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14 Nov 2020 · 1 min read

दीवाली

अपनो का इंतज़ार करते,
बूढ़े माँ बाबा
हर दीवाली जलाते हैं दिया
उम्मीदों का
कि लौट आएं शायद
एक दिन
शहर की चकाचौंध में भटके,
उनके अपने..

Language: Hindi
3 Likes · 3 Comments · 321 Views
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