Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Jan 2024 · 1 min read

जग-मग करते चाँद सितारे ।

जग-मग करते चाँद सितारे ,सबको लगते कितने प्यारे।

रोज शाम को लिए चांदनी , हँसते रहते नील गगन में।
ओढ़ रात की काली चादर ,चाँद उतर आया आंगन में।
ये प्रहरी बनकर जागते है ,जब सोते धरती पर सारे।
जग-मग करते चाँद सितारे ……

ऊँच-नीच औ” जाती-पाँति का ,नहीं जानता भेद भाव यह।
अमीर-गरीब का फर्क नहीं ,सबसे मिलता प्रेम-भाव यह।
सर्द रात में रोज़ ठिठुरते ,हंसकर आते सबके द्वारे।
जग-मग करते चाँद सितारे ……

आओ नौनिहाल के मामा, सिलवा दूँगी सुंदर जामा।
दूर सफर पर लेकर जाना ,मिलकर करेंगे हंगामा।
जीवन के सपनों से वंचित ,दिखला देना सुखद नजारे।
जग-मग करते चाँद सितारे , सबको लगते कितने प्यारे।

वेधा सिंह
कक्षा पांचवीं

Language: Hindi
Tag: गीत
159 Views
Books from Vedha Singh
View all

You may also like these posts

क्या सितारों को तका है - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
क्या सितारों को तका है - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
- तेरी मेरी जोड़ी सदा बनी रहे -
- तेरी मेरी जोड़ी सदा बनी रहे -
bharat gehlot
डर हक़ीक़त में कुछ नहीं होता ।
डर हक़ीक़त में कुछ नहीं होता ।
Dr fauzia Naseem shad
9) “जीवन एक सफ़र”
9) “जीवन एक सफ़र”
Sapna Arora
शिखर
शिखर
Kaviraag
“बदलता भारत “
“बदलता भारत “
DrLakshman Jha Parimal
है अब मनुजता कहाँ?
है अब मनुजता कहाँ?
सोनू हंस
दिल की बात
दिल की बात
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
आपका लक्ष्य निर्धारण ही ये इशारा करता है कि भविष्य में आपकी
आपका लक्ष्य निर्धारण ही ये इशारा करता है कि भविष्य में आपकी
Paras Nath Jha
रिश्ते उन्हीं से रखो जो समय आने पर
रिश्ते उन्हीं से रखो जो समय आने पर
पूर्वार्थ
“शिक्षा के दीपक”
“शिक्षा के दीपक”
Yogendra Chaturwedi
जहाँ खुदा है
जहाँ खुदा है
शेखर सिंह
पांव में
पांव में
surenderpal vaidya
सविनय निवेदन
सविनय निवेदन
कृष्णकांत गुर्जर
कितने ही वादे करें,
कितने ही वादे करें,
sushil sarna
Forest Queen 'The Waterfall'
Forest Queen 'The Waterfall'
Buddha Prakash
मनोबल
मनोबल
Kanchan verma
मनहरण घनाक्षरी
मनहरण घनाक्षरी
Rajesh Kumar Kaurav
कभी  विवादों में यूँ रहकर देखा।
कभी विवादों में यूँ रहकर देखा।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
ना होंगे परस्त हौसले मेरे,
ना होंगे परस्त हौसले मेरे,
Sunil Maheshwari
इस अजब से माहौल में
इस अजब से माहौल में
हिमांशु Kulshrestha
बाल कविता: नानी की बिल्ली
बाल कविता: नानी की बिल्ली
Rajesh Kumar Arjun
पुस्तक समीक्षा- राना लिधौरी गौरव ग्रंथ
पुस्तक समीक्षा- राना लिधौरी गौरव ग्रंथ
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
गीत
गीत
Jai Prakash Srivastav
*सुकृति (बाल कविता)*
*सुकृति (बाल कविता)*
Ravi Prakash
फिर आयी सेल
फिर आयी सेल
Chitra Bisht
आप्रवासी उवाच
आप्रवासी उवाच
Nitin Kulkarni
वीर-जवान
वीर-जवान
लक्ष्मी सिंह
"कभी-कभी"
Dr. Kishan tandon kranti
आजादी की कहानी
आजादी की कहानी
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
Loading...