Rekha Mohan Tag: ग़ज़ल/गीतिका 8 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rekha Mohan 7 Oct 2021 · 1 min read गीतिका छंद- दिगंबरी प्रदत्त मापनी- 1222 1222 1222 122 समांत –नाये, अपदांत... सुहाना सा सफर में हो ...चलो मंजिल तलाशें कभी कविता रचो जो तुम, तभी गाकर सुनायें ।। हजारों चाहतों में हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 305 Share Rekha Mohan 6 Jun 2021 · 1 min read गीतिका गीतिका चयनित छंद-शुद्ध गीता (मापनी युक्त) *मापनी-2122 2122 2122 2121 ज़िन्दगी ऐसे बदलती है कहानी सा विचार जब हुआ ये सामने तो ये रूहानी सा निहार. आज फिर देखे यकी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 480 Share Rekha Mohan 6 Jun 2021 · 1 min read गीतिका - घूमती गई बाजार पर गीतिका :- भीड़ सी लोगो दिखी जब घूमती गई बाजार पर है करोना हार पाई वायरस अधिकार पर || 1 कुछ झुठा पैगाम गम में जान कर दे वो गया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 295 Share Rekha Mohan 5 Jun 2021 · 1 min read माँ विधा - स्वैच्छिक दिनांक -०5/०6/२१ ******************* तेरी सूरत से नहीं मिलती किसी की सूरत मेरी माँ तूं भगवान का दूसरा रूप दिखता सदा मुझको माँ. तू ममता में यशोदा सी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 651 Share Rekha Mohan 22 Sep 2019 · 1 min read गज़ल वज़्न--2122 1212 22(112) हक सुनाया असल दुहाई है सब भुला कर नज़र चुराई है| आस होकर मिली कही राहत बोझ में ले बसर भुलाई है | पढ़ सवक मायना भलाई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 259 Share Rekha Mohan 15 Sep 2019 · 1 min read गज़ल हिन्दी भी रियायत ले आदत सी जरूरत हो हिंदी से मुहब्बत हो हिंदी की इबादत हो. ले संगत महारत की शोहरत सी दावत हो हिन्दी में लिखावट की आदत सी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 252 Share Rekha Mohan 28 Aug 2019 · 1 min read गज़ल वज़्न-- 212 212 212 उम्र कटी गम पहर देखते काश मेरा सफ़र देखते. बैठी कहीं मुस्कुरा सोचती बात पाया सा ठहर देखते. याद हिचकी सुबह से रही बिन हिला सा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 389 Share Rekha Mohan 26 Aug 2019 · 1 min read गज़ल गज़ल मुमकिन नहीं जवाब हर एक सवाल का गम जिंदगी ना कर अगर ये हल नहीं होते. मायूस न हो ग़र मिले नाकामियां कभी ऎसा हे कि सब खा़ब्ब मुसल्सल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 492 Share