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23 Aug 2021 08:42 PM

कुछ लोग मरकर भी नाम कर जाते हैं !
पर कुछ लोग जीते जी तो नफ़रत की आग फैलाते ही हैं, मरने के समय भी उस आग को और भड़का कर जाते हैं ! बहुत सुंदर संदेश से युक्त सामाजिक विषमताओं पर कटाक्ष करती ग़ज़ल ! ??

24 Aug 2021 05:35 PM

शुक्रिया

सांप्रदायिक सोच , जातिभेद एवं वर्गगत विषमता पर कटाक्ष करती हुई संदेशपूर्ण सुंदर प्रस्तुति ! धन्यवाद !

24 Aug 2021 05:35 PM

शुक्रिया

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