DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 205 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 5 Aug 2021 · 1 min read काफ़िर का ईमाँ काफिर का ईमाँ ज़ख्म दर ज़ख्म सहे इसकदर तन्हा साँसे आयी भी तो अजनबी की तरहाँ उसने चाही सदा ही खुशी की इनायत हम लुटते रहे काफिर के ईमाँ की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 9 13 1k Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 8 Aug 2021 · 1 min read गुमनाम ही सही.... मिट जाए ना वहम, छुपाकर हर हालात रहने दो दिल में ही दिल की, दबी हर बात रहने दो.... यह दुनिया कहती है, बेगैरत तो बेशक कहें ढकी हुई हर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 9 7 914 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 9 Aug 2021 · 1 min read वक़्त... हस्तियाँ कितनी ही बनाता और मिटाता है वक़्त रोज़ एक नए सफ़र पर जाता है वक़्त... आदमी का बनना और बिगड़ना है उसके हाथ मुकद्दरों से फैसलें मनवाता है वक़्त...... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 9 11 653 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 14 Aug 2021 · 1 min read सब कुछ आधा-आधा... चलो मिलकर कर लें, आज हम एक वादा क्यों ना अपना बाँट लें, हम सब कुछ आधा- आधा.... दु:ख भी आधा- आधा, तो सुख भी आधा- आधा खुशी भी आधी... Hindi · कविता 8 12 657 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 20 Aug 2021 · 1 min read बस यही ख्वाहिश.... दिल की कसक, चिंगारी सी सुलगती है बुझ- बुझ के हर बार, फिर से जलती है... कभी आँसू, कभी दर्द, कभी आह, कभी बेरुखी बन -बन के खुशी, साँसों में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 8 6 1k Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 10 Aug 2021 · 1 min read उसी हसरत से.... कैसे बदल जाती है दुनिया किसी की, तुमसे मिलते हैं तो खुद को भूल जाते हैं... ख़्याल जब भी तेरे आने लगते हैं, ना जाने कब तेरी गली, तेरे कूचे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 8 625 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 18 Aug 2021 · 1 min read खिलाफ़त का शोर सुनाई देता है… अहसानों का बोझ गवाही देता है खिलाफ़त का शोर सुनाई देता है… इसे कैसे मोहब्बत का नाम दें ए दिल हर तरफ मतलब दिखाई देता है... एहसासों का समंदर समेटा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 8 364 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 19 Aug 2021 · 1 min read अनजाना... वो जानता ही नहीं, क्या है मेरा अफसाना वो एक पत्थर है, और मैं हूँ दीवाना.......... वो मुस्कुराता भी है दिल को बहलाता भी है जाकर दूर मुझसे पास फिर... Hindi · गीत 7 11 960 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 23 Aug 2021 · 1 min read तिनके... ख्वाबों के पुलिंदे, कब घर बना करते हैं ये तिनके तो दर-ब-दर उड़कर बिखरा करते हैं.... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' ©® Hindi · शेर 7 6 622 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 24 Aug 2021 · 1 min read चंदन की कतार.... तेरे ज़िस्म की खुशबू, मुझमें यूँ सिमट आई है जैसे किसी ने बियाबान में, चंदन की कतार लगाई है... प्यार तो उनको भी हमसे, ना जाने कैसे हो गया जीतें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 8 626 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 11 Aug 2021 · 1 min read परिपूर्ण जीना चाहती हूँ... ओ सूरज, सुना है तुम सबको उजाले बाँटते हो... पर बरसों से मैं तुम्हारे आने की राह देखती हूँ... मेरे हिस्से की रोशनी कब दोगे मुझे??? रोज़ खुली आँखों से... Hindi · कविता 6 4 678 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 12 Aug 2021 · 1 min read रात... कोई ख़्वाहिश सी साथ चलती है रात एक अजनबी सी गुजरती है... मैं ताकती रहती हूँ राह उसकी ज़िन्दगी कब, कहाँ हर वक्त ठहरती हैं... कई मंजर आँखों में तैर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 6 538 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 13 Aug 2021 · 1 min read स्मृतियां.... आस की संध्या आती रही, दीप जलाकर यामिनी बीती जाती रही, अश्रु बहाकर मैं निर्निमेष कब तक निहारू, द्वार की चौखट स्मृतियां सहलाती रही, घावों की धूल हटाकर... - ✍️देवश्री... Hindi · मुक्तक 6 10 505 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 21 Aug 2021 · 1 min read चंचल मन... मेरी चाहत चंचल हवा है बिखरी है विश्वास के आकाश में कभी भटकती यहाँ कभी वहाँ ठहरी कभी अपने आशियाने की आस में मगर जब हटती है सपनों की धुँध... Hindi · कविता 6 8 511 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 26 Aug 2021 · 1 min read हसीन वहम... जो सच नहीं 'वो' ख़्वाब रोज़ आता क्यों है बनके मेरा हमसफ़र, दुश्मन मुझे सताता क्यों हैं... महज़ कफ़न-औ-फरेब हैं, इंतकाल के साथी हर दिन फिर नए रिश्ते, तू बनाता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 6 509 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 28 Aug 2021 · 1 min read बेवज़ह... ग़म-ए-शाम इसकदर तन्हाँ कर जाती है मुझे बेवक़्त, बेवज़ह, तेरी बेख़्याली सताती है मुझे... जाओ कह दो, उस बेपीर से जाकर मेरा हाल ओ बेक़दर, तेरी बेरूखी, यूँ बहलाती है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 4 516 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 7 Aug 2021 · 1 min read चिराग़ बुझा दें.... बादल, बिजली, बारिश, बूँदे हर मंजर चाहे ले लें कोई... बस वह जुगनू रहने दें मुझ तक बाकी हर एक चिराग बुझा दें... शोहरत, तमन्ना, आरज़ू,मोहब्बत हर कशिश अब उनकी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 4 474 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 17 Aug 2021 · 1 min read मिल जाए घर कोई.... शाम ढल रही है... सर्द हवा के झोंकों में हल्की-हल्की कुछ नमी पिघल रही है... पक्षियों की देखकर कतारें लगता है जैसे कोई बेचैन सी नदी, सागर से मिल रही... Hindi · कविता 5 9 484 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 22 Aug 2021 · 1 min read फिलहाल जाने दो... ज़िन्दगी का जो भी हुआ ये सवाल जाने दो क्या हुआ हश्र और अंजाम फिलहाल जाने दो तेरे साथ मेरे हर पल का हिसाब जाने दो तेरा सच तेरी ख़ुशी... Hindi · कविता 5 10 542 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 29 Aug 2021 · 1 min read ग़म नहीं... ये दुनिया लाख सताए मुझे, तो ग़म नहीं मेरी चाहत मेरी जिंदगी है, कोई वहम नहीं बेगानों से गले मिलो या चाहो गैर को सज़दा तेरा ही करेंगे तुम, खुदा... Hindi · मुक्तक 5 4 356 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 30 Aug 2021 · 1 min read लड्डू गोपाल... जब से आया मेरे आँगन रे तू लड्डू गोपाल ना कोई दुःख, ना कोई चिंता जीवन बना खुशहाल... तेरी मोहक मुस्कानें दिनभर मुझे हँसाती हैं बात- बात पर मैया- मैया... Hindi · कविता 5 2 397 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 2 Sep 2021 · 1 min read सब्र का समंदर... जाओ मुक़द्दरों से कह दो, हमें आज़माने की कोशिश ना करें हम सब्र का समंदर दिल में छुपाए बैठे हैं... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' ©® Hindi · शेर 5 8 446 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 9 Sep 2021 · 1 min read दायरे... 'तुम' मुझसे अल्फाजों को दायरे में बाँधने की ज़िद ना करो लंबी खामोशी के बाद बड़ी मुश्किलों से मैंने ज़ुबाँ खोली है.... - ✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' ©® Hindi · शेर 5 4 556 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 30 Sep 2021 · 2 min read मैं स्त्री हूँ...बस यही काफी है... कभी जात-पाँत के नाम पर कभी धर्म-अधर्म के काम पर और कभी - कभी तो 'नारी' इनका प्रिय विषय बन जाती है क्या ऐसा करते हुए आपको तनिक लज्जा नहीं... Hindi · कविता 5 9 1k Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 16 Oct 2021 · 1 min read शिद्दत... बड़ी शिद्दत से तुम्हें चाहा है... बड़ी मुश्किलों से तुम्हें पाया है... वो जो भागता रहा सालों मुझसे जाने कैसे आज मेरे पीछे चला आया है... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · कविता 5 2 479 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 8 Nov 2021 · 1 min read इश्क खरा सा है... चाँद के अक्स में, इक चेहरा धुंधला सा है बुझे हुए प्यार से फिर, उठता आज धुँआ सा है... मैं अपने गीतों को, बाज़ार में उतार लाया एक-एक शब्द को,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 7 336 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 16 Aug 2021 · 1 min read स्वयं को बदलना होगा... है कठिन मेरी डगर, पर मुझे चलना होगा परिवर्तन को नियम जानकर, स्वयं को बदलना होगा... बरसों से कैद हूँ, स्वप्न के पिंजरे में परंतु कभी तो, बाहर इससे निकलना... Hindi · कविता 4 4 511 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 25 Aug 2021 · 1 min read रहनुमाई... एक दफ़ा तो पलटकर, सफाई दे दो अपने गुनाहों की जो हो, सच्चाई दे दो... साथ अपने रखो या छोड़ दो तन्हाँ दम मेरा घुटने लगा है, तन्हाई दे दो...... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 6 794 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 27 Aug 2021 · 1 min read ज़ख्म... जाने क्या खता हुई, जो वो रूठ गया उसका दिया हर ज़ख्म, अब भी गहरा सा है... कभी रहती थी, आँखों के सामने हर पल आजकल उन यादों पर, लगा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 602 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 31 Aug 2021 · 1 min read सफाई क्यों दूँ... जो समझ मुझे सकता नहीं, उसे सफाई क्यों दूँ जिसका लौटना नामुमकिन है, उसकी दुहाई क्यों दूँ... जर्रे - जर्रे में कल के, तूफाँ का असर है बनकर टूटन अब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 5 685 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 1 Sep 2021 · 1 min read उम्मीदें... उम्मीदें ना रख मौकापरस्ती के दौर में 'अर्पिता' यहाँ वफ़ा का सलीका मतलब से आँकते हैं.... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' ©® Hindi · शेर 4 542 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 7 Sep 2021 · 1 min read खौफ... तेरे बाबस्ताँ कुछ ख्वाब बुने थे मैंने बिछड़ने का खौफ, चैन से सोने नहीं देता... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' ©® Hindi · शेर 4 2 332 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 25 Oct 2021 · 1 min read सब्र के घूँट... बचा- बचा के रोज़, मैंने जिंदगी को जिया है हौसलों के साथ सब्र के घूँट को पिया है... तुम बात करते हो, कामयाबी देखने की मेरा साथ तो बस, ठोकरों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 2 282 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 9 Nov 2021 · 1 min read कोई साया... कोई साया बनके, साथ-साथ चलता है धड़कनों में शामिल, वो रिश्ते सा पलता है... सुकून के लिए काफी है, उसकी एक नजर देखना वो शख़्स फिर, रातभर जलता है... उम्मीद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 8 513 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 28 Nov 2021 · 1 min read शोर... मुक़ददर भले ही, ख़ामोश बैठा था... मेहनत का शोर, मग़र है चारों ओर... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 4 8 389 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 1 Sep 2022 · 1 min read बड़ी शिद्दत से... बड़ी शिद्दत से मैंने तुम्हें सालों पढ़ा है... तुम्हें पहचानने का तज़ुर्बा एक -एक रोज़ करके आया... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi 4 2 188 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 6 Aug 2021 · 1 min read एक मर्तबा... जब भी मिलते हैं साथी पुराने हाल पूछ लेते हैं.... कैसे हैं हम, और शायरी हमारी ये सवाल पूछ लेते हैं.... उदासी पर लेकर घूँघट हम तबस्सुम का अदा से....... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 6 782 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 15 Aug 2021 · 1 min read स्वप्निल मुकाम... मेरे वो सपने जो कभी बंद तो कभी खुली आँखों से बुने मैंने जिनमें कभी रास्तों तो कभी मंज़िल को छुआ मैंने मेरा वह स्वप्निल मुकाम जिसका तिनका -तिनका मेरे... Hindi · कविता 3 4 369 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 4 Sep 2021 · 1 min read बेहक़ की दौलतें... यूँ तो बेहक़ की दौलतें, कभी ना चाही थी मैंने मगर तूने बेहिसाब नेमतें देकर, खास बना दिया.... - ✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' ©® Hindi · शेर 3 2 489 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 5 Sep 2021 · 1 min read 'शिक्षक'... चाहे संकट की कोई घड़ी हो लाख चुनौती प्रत्यक्ष खड़ी हो परिश्रम और निरंतरता से अपना कर्त्तव्य निभाते हैं... वें 'शिक्षक' कहलाते हैं... विघ्नों और व्यवधानों से रुकने का सरोकार... Hindi · कविता 3 4 627 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 11 Sep 2021 · 1 min read रीढ़... इस दरख़्त की हर शाख, झुकी- झुकी सी है हर एक पत्ते की साँस, रुकी - रुकी सी है... रात तेज आँधी गुज़र के गई, पहलू से सुबह के सूरज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 308 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 15 Sep 2021 · 1 min read क्या पाया और क्या खोया ... जब भी मेरा फ़साना, ज़माना तुम्हें सुनाएगा हर लम्हा तुम्हें, मेरे इर्द-गिर्द ही पाएगा... जिंदगी कुछ ना थी, सिवाय एक कशमकश के बीत जाने पर तुम्हें, कौन ये समझाएगा... सवाल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 371 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 29 Sep 2021 · 1 min read रिश्ते... अक्सर हमनें, उनको भी रिश्तों की दुहाई देते देखा... जिनकी अपनी किसी अपने से बनी नहीं... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' ©® Hindi · शेर 3 4 469 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 28 Sep 2021 · 1 min read मायने... अब उनसे क्या उम्मीद करें कि वो समझेंगे हमें जो दिल के फ़लसफों के मायने हम हीं से पूछते हैं... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' ©® Hindi · शेर 3 2 396 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 3 Oct 2021 · 1 min read पहचान... जाननेंवाले लोग पहचानने लगे तो बात कैसी? बात तो तब है जब ना जाननेंवाले लोग आपको पहचानने लगें... जो लोग कुल, जात, पता-ठिकाना पूछकर जानकारियाँ बढ़ाते हैं वो महज़ 'जानकार'... Hindi · कविता 3 2 432 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 10 Oct 2021 · 1 min read तलाश... मेरी तन्हाइयों को, तेरी महफ़िल की आरज़ू नहीं हम तो निकलें हैं, खुद के वज़ूद की तलाश में... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 3 364 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 11 Oct 2021 · 1 min read समर्पण... ये हसरत है कि दिल में उतर जाएं हम है इश्क़ आग का दरिया, तो पार कर जाएं हम... दर्द जमाने ने तुमको और मुझको दिए क्यों ना मिलकर, इस... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 8 390 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 14 Oct 2021 · 1 min read मौका... मुमकिन नहीं नदी के किनारों का मिलना तो क्या साथ बहतें जानें से किसने रोका है... मंजिल तक साथ नहीं तो क्या सफ़र का साथ तय करने से किसने टोका... Hindi · कविता 3 2 342 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 17 Oct 2021 · 1 min read सब्र... उम्मीदों की कश्तियाँ, तूफाँ में उतार दी हैं... अब देखना है जिंदगी, सब्र कितना बाकी है... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 3 2 287 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 21 Oct 2021 · 1 min read तेरे वज़ूद में शामिल... घुटन, शिकस्त, तन्हाई का दौर जब तुम्हें सताएगा... हर कदम पर ज़ोरों से पकड़ा मेरा हाथ याद आएगा... यह न सोचना कभी कि मुकद्दर में कितने गम है... हर मुश्किल... Hindi · कविता 3 6 319 Share Page 1 Next