डॉ.सीमा अग्रवाल Language: Hindi 469 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ.सीमा अग्रवाल 2 Feb 2021 · 1 min read अधर मौन थे, मौन मुखर था... अधर मौन थे, मौन मुखर था... कितना सुखद हसीं अवसर था। अधर मौन थे, मौन मुखर था। पूर्ण चंद्र था, उगा गगन में। राका प्रमुदित, मन ही मन में। टुकुर-टुकुर... Hindi · कविता 14 16 634 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 16 Dec 2020 · 1 min read जान है तो जहान है.... ("कोरोना" विषय पर काव्य प्रतियोगिता हेतु) जान है तो जहान है.... न सँभले हैं हालात अभी और कुछ दिन घर में रहो ख्याल रखो अपना-अपनों का न बीच शहर में रहो संयम से रह किसी तरह... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 57 752 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 23 Jun 2022 · 1 min read पाँव में छाले पड़े हैं.... पाँव में छाले पड़े हैं ... वेदना में जल रही हूँ, आँसुओं में गल रही हूँ। पाँव में छाले पड़े हैं, पर निरंतर चल रही हूँ। ओ नियंता दर्द मेरा,... Hindi · गीत 10 6 372 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 7 Jul 2022 · 1 min read दोहे एकादश ... धंधा करते झूठ का, दावे करते नेक। सिर्फ एक या दो नहीं, देखे यहाँ अनेक।।१।। जता कमी कुछ और की, करते ऊँचा घोष। छिद्रान्वेषी मनुज को, दिखें न अपने दोष।।२।।... Hindi · दोहा 8 10 515 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 1 Jul 2023 · 1 min read फितरत दुनिया की... इस दुनिया की ये फितरत है। अपना कहती फिर छलती है। बाहर- बाहर मीठी बातें, पर भीतर चालें चलती है। किए बड़े थे उसने वादे। मगर नहीं थे नेक इरादे।... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 2 195 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 2 Jul 2023 · 1 min read फ़ितरत अपनी अपनी... जान जाते जो तुम्हें हम, दिल न यूँ तुमसे लगाते। क्यों जगाते कामनाएँ, चाहतों को पर लगाते ? जानते जो बेवफाई, है तुम्हारी फ़ितरतों में, जिंदगी के राज अपने, क्यों... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · गीतिका 8 2 172 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 23 Jul 2021 · 1 min read तुम ना आए.... उग आया लो चाँद गगन में, तुम ना आए। खोई तुममें रही मगन मैं, तुम ना आए। याद करो तुम ही कहते थे, साँझ ढले घर आ जाऊँगा। निकलेगा जब... Hindi · गीत 7 8 701 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 25 Jun 2022 · 1 min read रहे न अगर आस तो.... रहे न अगर आस तो.... क्या क्षणिक इन आँधियों से,जिंदगी डर जाएगी ? रहे न अगर आस तो हाँ, प्यास ही मर जाएगी । तू बस अपना काम कर, फल... Hindi · गीत 7 8 541 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 3 Feb 2021 · 1 min read #कुछ खत मौहब्बत के मन कर रहा आज यह मेरा... मन कर रहा आज ये मेरा ख़त एक तुम्हारे नाम लिखूँ बिन तुम्हारे कट रहीं कैसे मेरी सुबहें औ शाम लिखूँ आए हर पल... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 65 400 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 5 Feb 2021 · 1 min read आखर-आखर नाम पे जिसके... आखर-आखर नाम पे जिसके गीत मैं नित रचती जाती हूँ क्या कोई पल ऐसा होता होगा सुधि उसको मेरी आती होगी क्या सरल अब भी वह पहले जैसा या बन... Hindi · कविता 6 4 286 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 14 Feb 2021 · 1 min read इश्क आसान नहीं होता है.... इश्क आसान नहीं होता है ------ मन-सीपी याद सँजोता है कभी हँसता कभी रोता है सुख चैन खुदी सब खोता है इश्क आसान नहीं होता है उसकी यादें उसकी बातें... Hindi · कविता 6 4 387 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 7 Jul 2021 · 1 min read सुन लो प्रभु जी.... दुर्मिल सवैया छंद 32 मात्राएँ, 24 वर्ण व आठ सगण 112 सुन लो प्रभुजी दुखते मन की, कर जोड़ करूँ विनती तुम से भव ताप हरो अघ भार हरो, मन... Hindi · मुक्तक 6 2 433 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 21 Jul 2021 · 1 min read किन्नर व्यथा..... जिस जननी ने जाया हमको, किया उसने ही हमें पराया। जिस पिता का खून रगों में, उसे भी हम पर तरस न आया। अन्याय समाज और अपनों का, जन्म लेते... Hindi · कविता 6 8 634 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 25 Jun 2022 · 1 min read वापस लौट नहीं आना... वापस लौट नहीं आना... मंजिल तक जाने में निश्चित, व्यवधान बहुत आएंगे। बस तुम मुश्किल से घबराकर, वापस लौट नहीं आना। दुख को चखकर सुख की कीमत, और अधिक बढ़... Hindi · गीत 6 6 296 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 Aug 2022 · 1 min read साजिशें ही साजिशें... साजिशें ही साजिशें... साजिशें ही साजिशें। हर तरफ हैं साजिशें। चैन- सुकून लील रहीं, रंजिशें औ साजिशें। लग रहीं हर काम में, तिकड़म औ सिफारिशें। पूरी हों तो कैसे, आसमां... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 459 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 22 Dec 2020 · 1 min read रहे चिर नूतन नेह हमारा... रहे चिर नूतन नेह हमारा... रात निखर उठती है जैसे, चंदा को निज अंक लगाकर। मैं भी निखर उठूँगी वैसे ही, साथ तुम्हारा अद्भुत पाकर। नहला चाँदनी में अपनी तुम,... Hindi · कविता 5 6 348 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 2 Jun 2021 · 1 min read करुणा की बरसात...(दोहे) करुणा की बरसात... सावन आया देखकर, हर्षित दादुर मोर। बदली में चंदा छुपा, ढूँढे कहाँ चकोर।।१।। अबके सावन करो प्रभु, करुणा की बरसात। शाख ना टूटे कोई, घर-घर हुलसें पात।।२।।... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 8 570 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 13 Jun 2021 · 1 min read दीदार चाँद का... दीदार चाँद का... रात जब ढलने लगी, दीदार हुआ चाँद का साँस जब थमने लगी, दीदार हुआ चाँद का यूँ तो गम पहले से ही, कम न थे जिंदगी में... Hindi · कविता 5 4 383 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 14 Jun 2021 · 1 min read सँभल जा मानव... स्वार्थ-ग्रसित हो सीने में प्रकृति के, नित खंजर तूने भोंके हैं । पग- पग चेतावनी देकर उसने, पग बढ़ने से तेरे रोके हैं । नामुमकिन है कुदरत को तेरा, वश... Hindi · मुक्तक 5 4 484 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jul 2021 · 1 min read अजब जीवन की बिडंबना है.... जानती हूँ, नसीब में मेरे, जुगनू भर की चमक नहीं है। तमस मेरे गम का अमा-निशा से भी अधिक घना है। कब देखी मैंने हरियाली, कब आयी घर खुशहाली, सब... Hindi · गीत 5 6 502 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 4 Aug 2021 · 1 min read सबकी सीमा खैर मना.... इधर-उधर मत ताका कर मन के भीतर झाँका कर काँटों भरी राह पर भी तू फूल खुशी के टाँका कर मोती भी चुग लाया कर यूँ ही धूल न फाँका... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 2 295 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 4 Aug 2021 · 1 min read अभी दूर बहुत जाना है... यूँ हार के मन क्यों बैठे राही अभी दूर बहुत जाना है ! पथ में आए इन रोड़ों से तुम्हें तनिक न घबराना है ! क्यों मन इतना विचलित होता... Hindi · कविता 5 6 412 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 4 Aug 2021 · 1 min read क्यों चाँद आज उदास है.... क्यों चाँद आज उदास है ! पीली सी पड़ी उजास है ! सहमा सा है स्तब्ध गगन, दिखता न कहीं हुलास है। हतप्रभ निहारती चाँदनी, रुक गया धरा का लास... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 2 529 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 3 Sep 2021 · 1 min read कौन बचेगा इस धरती पर..... (विश्व प्रकृति दिवस, 03 अक्टूबर) कुछ ख्वाब नयन में हैं बाकी, क्या यहीं धरे रह जाएंगे ? उनको पूरा करने फिर हम, क्या लौट धरा पर आएंगे ? बचा रहेगा भू पर जीवन, या सब... Hindi · कविता 5 4 871 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 11 Jul 2022 · 2 min read हृद् कामना .... हृद्-कामना... यही कामना जग में सबसे, सरल-सहज व्यवहार करूँ। तेरी कृपा के गुल खिलें तो, उन्हें गले का हार करूँ।। नहीं चाहिए मुझको प्रभुवर, किस्मत से कुछ भी ज्यादा। लिखा... Hindi · गीतिका 5 4 544 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 13 Jul 2022 · 1 min read तस्मै श्री गुरवे नमः आज गुरू पूर्णिमा के पावन पर्व पर श्री गुरू के चरणों में समर्पित एक मुक्तक - 1222 1222 1222 1222 महज दे ज्ञान पुस्तक का, नहीं पढ़ना सिखाते हैं। सहारा... Hindi · मुक्तक 5 2 363 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 15 Jul 2022 · 1 min read करुणा के बादल... करुणा के बादल... फिर बरसें प्रभु जग में तेरी, करुणा के बादल। हरी-भरी बसुधा, खुशियों की, नदी बहे छलछल। नदिया-सागर-ताल-सरोवर, सब ही रीत गए। सुख में गोते खाने के दिन,... Hindi · गीत 5 4 298 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 6 Nov 2022 · 1 min read आईना... वो मेरा आईना था ----- ये चेहरा तो मेरा न था, ये कैसा आईना था ! बदले अक्स दिखाता, बदला-सा आईना था ! रूप-रंग संग दिल भी, होता जिसमें साकार,... Hindi · Daily Writing Challenge · आईना · ग़ज़ल/गीतिका 5 2 195 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 Mar 2023 · 1 min read तुम्हें ना भूल पाऊँगी, मधुर अहसास रक्खूँगी। तुम्हें ना भूल पाऊँगी, मधुर अहसास रक्खूँगी। छुपाकर दूर इस जग से, रिदय के पास रक्खूँगी । लगी लौ नेह की तुमसे, बुझेगी क्या ज़माने से, घुमड़ घन बन चले... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 5 487 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 20 Apr 2020 · 2 min read कोरोना गीत गो कोरोना, गो कोरोना.... ये करो ना वो करो ना क्या करो और क्या करो ना आयी कैसी मनहूस घड़ी ये जां साँसत में आ रहा रोना गो कोरोना, गो... Hindi · गीत 4 10 440 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 31 May 2021 · 1 min read कैसी झमाझम सारी रात हुई.... कैसी झमाझम सारी रात हुई... बिन मौसम ही बरसात हुई अँखियों से सारी रात हुई मन-किसान झूला फाँसी पर सुख की खेती बरबाद हुई ! पसरा हर सूं गहन अँधेरा... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 8 490 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 15 Jun 2021 · 1 min read ऐसा गया बिलट के... ऐसा गया बिलट के... ऐसा गया बिलट के। देखा नहीं पलट के। किस्मत कैसी लंपट, खेली खेल कपट के। नन्हीं खुशियाँ मेरी, ले ही गयी झपट के। पाकर उसकी आहट,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 215 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 15 Jun 2021 · 1 min read गुनो सार जीवन का... गुनो सार जीवन का... इधर-उधर मत डोलो मन की आँखें खोलो तोड़ो न दिल किसी का असत्य कभी न बोलो रखकर कर्म-तुला पर सुख-दुख दोनों तोलो प्रायश्चित के जल से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 449 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 17 Jun 2021 · 1 min read सहमी सी है आज कलम.... सहमी-सी है आज कलम शब्द उदास हैं खोए-खोए अथाह गमों का सागर है आखिर कोई कितना रोए ! मानव ही जब मानव की पीड़ा समझ न पाता है शब्द अगर... Hindi · कविता 4 4 341 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 19 Jun 2021 · 1 min read रात बदरिया घिर-घिर आए.... रात बदरिया घिर - घिर आए पास न कोई दिल घबराए बागी हुआ निगोड़ा मौसम आ धमकाए लाज न आए उफ कैसी मनहूस घड़ी है बात - बात पर जी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 4 304 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 25 Jun 2021 · 1 min read खींच मत अपनी ओर..... खींच मत अपनी ओर अतीत। साथ हमारा गया अब बीत। माना तू सुहाना बहुत है। पर अब मुझसे दूर बहुत है। आकर्षण में बँध मैं आती, दिखता तुझमें नूर बहुत... Hindi · कविता 4 2 517 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 10 Jul 2021 · 2 min read पल रहा था नयनों के भीतर.... पल रहा था नयनों के भीतर सपना एक मधुर सलोना था...... कब तक जीता रहता यूँ ही, हासिल न कुछ भी होना था। एक न एक दिन तो आखिर, उसे... Hindi · कविता 4 2 543 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 10 Jul 2021 · 1 min read छोड़ो नफरत और अदावट.... छोड़ो नफरत और अदावट। हर चेहरे पर, दिपे खिलावट। रची विधना ने रचना अद्भुत, सहज बनावट, सघन बुनावट। परख न पाएँ अपना-पराया, बातों में यूँ, मिले न मिलावट। मुख पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 4 531 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 16 Jul 2021 · 1 min read जीवन इतना आसान कहाँ.... जीवन इतना आसान कहाँ जीने लायक सामान कहाँ विचर रहे शैतान जमीं पर मिलता कहीं इन्सान कहाँ मुखौटे लगे खोटे चेहरे वो सहज सरल मुस्कान कहाँ भ्रष्टता हर सूं पसरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 513 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 19 Jul 2021 · 1 min read बीजः एक असीम संभावना.... बीजः एक असीम संभावना---- उठ सके अध्यात्म के शिखर तक छुपी हैं ऐसी अनंत संभावनाएँ मनुज में। होती हैं जैसे हर बीज में वृक्ष बनने की। जरुरत है बस सम्यक्... Hindi · कविता 4 578 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 23 Jul 2021 · 1 min read मैंने तुमको याद किया.... कितनी रातें नींद उड़ाकर मैंने तुमको याद किया स्मृतियों की बस्ती बसाकर मैंने दिल आबाद किया तसव्वुर में छवि आँक तुम्हारी सोई तुमको अंक लगाकर मन से मन के तार... Hindi · कविता 4 2 261 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 24 Jul 2021 · 1 min read न रोको तुम किसी को भी.... १२२२ १२२२ १२२२ १२२२ न रोको तुम किसी को भी, न टोको तुम किसी को भी। करे जो जी करे जिसका, न बोलो कुछ किसी को भी। हमारा काम समझाना,... Hindi · मुक्तक 4 406 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 27 Jul 2021 · 1 min read मुझे याद तुम्हारी आती है.... बदली जब नभ में छाती है धरा झूम- झूम इठलाती है मुझे याद तुम्हारी आती है इक बूँद बरस जब स्वाति की चातक की प्यास बुझाती है मुझे याद तुम्हारी... Hindi · कविता 4 4 383 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 Jul 2021 · 1 min read तेरी यादों के सहारे.... तेरी यादों के सहारे, जीने की ठान ली है। दिल ने भी अब हमारे, ये बात मान ली है। तकतीं थीं राह कभी, पलक-पाँवड़े बिछाए, तुम बिन अब जीएँगी, आँखों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 307 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 29 Jul 2021 · 1 min read जहाँ तुम हो वहाँ मैं हूँ.... जहाँ तुम हो वहाँ मैं हूँ, तुम्हारा अंश हूँ मैं भी। जहाँ मैं हूँ वहाँ तुम हो, अतः निश्चिंत हूँ मैं भी। न छूटे साथ रघुवर ये, कृपा मुझपे सदा... Hindi · मुक्तक 4 2 291 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 4 Aug 2021 · 1 min read दिल क्यूँ उसका अभ्यस्त हुआ... दिल क्यूँ उसका अभ्यस्त हुआ हर पल जो खुद में व्यस्त हुआ हों आँख में तेरी अश्क तो क्या वो सुख में अपने मदमस्त हुआ रची थी जतन से प्रेम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 4 432 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 4 Aug 2021 · 1 min read दुख में ही सुख तलाश ले.... दुख में ही सुख तलाश ले यूँ मन तू अपना तराश ले शोले जो दहकते हैं भीतर समझ तू उन्हें पलाश ले ! अज्ञान- तमस हरती चल जग को जीवन... Hindi · कविता 4 4 430 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 13 Aug 2021 · 2 min read वे दिन भी क्या सुंदर दिन थे..... वे दिन भी क्या सुंदर दिन थे... बाँहों में जब चाँद की हम, चाँदनी ओढ़कर सोते थे ! पंख पसारे कल्पनाओं के, स्वप्न लोक में विचरा करते। दूर से ही... Hindi · कविता 4 2 556 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 3 Sep 2021 · 1 min read सजाकर स्वप्न आँखों में.... सजाकर स्वप्न आँखों में, मुझे भेजा यहाँ तुमने। पलटकर भूल से भी फिर, नहीं देखा कभी तुमने। तुम्हारे जिगर का टुकड़ा, तुम्हारा अंश हूँ मैं भी, कहाँ किस हाल में... Hindi · मुक्तक 4 243 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 13 Sep 2021 · 1 min read ऐसा पर्व मनाए हिंदी.... ऐसा पर्व मनाए हिंदी --- ----------------------------- भारती के भाल सजे, सम्मान जग में पाए हिंदी। स्वर्णिम इतिहास अपना, आज फिर दोहराए हिंदी।। मात्र भाषा ही नहीं ये, जान है निज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 325 Share Page 1 Next