम्हा-लम्हा रात अकेली ढलती है, मैं लिखता हूँ।। तनहाई में टकराते हैं दर्दो-ग़म के पैमाने, दिल के मयख़ाने में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 523 Share Shailendra Aseem 8 Jul 2021 · 1 min read लिखें कहानी आओ मिलकर लिखें कहानी, तेरी मेरी नयी पुरानी कुछ टूटे सपनों को जोड़ें लेकर इन आँखों का पानी जाने कितने युग बीते पर मन का ताल कहाँ सूखा है तुम... Hindi · गीत 1 435 Share Shailendra Aseem 29 Apr 2022 · 2 min read सुन ज़िन्दगी! सुन ज़िन्दगी! चौंक गयी ना, देखकर मुझे? तूने क्या समझा था, मिट गया मैं? लुट गया मैं? बहुत खुश थी तू मेरे ख्वाबों के पर काटकर दौड़ते पैरों में ज़ंजीर... Hindi · कविता 1 488 Share Shailendra Aseem 16 Jul 2021 · 1 min read प्रथम प्रेयसी उपमा से उपमान जुड़ा है गणना से अनुमान जुड़ा है भोर किरन से,प्रीत मिलन से,शब्द-शब्द से मान जुड़ा है दुनिया की सारी सुन्दरता गीतों में अब ढल जाने दो कवि... Hindi · गीत 3 8 481 Share Shailendra Aseem 11 Jul 2021 · 1 min read न हो अभ्यास तो न हो अभ्यास तो ज्ञानी पुरूष अल्पज्ञ हो जाए बिना गुरु ज्ञान के कैसे कोई सर्वज्ञ हो जाए कृपा परमात्मा की उस जगह निशिदिन बरसती है धरा वह धाम होती... Hindi · मुक्तक 467 Share Shailendra Aseem 9 Jul 2021 · 2 min read मेरे सनम तुम्हीं तुम हो मेरे सनम तुम्हीं तुम हो मेरे सनम चले आओ मुखड़े से पर्दा हटाए बिखर जाये अहसास में चाँदनी सी कई ख़्वाब ले लें जनम तुम्हीं तुम हो... Hindi · गीत 1 469 Share Shailendra Aseem 9 Aug 2021 · 1 min read हर तरफ नूर गिरहबन्द मुक्तक ~~~~~~~~ हर तरफ नूर था चाँदनी रात थी। जब मेरी उनसे पहली मुलाक़ात थी।। एक बादल खुशी का चला झूमकर। "ज़िन्दगी में मुहब्बत की बरसात थी"।। ✍️ शैलेन्द्र... Hindi · मुक्तक 456 Share Shailendra Aseem 8 Jul 2021 · 1 min read बहे पुरवइया पुरइन के पात नियर चिकन अंगनइया बहे पुरवइया, मोरे अमरइया बहे पुरवइया........ कतहूँ बिरहिनिया के मन ना थिराला अंसुअन से रोज रोज चउका लिपाला राति राति भर खनके कहूँ कंगनइया... Bhojpuri · गीत 432 Share Shailendra Aseem 8 Jul 2021 · 1 min read रूप का दर्प रूप का दर्प यौवन सजाता रहे मन का पंछी प्रणय गीत गाता रहे तुम गुलाबों सा खिलकर महकती रहो मेरी साँसों में पल पल उतरती रहो नैन अपलक निहारे,निहारे तुम्हें... Hindi · गीत 2 4 433 Share Shailendra Aseem 6 Aug 2021 · 1 min read बादलों की उदास... बादलों की उदास आँखों में, दर्द की इक नयी कहानी है ग़ौर से देखिए तो आँसू है, वर्ना बरसात का ये पानी है काँपते होंठ कह रहे थे कुछ, झुकी... Hindi · मुक्तक 2 417 Share Shailendra Aseem 5 Sep 2021 · 1 min read गुरु न तुम होते अगर पथ में, बिखरता मैं चला जाता। दिये की लौ नहीं जलती, उजाला दूर हो जाता।। तुम्हारे ज्ञान की गंगा, तुम्हारे स्नेह की धारा। भिगोती यदि नहीं... Hindi · कविता 1 2 430 Share Shailendra Aseem 8 Jul 2021 · 1 min read हमार भोजपुरिया सँघवाँ बोलावे हमार भोजपुरिया रहिया देखावे हमार भोजपुरिया जिनिगी के घामे से जीउ तलफलाय तब अँचरा ओढ़ावे हमार भोजपुरिया ©️ शैलेन्द्र 'असीम' Bhojpuri · मुक्तक 432 Share Shailendra Aseem 30 Aug 2021 · 1 min read हे कृष्ण कन्हैया! हे कृष्ण कन्हैया ! रास रचैया !! अब तो मुझे पुकार लो है नाव मेरी भव-सागर अटकी, आ कर इसे उबार लो अपने पग की धूल बना दो पथ से... Hindi · गीत 1 2 407 Share Shailendra Aseem 13 Aug 2021 · 1 min read वो मिला मुझको वो मिला मुझको बेवफ़ा की तरह मैंने चाहा जिसे ख़ुदा की तरह याद ऐसे किसी की आई है जैसे आये कोई सबा की तरह देखता हूँ तो बहक जाता हूँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 406 Share Shailendra Aseem 25 Jul 2021 · 3 min read महादैत्य चारों तरफ अन्धकार छाया हुआ था। बच्चे, महिलाएं, बूढ़े, जवान सभी चीत्कार कर रहे थे। कोई किसी की नहीं सुनता। सब इधर-उधर भागते, बेतहाशा खाँसते और अन्त में तड़पकर शान्त... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 4 2 417 Share Shailendra Aseem 9 Aug 2021 · 1 min read फिर नज़र में तरही ग़ज़ल ~~~~~~ फिर नज़र में समाया हुआ है अब्र बनकर वो छाया हुआ है ख़्वाब जिसके लिए मुन्तज़िर थे वो हक़ीक़त में आया हुआ है। उनसे मिलकर मेरे दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 401 Share Shailendra Aseem 31 Aug 2021 · 1 min read राधिका मधुवन में महारास की पहचान राधिका अधरों पे जो कान्हा के, वो मुस्कान राधिका जग मन्त्रमुग्ध हो गया जिस टेर को सुनकर उस मोहिनी मुरली की मधुर तान राधिका बस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 406 Share Shailendra Aseem 8 Jul 2021 · 1 min read भारत माता की जय भारत माता की जय,भारत माता की जय तेरा आँचल अम्बर जैसा तेरी गाथा अक्षय सागर चरणों की धूल चखे तू जननी वीर प्रसूता है सरताज हिमालय को लांघे दुनिया में... Hindi · गीत 1 2 425 Share Shailendra Aseem 9 Jul 2021 · 1 min read बात ये सच है बात ये सच है कि मैं हद से गुज़र जाऊँगा वो अगर फिर भी न माने तो किधर जाऊँगा मुझसे नफ़रत है तो मत खोल ये पलकें अपनी आँख के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 434 Share Shailendra Aseem 17 Nov 2021 · 1 min read हुस्न चाहत की हुस्न चाहत की निगाहों से निखारुं आ जा मैं कलम से तेरी तस्वीर उतारूँ आ जा ऐ ग़ज़ल तू मेरी हर साँस में, धड़कन में रहे फिर तेरे गेसू-ए-अशआर संवारूं... Hindi · मुक्तक 1 407 Share Shailendra Aseem 23 Jul 2021 · 6 min read अन्तर्द्वन्द्व आज वह फिर उदास बैठा था। उसके चारों ओर प्रकृति का मनमोहक सुन्दरतम रूप अपने सम्पूर्ण वैभव के साथ उपस्थित था। कभी नदी की कल-कल ध्वनि किसी मधुर संगीत का... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 3 6 406 Share Shailendra Aseem 13 Aug 2021 · 1 min read देश के वास्ते देश के वास्ते दर-ब-दर हो गए आसमाँ झुक गया वो जिधर हो गए है उन्हें शत नमन जो वतन के लिए प्राण का दान दे कर अमर हो गए ©️... Hindi · मुक्तक 438 Share Shailendra Aseem 13 Aug 2021 · 1 min read वन्दे मातरम् आन बान सम्मान वन्दे मातरम्। भारत माँ की शान वन्दे मातरम्।। वन्दे मातरम्! वन्दे मातरम्!! वन्दे मातरम्!!! - 2 आज़ादी का महामंत्र है यही हमारा अशफ़ाक़ उल्ला, भगत सिंह, आज़ाद... Hindi · गीत 399 Share Shailendra Aseem 19 Aug 2021 · 1 min read ऐ ज़िन्दगी! ऐ ज़िन्दगी ! किस मिट्टी से बनी है तू ? मिट्टी नहीं शायद पत्थर से, पत्थर भी नहीं शायद किसी और ही चीज़ से, पल-पल में बदलती है अनगिनत रंग,... Hindi · कविता 1 388 Share Shailendra Aseem 11 Jul 2021 · 1 min read सरस्वती वन्दना शक्ति दे माँ! भक्ति दे माँ! कर्म से अनुरक्ति दे माँ!! सृष्टि के हर खण्ड में, अणुखण्ड में है तू समाहित श्वास में, प्रश्वास में अनवरत तू ही तू प्रवाहित... Hindi · गीत 1 2 401 Share Shailendra Aseem 16 Dec 2021 · 1 min read आपसे दूरियाँ आपसे दूरियाँ हो गयीं ख़्वाब सी चिट्ठियाँ हो गयीं कौन अब ज़ेह्नो-दिल में रहे ख़ाक ये बस्तियाँ हो गयीं पाँव अपने ज़मीं पर रहे चाँद सी रोटियाँ हो गयीं वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 417 Share Shailendra Aseem 11 Jul 2021 · 1 min read अम्न की चिड़िया 1- अम्न की चिड़िया जब भी चहकने लगती है घाटी में क्यूँ आग दहकने लगती है पूजा की थाली में जब जब रखता हूँ केसर से बारूद महकने लगती है... Hindi · मुक्तक 410 Share Shailendra Aseem 20 Mar 2022 · 1 min read रंग की वर्षा रंग की वर्षा अनंग करे, ऋतुराज उमंग भरे तन-मन में। गाल गुलाल से लाल रहे, नित फाग का राग रहे जीवन में।। द्वेष कपट कुविचार जले, मधुमास का वास हो... Hindi · सवैया 379 Share Shailendra Aseem 20 Aug 2021 · 1 min read नीक लागे निमिया नीक लागे निमिया के छइयाँ झुलुअवा पर पेंग मारें मइया पँउवा पखारे बदे बरसे सवनवा मड़ुआ दवनवा से महके अँगनवा झुर झुर बहेले बेयरिया झुलुअवा पर पेंग मारें मइया चउका... Bhojpuri · लोकगीत 395 Share Shailendra Aseem 28 Jul 2021 · 1 min read साहित्यकार हमने सत्ता को उसका कर्तव्य बताया है भटके सिंहासन को सच्चा पथ दिखलाया है जब जब राजमुकुट पर मद के बादल छाये हैं तब तब रचनाओं को हमने छत्र बनाया... Hindi · मुक्तक 365 Share Shailendra Aseem 15 Nov 2021 · 1 min read साहिल के आस-पास साहिल के आस पास लिये जा रहा मुझे तूफान जो तबाह किये जा रहा मुझे खुद आसमां पे हो के भी वो चांद, देखिए हर रात नये ख़्वाब दिये जा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 422 Share Shailendra Aseem 16 May 2022 · 1 min read प्रिय सुनो! दग्ध अन्तर में व्यथाएँ टूटतीं मृदु कामनाएँ दीप की प्रज्ज्वलित लौ सा रक्त प्राण जला रहा हूँ प्रिय सुनो! मैं जा रहा हूँ शक्ति क्या है भक्ति क्या है प्रेम... Hindi · गीत 2 397 Share Shailendra Aseem 9 Jul 2021 · 1 min read ऋतुराज हरित प्रकृति भई, मृदुल प्रवृत्ति भई अतुल उछाह लिये सकल समाज है नवल वसन धरि तरुवर खिलि गयो मधुर मिलन कर सजि गयो साज है अधर अमिय रस, नयन मदन... Hindi · घनाक्षरी 379 Share Shailendra Aseem 16 Jul 2021 · 1 min read मदमाते मौसम का मदमाते मौसम का प्रिय अनुबन्ध बनो बरखा-झूला-कजरी का सम्बन्ध बनो मैं सावन की मस्त घटा बन कर बरसूँ तुम प्यासी धरती की सोंधी गन्ध बनो ©️ शैलेन्द्र 'असीम' Hindi · मुक्तक 1 2 364 Share Shailendra Aseem 17 Jan 2022 · 1 min read ये हाल मेरे दिल का ये हाल मेरे दिल का दिलदार तक न पहुँचा ख़त लेके मेरा क़ासिद सरकार तक न पहुँचा बादे हयात भी मैं इक ऐसा परिन्दा हूँ 'जो छूटकर क़फ़स से गुलज़ार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 363 Share Shailendra Aseem 2 May 2022 · 1 min read उबारो हे शंकर ! जगत को मिटाने चला है बवण्डर। उबारो हे शम्भू! उबारो हे शंकर!! पड़ा सृष्टि-अस्तित्व पर घोर संकट, किया कण्ठ-धारण हलाहल तुम्हीं ने। चलीं स्वर्ग से वेग लेकर थीं गंगा, जटा... Hindi · गीत 3 4 384 Share Shailendra Aseem 9 Jul 2021 · 2 min read युद्ध हमें लड़ना होगा सिंधु नदी के जल से तुझको पाला-पोसा, बड़ा किया सर्वाधिक तरजीही राष्ट्र बनाकर था सम्मान दिया लेकिन अपनी फितरत से भी बाज भला कब आता तू छेद उसी में करता... Hindi · कविता 1 2 401 Share Shailendra Aseem 9 Aug 2021 · 1 min read वही मन का तरही ग़ज़ल --------------- मतला -------- वही मन का मेरे दरपन हुआ है जिसे पा कर मगन गुलशन हुआ है गिरह ------- चला मेले से हामिद ले के चिमटा 'खिलौनों से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 382 Share Shailendra Aseem 6 Nov 2021 · 1 min read सगरी तिउहार डेग डेग पर पसरल बाटे केतना संस्कार हमरे देसवा में दुनिया के सगरी तिउहार नागपचैया पर सांपन के दूध पियावल जाला रक्षाबन्धन में भइया के राखी बान्हल जाला राम,कृष्ण,गौतम बनि... Bhojpuri · गीत 411 Share Shailendra Aseem 11 Dec 2021 · 1 min read कहाँ पाओगे? कहाँ पाओगे ? ~~~~~~~~ (1) कौन भला रोके सुगन्ध को हवा कहाँ प्रतिबन्ध मानती पंछी के आने - जाने पर सीमा कैसे रार ठानती स्निग्ध चाँदनी की शीतलता कैसे ठहरे,... Hindi · कविता 1 1 351 Share Shailendra Aseem 10 Jul 2021 · 1 min read फूल ही फूल फूल ही फूल बिछे हों वो डगर हो जाऊँ आपके वास्ते गीतों का शजर हो जाऊँ है नहीं चाह किताबों में दफ़्न होने की आप होठों पे सजा लें तो... Hindi · मुक्तक 383 Share Page 1 Next