आंतरिक शांति प्राप्त करने के लिए कृतज्ञता को अपनाना एक आध्या
आंखों में खो गए, हर पल सा मिला,
मैं भी कोई प्रीत करूँ....!
singh kunwar sarvendra vikram
💞 डॉ अरूण कुमार शास्त्री एक अबोध बालक अरूण अतृप्त 💞
मुझको कभी भी आजमा कर देख लेना
सूझ बूझ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
विरोध-रस की काव्य-कृति ‘वक्त के तेवर’ +रमेशराज
सतयुग, द्वापर, त्रेतायुग को-श्रेष्ठ हैं सब बतलाते
*पहले-पहल पिलाई मदिरा, हॅंसी-खेल में पीता है (हिंदी गजल)*
ये ताज़गी ये तबस्सुम और ये ज़िन्दगी
बेटियां अमृत की बूंद..........