Simmy Hasan 101 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Simmy Hasan 22 Jul 2023 · 1 min read मैं चुप हूँ मैं बोलती अगर अस्मत लुटी औरतें फिर से पा सकतीं सम्मान मैं बोलती अगर मेरे बोलने से भर जाते बिल्किस के घाव मैं ज़रूर बोलती... मैं बोलती अगर मेरे बोलने... Hindi · Poem 116 Share Simmy Hasan 15 Jun 2023 · 1 min read इम्तेहान बात उन दिनों की है जब हम साइकिल से स्कूल जाया करते थे बड़े मजे के दिन थे उन्ही में से एक किस्सा आज याद आ गया तो सोचा बात... Hindi · Humour · हास्य 1 560 Share Simmy Hasan 14 Jun 2023 · 1 min read ایک سفر مجھ میں رواں ہے کب سے ایک سفر مجھ میں رواں ہے کب سے اک عمر پیچھے چھوٹی جاتی ہے एक सफर मुझ में रवां है कब से एक उमर पीछे छूटी जाती है Quote Writer 1 320 Share Simmy Hasan 29 May 2023 · 1 min read काहीलियत जिस्म बिस्तर पे पसर जाता है रूह कहती है उठ नमाज़ पढ़ ले, जिस्म को हिला नहीं जाता बिस्तर और कस के चिमट जाता है थोड़ी देर रुक जा ना... Hindi · हास्य 2 721 Share Simmy Hasan 18 May 2023 · 1 min read " तारा" Sahityapedia Home Search Dashboard Notifications Settings Simmy Hasan 26 Followers 1 Jul 2020 · 1 min read “तारा” वो टांक रहा था बड़ी नफासत से, आहिस्ता आहिस्ता.. आसमान के आंचल... Poetry Writing Challenge 2 142 Share Simmy Hasan 13 Apr 2023 · 1 min read قفس میں جان جائے گی ہماری قفس میں جان جائے گی ہماری بغاوت خواب ہم سے کر رہے ہیں क़फ़स में जान जाएगी हमारी, बग़ावत ख़्वाब हम से कर रहे हैं... Quote Writer 1 1 310 Share Simmy Hasan 9 Apr 2023 · 1 min read यूँही तुम पर नहीं हम मर मिटे हैं यूँही तुम पर नहीं हम मर मिटे हैं खुदकुशी से ज़रा घबरा रहे थे... Quote Writer 1 374 Share Simmy Hasan 2 Oct 2022 · 1 min read पापा तुम्हारे पापा रो रहे थे कितनी दुआएँ देते ज़रा सी बात थी कोई तीर नहीं मारा था तुमने फिर भी तुम्हारी ज़रा सी कोशिश पर भी छलक आईं थीं आँखे... Hindi · कविता 1 199 Share Simmy Hasan 29 Jan 2022 · 4 min read कुर्ती " रंग , जाति, धर्म या अमीरी-गरीबी के हिसाब से लोगों में फर्क करना इंसानियत के कानूनों के ख़िलाफ़ है सबको आपस मे मिलजुल कर रहना चाहिए, आपसी भाई चारे... Hindi · लघु कथा 1 457 Share Simmy Hasan 3 Nov 2021 · 1 min read एक बूंद सुकून मेरी ज़िंदगी के आखिरी लम्हों में कोई झूठ मत रखना कोई फ़रेब मत रखना मत रखना कोई झूठी उम्मीद तसल्ली... ख़्वाब बस उस एक लम्हे में एक बूंद सुकून डाल... Hindi · कविता 1 2 460 Share Simmy Hasan 16 Sep 2021 · 1 min read सच मैंने कम देखा है लोगों को सच को सच कहते अपनी कमियों को स्वीकारते खुद को खुद की तरह ज़ाहिर करते ज़माने के साथ चलने की होड़ में खुद को... Hindi · कविता 1 279 Share Simmy Hasan 3 Sep 2021 · 1 min read गर इश्क़ है... गर इश्क़ है गुनाह तो मुझे इश्क़ की सज़ा तू दे ये मरज़ ही मेरा सुकून है मुझे ज़हर दे, दवा न दे ये नक़ाब तू हटा ज़रा मुझे दीदार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 378 Share Simmy Hasan 23 Aug 2021 · 1 min read अनाम की मौत पर नफरतों की आग तुम और भड़का कर गए जाते जाते ही सही दिल को जला कर के गए क्या हुआ गर तुम लगा लेते गले से भींच कर हिन्दू-मुस्लिम, ऊंच... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 253 Share Simmy Hasan 28 Jul 2021 · 4 min read कौन था? कहानी कोई पचास बरस पहले की है जब टेलीफोन और यातायात के साधन सिर्फ शहरों की शोभा बढ़ाते थे, गांवों में न बिजली के तार थे न बल्ब, ऐसी ही... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 4 6 489 Share Simmy Hasan 26 Jul 2021 · 1 min read उस पार सब जा चुके हैं वहाँ उस पार मैं यहाँ हूँ सोचती हूँ क्या कोई मुझे याद करता होगा वहाँ जैसे मैं याद करती हूँ यादों के प्रतिबिम्ब में सब साफ... Hindi · कविता 3 3 247 Share Simmy Hasan 12 Jun 2021 · 1 min read छाजन छाजन टपकता था बारिशों में रात भर टप टप टप उनींदी आंखों में नींद की कड़वाहट लिए कभी भरी बाल्टियाँ उलिंचती और कभी सोए बच्चों को थपकतीं बारिशें.... किसानों की... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 3 384 Share Simmy Hasan 9 Jun 2021 · 1 min read बारिश का मौसम बारिश के मौसम में वो पास आते दिल ओ जिस्म में एक जादू जगाते फिर नटखट हवाएँ शरारत सी करतीं कोई लट मेरे नर्म गालों पे ढ़लती वो हैरां से... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 3 332 Share Simmy Hasan 9 Jun 2021 · 1 min read सफर गाँव से कस्बे तक का सफर काफी महंगा रहा और लम्बा भी जाने कहाँ खो गयी बारिशों की धुन मिट्टी की महक रिश्तों की खुश्बू उरेठ बोलियों में मुहब्बतों के... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 1 267 Share Simmy Hasan 31 May 2021 · 1 min read गाँव की बारिश बारिशों में जब शहर की सड़कों पर जम जाता है पानी, कीचड़ और फिर बेचैन करने वाली उमस तब याद आता है गाँव बारिशों से महक उठते हैं घर, आँगन,... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 5 527 Share Simmy Hasan 16 May 2021 · 1 min read बनिहारिनें धान रोपने जाती बनिहारिनों की कतारें भींगतीं जातीं, गाती जातीं गीत....जो बरसो से है उनके होंटों पर ओर हर साल की बारिश में मचल उठते है ये गीत और गूंजता... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 4 421 Share Simmy Hasan 30 Apr 2021 · 1 min read लिखो तुम कविता लिखो धू धू करती लाशों पर लिखो लिखो की किताबों के पन्नो से उठता रहें धुआँ जब जब खोला जाए भारतीय इतिहास का कोना लिखो लिखो की कैसे... Hindi · कविता 3 8 414 Share Simmy Hasan 28 Apr 2021 · 3 min read कोरोना विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना वायरस को महामारी घोषित कर दिया है। कोरोना वायरस बहुत सूक्ष्म लेकिन प्रभावी वायरस है। कोरोना वायरस अति सूक्ष्म वायरस है जो मानव के... Hindi · लेख 249 Share Simmy Hasan 26 Mar 2021 · 1 min read नारी सुरक्षा एक छोटी सी बच्ची से लेकर 80 साल की वृद्धा तक जिसके बस स्त्री होने से ही हिल जाए पुरुषों का पुरुषत्व जाग जाए उनकी विभत्स कुत्सित वासना प्रवृत्ति जहाँ... Hindi · कविता 4 502 Share Simmy Hasan 2 Feb 2021 · 1 min read नाम तुम्हारे नाम तुम्हारे ख़त लिखना था, दिल का हाल बयां करना था.. लिखना था अच्छे लगते हो, जज़्बातों के सच्चे लगते हो... याद तुम्हारी क्यों आती है? आँखों को अच्छे लगते... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 19 50 875 Share Simmy Hasan 21 Nov 2020 · 1 min read नारी सशक्तिकरण जब भी सोचती हूँ कि आज़ाद भारत में नारी सशक्तिकरण कितना विस्तृत हो सकता है तो अचानक कोई सिकुड़ा हुआ पुरूष सत्तात्मक दानव किसी कोने से हुंकारता अचानक आ जाता... Hindi · कविता 1 3 266 Share Simmy Hasan 18 Nov 2020 · 1 min read हँसती हुई औरतें हँसती हुई औरतें, बड़ी निर्लज्ज होती हैं। चूल्हा,चौका ,बर्तन.. घास, गाय, गोबर, उपले... यहाँ तक कि, देहरी की सांकल से बंधी, निकाल लेती हैं ; आज़ादी का एक क्षण, खुद... Hindi · कविता 4 466 Share Simmy Hasan 15 Nov 2020 · 1 min read किसान बिना दाल -रोटी कौनो कारखाना ना चली तबहूँ मरीहें किसान ? बिना कपास कौनो फैसन ना चली तबहूं मरीहें किसान बिना सरसों, तिलहन, तिल ना तलाई पकौड़ी, समोसा, जलेबी तबहूँ... Hindi · कविता 3 372 Share Simmy Hasan 14 Nov 2020 · 1 min read दीवाली अपनो का इंतज़ार करते, बूढ़े माँ बाबा हर दीवाली जलाते हैं दिया उम्मीदों का कि लौट आएं शायद एक दिन शहर की चकाचौंध में भटके, उनके अपने.. Hindi · कविता 3 3 322 Share Simmy Hasan 12 Nov 2020 · 1 min read मॉल न्याय ? मौजूदा लोकतंत्र के बड़े से मॉल का वो महंगा खिलौना है जिसे फुटपाथ पर चलने वाले मजदूर, मेहनतकश ,कामगार कभी नहीं खरीद सकते Hindi · कविता 1 292 Share Simmy Hasan 12 Nov 2020 · 1 min read शिकायतें हम शिकायत नहीं करतीं, पिता भाई से मार खा कर.. हम चुप रहती हैं, रास्तों में छेड़े जाने पर.... टीचर के शाबाशी के लिए, पीठ सहलाए जाने पर.... हम चुप... Hindi · कविता 3 303 Share Simmy Hasan 10 Nov 2020 · 1 min read औरतें हँसती हुई औरतें इतनी चुभती हैं कि हथकड़ियां भी इनकी हंसी से चटख जाया करती हैं Hindi · कविता 5 1 319 Share Simmy Hasan 8 Nov 2020 · 1 min read खेद है खेद है छोटा सा शब्द सारी सम्भावनाओं पर फेर देता है पानी पर कवि खुद से उपजता है इन्ही विषमताओं से लड़ता की तुम सबके खेद के लिए मुझे खेद... Hindi · कविता 3 1 452 Share Simmy Hasan 2 Nov 2020 · 1 min read ब्याहता एक आंसू गिरा आंखों से झर कर हृदय भीग गया था पर डर था आँचल का कोना भीग कर सवाल न खड़ा कर दे की स्त्री का मन भी कोई... Hindi · कविता 4 2 338 Share Simmy Hasan 31 Oct 2020 · 2 min read कश्मीर कश्मीर झील, वादियों ,घाटियों का शहर ..केसर की खुशबू से महकता ,सेब जैसा मीठा , सुर्ख, गुनगुनाता शहर कश्मीर .. जिसके बारे में अमीर खुसरो में कहा है, "गर फिरदौस... Hindi · लेख 2 2 286 Share Simmy Hasan 26 Oct 2020 · 1 min read ज़ुल्मत घर से निकल रहे हो इतना खयाल रखना ज़ुल्मत की इंतेहा है तुम एहतियात रखना दाढ़ी और टोपियों से जलती हैं जिनकी जाने निकले हैं भेड़िए कुछ आदम की ख़ाल... Hindi · कविता 7 2 322 Share Simmy Hasan 21 Oct 2020 · 1 min read चलन कुछ जाने पहचाने लोग बहुत डराते हैं की अंदर तक सहम जाए मन दिल जैसे कोई भींचे मुट्ठियों में बेल्ट, चप्पल, जूते सबसे खतरनाक की इनकी शिकायत भी जायज़ नहीं... Hindi · कविता 5 1 442 Share Simmy Hasan 17 Oct 2020 · 1 min read शिलालेख मैं अगर थोड़ी मजहबी नहीं होती तो अपनी कब्र पर एक पत्थर लगवाती शिलालेख जैसा कुछ और उनसब के नाम भी जिनसे मैं प्रेम करती थी और बदले में बस... Hindi · कविता 9 4 489 Share Simmy Hasan 10 Oct 2020 · 1 min read डर वे डरते हैं। वे डरते हैं अमन से, एकता से, भाईचारे से.. विद्यार्थियों से, विद्वानों से, शिक्षाविदों से.. अधिकारों के लिए उठती हुई आवाज़ों से.. अमन चैन के पैरोकारों से,... Hindi · कविता 7 3 393 Share Simmy Hasan 7 Oct 2020 · 1 min read बरहना लाशें नाज़ों से पाली हुई पलकों पे सजने वाली माँ की परछाईं बाप की जान जब टुकड़ो में उठाई जातीं हैं या आधी रात मार कर जला दी जाती हैं या... Hindi · कविता 5 3 356 Share Simmy Hasan 13 Sep 2020 · 1 min read यहोवा यहोवा! मैंने स्वयं नहीं चुना था खुद को न अभिलाषा थी किसी जीवन की न चाहा यूँ खुद को घोंटते हुए जीना की स्वयं को पल पल मुरझाते हुए देखूं... Hindi · कविता 6 2 260 Share Simmy Hasan 3 Sep 2020 · 1 min read शेर 2 चाक कर डाला कलेजा चीख़ कर तन्हाइयों ने, कब तलक हम याद की मरहम लगाते चाराग़र.. Hindi · शेर 9 284 Share Simmy Hasan 15 Aug 2020 · 1 min read तिरंगा वो लड़े पर झुके नहीं लड़खड़ाए, पर गिरे नहीं कुरबां हुए वतन पर और लुटा गए अपनी मुहब्बतें आजादी की शक्ल में हमारे आजाद मुस्तकबिल के लिए ये तिरंगा महज़... Hindi · कविता 8 1 456 Share Simmy Hasan 31 Jul 2020 · 1 min read वादियां अपनी मस्ती में कोई दीवाना, गीत उल्फत के गा रहा होगा.. या कोई परवाना किसी शम्मा को, वफ़ा ए मुहब्बत सीखा रहा होगा.. चाँद फिर चांदनी के आंचल में, धीरे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 8 5 433 Share Simmy Hasan 27 Jul 2020 · 1 min read वबा रोज़ ब रोज़ लोग मर रहे हैं कुछ वबा से, कुछ भूख से कुछ सपनो के मर जाने से और कुछ उन बंदिशों से जो तुमने लाद रखे है उनपर... Hindi · कविता 8 4 531 Share Simmy Hasan 21 Jul 2020 · 1 min read बचपन चारदिवारी में कैद अक्सर मुर्झा जातीं हैं नन्ही कलियाँ की बचपन डरा सहमा सा झांकता दीवारों के उस पार देखता है रंगीन तितलियां खूबसूरत फूल उगता, डूबता सूरज टिमटिमाते जुगनू... Hindi · कविता 7 5 416 Share Simmy Hasan 19 Jul 2020 · 1 min read बलिया बाग़ियों की सर ज़मीन, सौ बार तेरा शुक्रिया.. सुर्खरू हैं हम की हमने, जन्म बलियाँ में लिया.. सौ बार तेरा शुक्रिया.. सौ बार तेरा शुक्रिया.. था यही का बागी मंगल,... Hindi · कविता 11 3 532 Share Simmy Hasan 17 Jul 2020 · 1 min read शेर1 रूह का पैरहन उतार फेंका है जिस्म बोझिल सा हो गया था मेरा Hindi · शेर 9 4 290 Share Simmy Hasan 16 Jul 2020 · 1 min read सुनो दोस्त सुनो दोस्त हाशिए पर चलना छोड़ो तलाशों अपनी राहें दिल की सुनो और मौका मिलते ही निकल भागो कहीं दूर जहां महसूस कर सको खुद के पंख ताजी हवाएं अपनी... Hindi · कविता 8 2 455 Share Simmy Hasan 14 Jul 2020 · 1 min read महानता सुनो किसे पुकारती हो तुम इस बियाबान में ये जंगल इंसानों का है हर एक सुनाना चाहता है बस अपनी ही और इस शोर में क्या तुम कह सकोगी जो... Hindi · कविता 7 5 668 Share Simmy Hasan 10 Jul 2020 · 1 min read ये बनिहारिने... धान रोपने जाती बनिहारिनों की कतारें भींगतीं जातीं, गाती जातीं गीत....जो बरसो से है उनके होंटों पर ओर हर साल की बारिश में मचल उठते है ये गीत और गूंजता... Hindi · कविता 8 4 374 Share Page 1 Next