Dr. Kishan Karigar 359 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Dr. Kishan Karigar 2 Nov 2021 · 1 min read आ रे सुग्गा आ आ (बाल कविता) आ रे सुग्गा आ आ (बाल कविता) आ रे कौआ आ आ आ रे सुगा आ आ आ रे मैना आ आ आ रे बगरा तहूं आबि जो चिड़ै चुनमुन... Maithili · बाल कविता 1 675 Share Dr. Kishan Karigar 6 Oct 2021 · 5 min read मुन्नी बदनाम भेलैए किएक ? (एकटा हास्य कथा) मुन्नी बदनाम भेलैए किएक ? (एकटा हास्य कथा) इंडिया टी वि में एकटा संगी सँ भेंट केने फिल्म सिटी नोएडा स अबैत रही। समाचार बूलेटिन के समय भ गेल रहै... Maithili · कहानी 1 562 Share Dr. Kishan Karigar 29 Dec 2022 · 4 min read अकादमी पुरूस्कार वला नांगैड़ (हास्य कटाक्ष) बाबा बड़बड़ाइत बजैत रहै जे कहअ त एहनो कहूँ नांगैड़ भेलैयै जे गुमाने चूर भेल नंगड़डोलौन सन नांगैड़ डोलबैत रहौअ. कोई बुझलक गमलक किछो नै आ फूफकार जे ओकरा सन... Maithili · हास्य-व्यंग्य 1 719 Share Dr. Kishan Karigar 14 Oct 2021 · 3 min read देहिया मेल खोजअता (हँसी ठिठोली) बुढउ बाबा बड़बड़ात रहलन आ दुगोला प्रोग्राम से बीचे मे खिसियाअ के उठ के चल दिहलन. बाबा बड़बड़ाएत जात रहलन आ कहत रहलन जे आजकल के हई बिरहा गाबे वला,... Bhojpuri · हास्य/हास्य-व्यंग्य 2 2 565 Share Dr. Kishan Karigar 25 Feb 2022 · 3 min read मैथिली लेखनक शून्य बज़ार स्थिति? वेबसता कारण आ समाधान. मैथिली लेखनक शून्य बज़ार स्थिति? वेबसता कारण आ समाधान. मैथिली लेखन मे छैहे की? प्रशन रेखांकित करू यथार्थ देखू ताकू फरीचाएल जवाब अपनो भेट जाएत। ई कटु सत्य जे मैथिली... Maithili · लेख 1 533 Share Dr. Kishan Karigar 24 Sep 2021 · 1 min read अपने ही अक्श के निशां ढूंढो छत पे चढ़ो फिर,अपना ही मकान देखो. लोग उसे तोड़ने मे चुपचाप ही लगेंगे. उन टूटे हुए मलवों मे ही सही, अपने ही अक्श के निशां ढूंढो. @शायर-किशन कारीगर Hindi · शेर 1 518 Share Dr. Kishan Karigar 1 Dec 2021 · 1 min read बाबा भक्त कटाक्ष भक्त- हो बाबा आई बसहा बरद नै चरबै छहू? कहाँ जाई छहू? बाबा- हौ भेलेंटाईन पार्क सबहक चक्कर काटि रहल ज गौड़ि दाई परपोज कए दिए? भक्त- हो बाबा कहले... Maithili · लेख 1 654 Share Dr. Kishan Karigar 14 Jun 2023 · 1 min read मुझे भी जीने दो (भ्रूण हत्या की कविता) माँ के पेट में ही छटपटा रही मैं बेटी हो के जन्म ले रही तो क्या हुआ? मुझे मत मारो पापा मुझे भी तो जीने दो पापा. बेटा ही हो... Poetry Writing Challenge · कविता 2 867 Share Dr. Kishan Karigar 15 Oct 2021 · 3 min read पोसलाहा छागर सब आई गेले घर छह? (हास्य कटाक्ष) बाबा बड़बड़ाइत चल जाइत रहै जे हे पोसलाहा खस्सी सब? आई त गेले घर छह? पूजा होइ टा के देरी छै? तकरा बाद खरांस स गर्दैन उड़ा देल जेतह? ताबे... Maithili · हास्य/हास्य-व्यंग्य 1 548 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 1 min read इस्कूल जाइ छि हम स्कूल जाइत छि हम झोड़ा में कॉपी किताब नेने स्कूल बैग में टिफिन रखने कूदैत फंगैत हँसैत गबैत स्कूल जाइत छि हम. टेम टेम पर पढ़ब-लिखब अ आ आई हम... Maithili · कविता 1 482 Share Dr. Kishan Karigar 24 Sep 2021 · 2 min read किशन कारीगर के चुनिंदा शेर मज़हब कौम की ज़द्दो-ज़ेहद मे ना कुछ रखा है? इंसानियत के गले मिल, वहीं ज़न्नत सा दिखता है. ©किशन कारीगर कभी उसके अदबो ईबादत का भी एहतराम तो कर. तुझे... Hindi · शेर 2 496 Share Dr. Kishan Karigar 29 Sep 2021 · 1 min read दिल किसी का दुखाया मैंने दिल किसी का दुखाया मैने दिल किसी का दुखाया। नादान था बहुत ही नटखट नादानगी में उनको बहुत सताया।। जिसने झुलाया था हमें अपनी बाहों की झुलों मे। जो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 513 Share Dr. Kishan Karigar 24 Sep 2021 · 3 min read किरीम लगाउ-मुहँ चमकाउ (हास्य कटाक्ष) किरीम लगाउ-मुहॅ चमकाउ (एकटा हास्य कथा) बाबूबरही बज़ार सॅ घूमी क अबैत रही जहाँ सतघारा टपलहूँ की मुक्तेश्वर स्थान लग बाबा भेंट भए गेलाह। हुनका देखैते मातर हम प्रणाम कहलियैन... Maithili · कहानी 1 489 Share Dr. Kishan Karigar 14 May 2023 · 1 min read मैं भी चापलूस बन गया (हास्य कविता) आखिर क्या करता मैं? कहाँ मारा फिरता? किसको समझाता कहाँ नहीं धक्के खाता? ईमानदारी से हश्र एसा हुआ की? अब मैं भी चापलूस बन गया? इन चापलूसों की ही तो... Poetry Writing Challenge · कविता 1 579 Share Dr. Kishan Karigar 1 Nov 2021 · 3 min read लोंगी डैंस (हास्य कटाक्ष) बाबा बड़बड़ाइत बजैत रहै जे एहनो कहू डैंस भेलैए? कहअ त जेकरा देखियौ सैह कहैयै जे यौ बाबा लोंगी डैंस लोंगी डैंस. आइ भिंसरे स बसहो बरद ताल मात्रा खेलाइए?... Maithili · हास्य/हास्य-व्यंग्य 1 597 Share Dr. Kishan Karigar 15 Jul 2023 · 1 min read प्रकृति के फितरत के संग चलो बिकास के अंधी दौड़ मे जिसे देखो वही सब? अरे भाई क्यूं तुम दूर भागे जा रहे हो? प्रकृति पर्यावरण सब काम आएंगें प्रकृति के फितरत के संग चलो। कंक्रीट... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 719 Share Dr. Kishan Karigar 14 Oct 2021 · 2 min read It's an old servant One day when I woke up early in the morning, I saw that Grandfather was giving chopped grass to the oxen to eat. I greeted grandfather and went to wash... English · Story 3 479 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 1 min read बारूद के ढ़ेड़ी पर बैसल बारूद के ढ़ेड़ी पर बैसल बारूद के ढ़ेड़ी पर बैसल हम अट्टहास क हंसी रहल छी मिसायल हमला स उड़ा देब हम अहाँ के नेस्तनाबूद क देब. हमरा लक एतेक... Maithili · कविता 1 1 457 Share Dr. Kishan Karigar 27 Sep 2021 · 1 min read माँ जब तूं चलि जाएगी उस देश को? माँ जब तूं चलि जाएगी उस देश को? जहाँ से लौटा है न कभी कोई अपनों के पास ? मासूम ये दिल किशन का फिर भी यही कहेगा, तेरी सूरत... Hindi · शेर 2 3 466 Share Dr. Kishan Karigar 22 Sep 2021 · 1 min read पंडा आ दलाल (हास्य कविता) पंडा आ दलाल (हास्य कविता) एकटा गप साफे बुझहू त ई दुनू ममिऔते पिसिऔते छि एकटा अछि जं पंडा त दोसर अछि दलाल. साहित्यों आब एकरा दुनू सँ अछूत नहि... Maithili · कविता 3 2 481 Share Dr. Kishan Karigar 20 Apr 2023 · 4 min read मैथिली साहित्यक एलीट बोनबिलाड़ आ सर्वनाशी दलाल मैथिली साहित्य, मैथिली साहित्यकार, अकादमी पुरस्कार, मैथिली रत्न डंका पिटा रहलै बलू ई सब कतअ हई? जनता लक, लोक काज में लोक वेबहार मिथिला समाज में कतौ हई की मैथिली... Maithili 2 2 604 Share Dr. Kishan Karigar 5 Nov 2021 · 1 min read आबू यौ देखू मिथिला के गाम (मैथिली गीत) आबू आबू यौ भैया काका आबू आबू हे दीदी बहिन पोखरि इनार गाछि कलम छै गामे गाम देखू घुमू अहाँ मिथिला के गाम. गामक दलान पर लोक छै बैसल हां... Maithili · गीत 1 447 Share Dr. Kishan Karigar 2 Oct 2021 · 2 min read बाबा भक्त हास्य कटाक्ष बाबा-जे सब मैथिली मानक भजे तेकरे साहित्य अकादमी,पुरूस्कार, संयोजक रूपे कब्जा रहे? भक्त- प्रेम स कहियौ पेटपोसुआ पुरूस्कारी काका बाबा की जय? (हे जय त जय. हो. हो. हो.) बाबा-... Maithili · लेख 1 1 450 Share Dr. Kishan Karigar 29 Mar 2022 · 3 min read मैथिली फ़िल्म उद्योग अखनी तक आ नबका प्रयोग मैथिली फ़िल्म उद्योग अखनी तक आ नबका प्रयोग. मैथिली फ़िल्म निर्माण अखनी तक संघर्षरत हाल मे हइ आ फ़िल्मी धारावाहिक सब कनि मनि मैथिली फ़िलिम बनैतौ रहै हइ बलू कै... Maithili · लेख 1 461 Share Dr. Kishan Karigar 22 Sep 2021 · 1 min read जिस्म के लुटेरे जिस्म के लुटेरे यहाँ भी वहाँ भी कुछ उधर भी सफेदपोश चादर ओढ़े कुछ लोग ये खरोंच डालेंगे तेरे जिस्म हर कहीं बैठें हैं जिस्म के लुटेरे क्या कर लोगे... Hindi · कविता 1 469 Share Dr. Kishan Karigar 22 Sep 2021 · 1 min read अंहि टा एकटा नीक लोक छि (हास्य कविता) अहिंटा एकटा नीक लोक छि . (हास्य कविता) "कारीगर" कतेक दिन बाद परीक्षा पास केलक ओ त बड्ड बुडिबक अछि अहाँ त बड्ड पहिने बड़का हाकिम बनि गेलौहं ताहि द्वारे... Maithili · कविता 3 2 489 Share Dr. Kishan Karigar 25 Sep 2021 · 2 min read बँटवारा (मार्मिक कविता) बँटवारा आज भाइयों के बीच कहा सुनी हो रही क्योंकि बँटवारा जो हो रहा है लेकिन ये लड़ाई वो नहीं जब पिता कुछ खाने को लाते थे और ये लड़ते... Hindi · कविता 3 2 478 Share Dr. Kishan Karigar 5 Oct 2021 · 3 min read विलुप्त होइत मिथिला के लोक संस्कृति घोरा (कठघोड़वा) नाच आरौ तोरी के देखही रौ घोड़ा लथारो मारै छै? अच्छा चल त घोरावला के छू क देखबै? नै रौ अखनी खूब जोर स लथार फेकै हेलै बलू चोट लगतौ तब.... Maithili · लेख 2 429 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 1 min read पेंटिग मे जीवंत चित्रणक रंग भरैत युवा चित्रकार रवीन्द्र दास. पेंटिग मे जीवंत चित्रणक रंग भरैत युवा चित्रकार रवीन्द्र दास. हम सब पत्रकारिता मे पढ़ने रही जे एक चित्र हज़ार शब्दक बरोबरि होइ छै. से वास्तवो मे रिपोर्टिंग काल फोटोग्राफी... Maithili · लेख 1 1 430 Share Dr. Kishan Karigar 13 Jan 2022 · 1 min read डगमगाते पैर संभालो डगमगाते पैर संभालो, तुझे हर मोड़ पे मील जाऊँगा. वादा किया था जो तुझसे, तेरी मंज़िल से जरूर मिलवाऊँगा. शायर- किशन कारीगर (©काॅपीराईट) Hindi · शेर 1 426 Share Dr. Kishan Karigar 24 Feb 2022 · 1 min read सच को झूठ फिर झूठी बातों को झूठ के आगे सच अक्सर हार जाता है. सच को झूठ फिर झूठी बातों को ही सभी सच मान जाता है. शायर©किशन कारीगर Hindi · शेर 464 Share Dr. Kishan Karigar 28 Sep 2021 · 1 min read ऐना किएक ई की ? (हास्य कविता) ऐना किएक ई की ? हास्य कविता एक्के कोइख सँ जनमल दुनू बेटा के डाक्टरी इंजीनियरिंग कराऊ मुदा बेटी के संस्कृते सँ मध्यमा कराऊ एहेन बेईमानी ऐना किएक ई की... Maithili · कविता 1 458 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 3 min read मिथिला मैथिली के अगुआ दफानने रहल आ पिछलगुआ दबारल गेल मिथिला मैथिली के त सभ दिन पेटपोसुआ सब अपना फायदा मे दफानने रहल आ वर्चस्व बना सोलकन राड़ (वंचित/बारल) लोक सब के धकियौने अपन राज बनौने रहल. जे लोक सब... Maithili · लेख 1 408 Share Dr. Kishan Karigar 6 Oct 2021 · 1 min read अब कहाँ कोई चुपके से अब कहाँ कोई चुपके से, ईशकिया मुलाकात करते? ख़्यालात भी न मिले, की लोग तो सवालात करते? यूँ न भरमाया करो, शर्तिया ख़्यालातों मे? अब लोग दिल से, मुलाक़ात क्यूँ... Hindi · शेर 1 430 Share Dr. Kishan Karigar 27 Sep 2021 · 1 min read बाबा भक्त (हास्य कटाक्ष) बाबा-एं हौ भोंट लमनेशन काल ई पंचायती नेता सब एतेक चमकीवला माला किए? पहिरने रहै छै? भक्त- देखावटी लै जे हम बड्ड काजुल नेता आ झूठे उदघोष? बाबा- आ रे... Maithili · लेख 1 420 Share Dr. Kishan Karigar 22 Sep 2021 · 1 min read बूढ़ा बड़गद का पेड़ बोला मेरी ही टहनियों को काटकर छाँव की तलाश में भटक रहे लोग कराहते हुए कहीं यहीं पर जैसे बूढा बरगद का पेड़ बोला कुछ याद है "किशन" की सभ भूल... Hindi · कविता 3 2 403 Share Dr. Kishan Karigar 24 Sep 2021 · 1 min read चंद अल्फाज़ अपने दिल की सुनो ओ तुझसे भी कुछ कहता है. कठिन राहों में भी तुझको आगे बढ़ने को कहता है. शायर- किशन कारीगर (©कॉपीराइट) धूप खिली जब वो ना मिली... Hindi · शेर 1 414 Share Dr. Kishan Karigar 27 Sep 2021 · 1 min read ताश के पतों की तरह ताश के पतों की तरह बिख़र जाउँगा? पर कभी हिम्मत ना हारूँगा? हौसला तो बढ़ाओ मेरे यारों, तुझे एक दिन सफल होके दिखलाउँगा. शायर©किशन कारीगर Hindi · शेर 3 2 468 Share Dr. Kishan Karigar 13 Oct 2021 · 1 min read मैथिली पैरोडी गीत केना लहंगा उठा के हम चलू सजना? अहाँ हमरा लग मे आउ बजाउ कंगना? कखैन स सजल हम बैसल छी? अहाँ बाजू की हमरा देब मुँह देखना? ©के. के धुनचोरौआ... Maithili · गीत 1 406 Share Dr. Kishan Karigar 7 Oct 2021 · 2 min read लोक कलाकार ढोल पिपही वला के खोज खबैर के राखत? लोक कलाकार ढोल पिपही वला के खोज खबैर के राखत? लोक कलाकार सब के पोसबा संरक्षित करबा मे मिथिलाक लोक के नै कहियो ओतेक उत्साह रहलै आ ताबे कोन तेहेन... Maithili · लेख 1 398 Share Dr. Kishan Karigar 22 Sep 2021 · 1 min read घोटालेबाजों की मेरीट लिस्ट (हास्य कविता) सभी एक दूसरे पे चिल्ला रहे थे आखिर क्यों नहीं मैं? बनी है घोटालेवाजों की मेरिटलिस्ट इस लिस्ट में मेरा नाम नहीं। एक ने दूसरे को धकियाआ चल हट जा... Hindi · कविता 1 414 Share Dr. Kishan Karigar 1 Oct 2021 · 1 min read मनुक्ख बनब कोना? मनुक्ख बनब कोना? छीः छीः धूर छीः आ छीः मनुक्ख भ’ मनुक्ख सँ घृणा करैत छी ओही परमेश्वर के बनाउल माटिक मूरत हमहूँ छी अहूँ छी। केकरो देह मे भिरला... Maithili · कविता 2 3 402 Share Dr. Kishan Karigar 21 Mar 2022 · 2 min read मैथिली मे रचना चोरी के विकट समस्या आ समाधान मैथिली मे रचना चोरी के विकट समस्या आ समाधान. मिथिला मैथिली स जुड़ल लोक सब एक नम्बर धूर्त,दलाल आ रचना चोर प्रवृति के होइए. इ कटु सत्य स्वीकारह पड़त. कुकृत्य... Maithili · लेख 1 415 Share Dr. Kishan Karigar 26 Dec 2021 · 1 min read उँच नीच का भेदभाव? मेहनतकशी ईमानदारी से बढ़कर कोई कर्म नहीं किसने कह दिया की तुम्हारी जाति ही श्रेष्ठ है? छोड़ क्यूं नहिं देते उँच नीच का भेदभाव? मनुष्यता समझो तो सब एक जैसे... Hindi · शेर 1 420 Share Dr. Kishan Karigar 9 Oct 2021 · 1 min read बेलूरा ब्यास गवैया हो गइलन? बेलूरा ब्यास गवैया हो गइलन? कहेम केकरा से हमनी के लाज लागे, बाकी होखनी के कौनो लाज नैखे? गावे के कुछो त गावतारे कुछो सबे बेलूरा व्यास गवैया हो गइलन?... Bhojpuri · कविता 2 417 Share Dr. Kishan Karigar 10 Nov 2021 · 1 min read दलाल ही दलाल (हास्य कविता) मीडिया भी दलाल मुल़्क के हुक़्मरान भी दलाल कौन करेगा इनके काले कारनामों का पर्दाफाश? न्यायपालिका कार्यपालिका भी बन गए दलाल सुना है मोटी कमाई के चक्कर मे जज साहाब... Hindi · कविता 1 2 401 Share Dr. Kishan Karigar 19 Mar 2022 · 1 min read हिल मिल के रहै जाह हिल मिल के रहै जाह हौ सब कोई हिल मिल के रहै जाह एक देसरा संग गारा मिल रहै जाह. की धर्म जाति के नाम पर लड़ै जाइ छह? बेमतलबो... Maithili · कविता 2 538 Share Dr. Kishan Karigar 30 Oct 2021 · 3 min read मिथिला मैथिली के घुन जेंका खोखैर के खा गेल (हास्य कटाक्ष) बाबा बड़बड़ाइत बजैत रहै जे इ सब घुन जेंका खा गेल सब किछ? तइयो एकरा सबहक पेट नै भरलै? एकरे सब दुआरे मिथिला के एहने दुर्गति छै की. सबटा उलुआ... Maithili · लेख 1 405 Share Dr. Kishan Karigar 23 Sep 2021 · 7 min read आब हम जवान भऽ गेलहुँ (हास्य कथा) आब हम जबान भ गेलहुँ (हास्य कथा) समाचार पढ़ि के स्टूडियो सँ निकलले रही कि मोबाइलक घंटी बाजल हम धरफरा के फोन उठेलहुँ की ओम्हर सँ अवाज आयल हौ कारीगर... Maithili · कहानी 2 438 Share Dr. Kishan Karigar 24 Sep 2021 · 1 min read तेरे दिन भी लौटेंगे कभी तेरे दिन भी लौटेंगे कभी तूं थोड़ा इंतजार करके तो देख ले? रूक जाएगा शमा एक दिन तेरे लिए? एक बार तूं फिर हिम्मत करके तो देख ले. शायर©किशन कारीगर Hindi · शेर 381 Share Previous Page 2 Next