Dr. Kishan Karigar Tag: कविता 91 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Dr. Kishan Karigar 13 Oct 2021 · 1 min read कक्का हमर उचक्का । (होली पर हास्य कविता) ओंघराइत पोंघराइत हरबड़ाइत धड़फराइत धांई दिस बान्हे पर खसलाह कक्का हमर उचक्का होरी मे बरजोरी देखी मुस्की मारैत काकी मारलखिन दू-चारि मुक्का।। धिया-पूता हरियर पीयर रंग सॅं भिजौलकनि बड़की काकी... Maithili · कविता 1 604 Share Dr. Kishan Karigar 11 Oct 2021 · 1 min read बँटवारा (मार्मिक कविता) कियो धर्मक नाम पर कियो जातिक नाम पर कियो पैघक नाम पर कियो छोटक नाम पर एहि समाजक किछू भलमानुस लोक अपने मे कऽ लेने छथि बँटवारा। हे यौ समाजक... Maithili · कविता 1 307 Share Dr. Kishan Karigar 10 Oct 2021 · 1 min read लिखैत रही लिखैत रही। मोन होइए जे एक मिसिया कऽ पिबैत रही मुदा कहियो कऽ किछू-किछू लिखैत रही कनेक हमरो गप पर धियान देबैए मोन होइए जे पाठक सभ सॅं भेंट करैत... Maithili · कविता 1 289 Share Dr. Kishan Karigar 9 Oct 2021 · 1 min read बेलूरा ब्यास गवैया हो गइलन? बेलूरा ब्यास गवैया हो गइलन? कहेम केकरा से हमनी के लाज लागे, बाकी होखनी के कौनो लाज नैखे? गावे के कुछो त गावतारे कुछो सबे बेलूरा व्यास गवैया हो गइलन?... Bhojpuri · कविता 2 420 Share Dr. Kishan Karigar 5 Oct 2021 · 1 min read हँ मे हँ मिलाऊ (हास्य कविता) हँ मे हँ मिलाऊ (हास्य कविता) खादिक अंगा पहिर पार्टि ऑफिस मे जल्दी आऊ शहर बजार खूम दंगा कराऊ करू चापलूसी एक्को रति ने लजाऊ नेता जी के हँ मे... Maithili · कविता 1 649 Share Dr. Kishan Karigar 4 Oct 2021 · 1 min read मैं भी चापलूस बन गया (हास्य कविता) आखिर क्या करता मैं? कहाँ मारा फिरता? किसको समझाता कहाँ नहीं धक्के खाता? ईमानदारी से हश्र एसा हुआ की? अब मैं भी चापलूस बन गया? इन चापलूसों की ही तो... Hindi · कविता 2 2 768 Share Dr. Kishan Karigar 4 Oct 2021 · 1 min read अगिला अंक मे छपत (हास्य कविता) अगिला अंक मे छपत (हास्य कविता) रचना भेटल अहाँ के मुदा अगिला अंक मे ओ छपत बेसी फोन फान करब त फुसयाँहिक आश्वासन टा भेटत। अहाँ के लिखल कहाँ होइए... Maithili · कविता 1 270 Share Dr. Kishan Karigar 2 Oct 2021 · 1 min read घोंघाउज आ उपराउंज (हास्य कविता) घोंघाउज आ उपराउंज (हास्य कविता) हम अहाँ के गरिअबैत छि अहाँ हमरा गरिआउ बेमतलब के करू उपराउंज धक्कम-धुक्की करू खूम घोघाउंज. कोने काजे कहाँ अछि आब ताहि दुआरे त आरोप-प्रत्यारोप... Maithili · कविता 1 350 Share Dr. Kishan Karigar 1 Oct 2021 · 1 min read मनुक्ख बनब कोना? मनुक्ख बनब कोना? छीः छीः धूर छीः आ छीः मनुक्ख भ’ मनुक्ख सँ घृणा करैत छी ओही परमेश्वर के बनाउल माटिक मूरत हमहूँ छी अहूँ छी। केकरो देह मे भिरला... Maithili · कविता 2 3 403 Share Dr. Kishan Karigar 30 Sep 2021 · 1 min read लोक करे लूटमार जेंका (हास्य कविता) लोक करे लूटमार जेंका (हास्य कविता) लोभी बैसल अछि लोभ में जोंक जेंका ओक्कर चालि चलब झपटमार जेंका सरकारी खरांत लेल बेहाल भेल लोक करे लूटमार जेंका. लोभी लोकक भीड़... Maithili · कविता 1 1 583 Share Dr. Kishan Karigar 30 Sep 2021 · 1 min read हमरो जीबऽ दिअ (कन्या भू्रण हत्या पर आधारित) ।कन्या भू्रण हत्या पर एकटा विशेष। हमरो जीबऽ दिअ कोइखे मे छटपटा रहल छी हम ई दुनियॉं हमरो देखऽ दिअ बेटी भऽ के जनम लेनहि कोनो अपराध नही बाबू यौ,... Maithili · कविता 1 696 Share Dr. Kishan Karigar 30 Sep 2021 · 1 min read गलचोटका बर (एकटा हास्य कविता) गलचोटका बर। (एकटा हास्य कविता) देखू-देखू हे दाए-माए केहेन सुनर छथि गलचोटका बर। तिलकक रूपैया छनि जे बॉंकि सासुर मे खाए नहि रहल छथि एक्को कर। अनेरे अपसियॉंत रहैत छथि... Maithili · कविता 1 389 Share Dr. Kishan Karigar 29 Sep 2021 · 1 min read जो रे क्षुद्राहा सभ जो रे क्षुद्राहा सभ तूँ की बजबै आब? यथार्थ देखितउह चुप, किएक तोहर बकार हरण भेल छौ? मिथिलाक नाम पर फुंसियाहिक अनघोल यथार्थ काज एक्को पाई ने भेल? मुदा मैथिलीक... Maithili · कविता 1 368 Share Dr. Kishan Karigar 28 Sep 2021 · 1 min read ऐना किएक ई की ? (हास्य कविता) ऐना किएक ई की ? हास्य कविता एक्के कोइख सँ जनमल दुनू बेटा के डाक्टरी इंजीनियरिंग कराऊ मुदा बेटी के संस्कृते सँ मध्यमा कराऊ एहेन बेईमानी ऐना किएक ई की... Maithili · कविता 1 458 Share Dr. Kishan Karigar 28 Sep 2021 · 1 min read हाकिम भऽ गेलाह हाकिम भऽ गेलाह किएक चिन्हता आब कका ओ तँ हाकिम भऽ गेलाह अबैत रहैत छथि कहियो कऽ गाम मुदा अपने लोकसॅं अनचिन्हार भऽ गेलाह जुनि पूछू यौ बाबू हाकिम होइते... Maithili · कविता 1 1 347 Share Dr. Kishan Karigar 27 Sep 2021 · 1 min read के दर्शक आ के सब कवि? (हास्य कविता) होइए खूब मैथिली कवि सम्मेलन तै मे दर्शको स बेसी मंच पर बैसल कवि? बूझबा मे ने आउत के दर्शक आ के सब कवि? बानरक हेंज सन अफरजात भेल मैथिली... Maithili · कविता 1 1 744 Share Dr. Kishan Karigar 25 Sep 2021 · 2 min read बँटवारा (मार्मिक कविता) बँटवारा आज भाइयों के बीच कहा सुनी हो रही क्योंकि बँटवारा जो हो रहा है लेकिन ये लड़ाई वो नहीं जब पिता कुछ खाने को लाते थे और ये लड़ते... Hindi · कविता 3 2 479 Share Dr. Kishan Karigar 25 Sep 2021 · 1 min read बीर जबान (इंडियन आर्मी के समर्पित) बीर जबान (इंडियन आर्मी के समर्पित) मातृभूमीक रक्षा लेल शहीद भऽ जाइत छथि बीर जबान समहारने छथि ओ देशक सीमान नमन करैत अछी ‘किशन ,अहाँ छी बीर जबान। मरब की... Maithili · कविता 1 1 603 Share Dr. Kishan Karigar 25 Sep 2021 · 1 min read नबकनियाँ नबकनियाँ मोन रखियौ कनेक हमरो पिया सोलहो सिंगार कए बैसल छी हम एसगर भेंट होएब कहिया अहॉ मोन मे आस लगेने अहॉक बाट तकैत छी हम एसगर। कौआ कूचरल भोरे-भोर... Maithili · कविता 1 1 723 Share Dr. Kishan Karigar 24 Sep 2021 · 2 min read भिन भिनौज (मार्मिक कविता) भिन भिनौज। आई अपने भैयारी मे कए रहल छी कटवा-कटौज भ रहल छी अपने भैयारी मे भिन भिनौज बाबू जी अनैत छलाह किछू नीक निकौत त दुनू भाई करैत छलहूॅ... Maithili · कविता 1 1 558 Share Dr. Kishan Karigar 24 Sep 2021 · 2 min read दौगल चलि जाएब गाम। दौगल चलि जाएब गाम। मनुक्ख दौग रहल अछि मचल अछि आपा-धापी जतए केकरो कियो ने चिन्ह रहल अछि एहेन नगर आ पाथर हृद्य सॅं दूर एखने होइए जे दौगल चलि... Maithili · कविता 1 245 Share Dr. Kishan Karigar 24 Sep 2021 · 1 min read पद के दुरूपयोग (हास्य कविता) पद के दुरूपयोग (हास्य कविता) फेर भेटत नहि एहेन सुयोग अपना स्वार्थ द्वारे कानून बनाऊ-तोरू मनमर्जी सँ करू ओकर उपयोग अहाँ करू अपना पद के दुरूपयोग सत्ताक कुर्सी पर बैसल... Maithili · कविता 357 Share Dr. Kishan Karigar 24 Sep 2021 · 1 min read हे माय मिथिला हे माय मिथिला अब कारीगर तोरा सँ विदा ल रहल हे माँ मिथिला करबद्ध प्रणाम . तोहर अपने मैथिल संतान सभ तोरा करेजा के कुट्टी कुट्टी कटलकउ? हे माय तूँ... Maithili · कविता 359 Share Dr. Kishan Karigar 24 Sep 2021 · 1 min read किडनी चोर (मार्मिक कविता) किडनी चोर। देखू-देखू केहेन जमाना आबि गेल मनुखक हृदय भऽ गेल केहेन कठोर सभ सॅं मुॅंह नुकौने, चुपेचाप भागि रहल अछि एकटा किडनी चोर। डॉक्टर भऽ के करैत अछि डकैति... Maithili · कविता 1 1 949 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 2 min read पुरस्कार लऽ के नाचू (हास्य कविता) पुरस्कार लऽ के नाचू (हास्य कविता) केकरो स चिन्हा परिचे अछि कारीगर नहि यौ सरकार तऽ अहिं कहू की हम करू त आउ हमरे स चिन्हा परिचे कए लियअ आ... Maithili · कविता 3 4 366 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 1 min read लुगाई और मँहगाई (हास्य कविता) अपने मित्र को देखते ही? मैं भड़क उठा और बोला छोटे भाई बन मेरी लुगाई को घूरने से अच्छा? की तूं उसे ले ही भाग. मेरे मित्र ने पूछा, अच्छा... Hindi · कविता 1 694 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 1 min read किछो ने करू (हास्य कविता) किछो ने करू अहांके कोन चिंता? तै हरदम चुपे रहू अहां सब चितें टा करू समस्या नेदान मे किछो ने करू जोगारी पुरूस्कारी बनू, हरदम लाॅबिक पछोड़ धेने रहू मैथिली... Maithili · कविता 1 230 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 1 min read कठपुतली सरकार (हास्य कविता) कठपुतली सरकार (हास्य कविता) गठबंधन के ओझरी में अहाँ के हम ओझरेने छी एखने हमर समर्थन आपस आ मिनिट भरी में खसि पडत कठपुतली सरकार। राजनैतिक स्वार्थ दुआरे अहाँ के... Maithili · कविता 1 1 666 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 1 min read ग़ज़ल (प्रेमक बरसै फुहार) ग़ज़ल प्रेमक बरसै फुहार जेना हम भीजैत छी अहाँक चौअनियाँ मुस्की देखी केहेन मगन सँ हम जीबैत छी अहाँक कारी-कारी नैन किएक हमरा करै बेचैन अहिं हमरदम मोन परि हमरा... Maithili · कविता 1 336 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 1 min read इस्कूल जाइ छि हम स्कूल जाइत छि हम झोड़ा में कॉपी किताब नेने स्कूल बैग में टिफिन रखने कूदैत फंगैत हँसैत गबैत स्कूल जाइत छि हम. टेम टेम पर पढ़ब-लिखब अ आ आई हम... Maithili · कविता 1 485 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 1 min read घोटालावला पाई (हास्य कविता) घोटालावला पाई (हास्य कविता) ई पोटरी त हमरा सँ उठने नहि उठि रहल अछि कनेक अहूँ जोड़ लगा दिय भाई ई छी घोटालावला पाई। हम पूछलियन ई की छी ओ... Maithili · कविता 1 323 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 1 min read बारूद के ढ़ेड़ी पर बैसल बारूद के ढ़ेड़ी पर बैसल बारूद के ढ़ेड़ी पर बैसल हम अट्टहास क हंसी रहल छी मिसायल हमला स उड़ा देब हम अहाँ के नेस्तनाबूद क देब. हमरा लक एतेक... Maithili · कविता 1 1 460 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 1 min read कैसे वोट बैंक बढ़ाऊँ (हास्य कविता) कैसे वोट बैंक बढ़ाऊँ? (हास्य कविता) मुझे तो बस यही चिंता सत्ता रही की बजी अब चुनाबी घंटी मैं कैसे अपना वोट बैंक बढ़ाऊँ सत्ता की गलियारों में फिर कैसे... Hindi · कविता 1 365 Share Dr. Kishan Karigar 22 Sep 2021 · 1 min read किसे फुर्सत है? हर कोई भाग रहा किसे फुर्सत है? शहर बन गया है तमाशाबीन कोई दर्द से चीखता-कराहता पर कोई करता तक धिनाधीन. कोई दौलत के पीछे तो हर कोई शोहरत के... Hindi · कविता 1 308 Share Dr. Kishan Karigar 22 Sep 2021 · 1 min read जिस्म के लुटेरे जिस्म के लुटेरे यहाँ भी वहाँ भी कुछ उधर भी सफेदपोश चादर ओढ़े कुछ लोग ये खरोंच डालेंगे तेरे जिस्म हर कहीं बैठें हैं जिस्म के लुटेरे क्या कर लोगे... Hindi · कविता 1 472 Share Dr. Kishan Karigar 22 Sep 2021 · 1 min read बूढ़ा बड़गद का पेड़ बोला मेरी ही टहनियों को काटकर छाँव की तलाश में भटक रहे लोग कराहते हुए कहीं यहीं पर जैसे बूढा बरगद का पेड़ बोला कुछ याद है "किशन" की सभ भूल... Hindi · कविता 3 2 405 Share Dr. Kishan Karigar 22 Sep 2021 · 1 min read हाई रे मेरी तोंद (हास्य कविता) उफ़ हाई रे मेरी तोंद ये कितनी हिलती डुलती है सेक्रेटरी से कितनी बार पूछा चल ये बता क्या, ये दिखती भी है? डरते डरते उसने इतना बताया जनता सालों-साल... Hindi · कविता 2 684 Share Dr. Kishan Karigar 22 Sep 2021 · 1 min read घोटालेबाजों की मेरीट लिस्ट (हास्य कविता) सभी एक दूसरे पे चिल्ला रहे थे आखिर क्यों नहीं मैं? बनी है घोटालेवाजों की मेरिटलिस्ट इस लिस्ट में मेरा नाम नहीं। एक ने दूसरे को धकियाआ चल हट जा... Hindi · कविता 1 416 Share Dr. Kishan Karigar 22 Sep 2021 · 1 min read मुखिया जी देथहिन (हास्य कविता) मुखिया जी देथहिन (हास्य कविता) बेमतलब के कोनो काज राज करैत छि हम त कहब एक्को टा खरहो ने खोंटू अहाँ हुनका वोट द दिऔन सब किछु त मुखिया जी... Maithili · कविता 3 2 425 Share Dr. Kishan Karigar 22 Sep 2021 · 1 min read पंडा आ दलाल (हास्य कविता) पंडा आ दलाल (हास्य कविता) एकटा गप साफे बुझहू त ई दुनू ममिऔते पिसिऔते छि एकटा अछि जं पंडा त दोसर अछि दलाल. साहित्यों आब एकरा दुनू सँ अछूत नहि... Maithili · कविता 3 2 485 Share Dr. Kishan Karigar 22 Sep 2021 · 1 min read अंहि टा एकटा नीक लोक छि (हास्य कविता) अहिंटा एकटा नीक लोक छि . (हास्य कविता) "कारीगर" कतेक दिन बाद परीक्षा पास केलक ओ त बड्ड बुडिबक अछि अहाँ त बड्ड पहिने बड़का हाकिम बनि गेलौहं ताहि द्वारे... Maithili · कविता 3 2 491 Share Previous Page 2