गीतिका – घूमती गई बाजार पर
गीतिका :-
भीड़ सी लोगो दिखी जब घूमती गई बाजार पर
है करोना हार पाई वायरस अधिकार पर || 1
कुछ झुठा पैगाम गम में जान कर दे वो गया
दर्द मेरा यूँ बढ़ा सपना बता अहिकार पर ।२
रोग झूठा चाल संगदिल साथ भी मक्कार सा
मान तन्हा कर दिया सबको लगे तैयार पर ।३
पास बैठे दो घड़ी हम से हुई बस गुफ्तगू
वो हमी से ही सहारा ले चुरा धिक्कार पर |४
खिलखिला कर हंस से जो जानता हाले सभी
कुछ न बोला दर्द सारे बस हुए बेकार पर|5
स्वरचित –रेखा मोहन6/6/२१ पंजाब