DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 205 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 22 Oct 2021 · 1 min read मशहूर... ग़म-ए-जिंदगी ने इतना भी,बेज़ार ना किया तेरे इश्क ने इतना भी, बेकरार ना किया यूँ खामखाँ ही कुछ किस्से मशहूर हो गए, वरना हकीकतों से कभी खुद को तलबगार ना... Hindi · मुक्तक 3 2 313 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 29 Oct 2021 · 1 min read ख़्वाब सिर्फ ख़्वाब ही रहे... मोहब्बत को कोई फरेब या ख़ुलुस-ए-पाक कहें है बात तो तब, जब मोहब्बत सिर्फ मोहब्बत ही रहे... फैलाकर झोली माँग लें, दौलत और शोहरत मगर कभी तो 'खुदा' की, बंदगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 431 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 5 Nov 2021 · 1 min read खज़ाना... गुज़रे हुए वक़्त को, भूलाया नहीं जाता खोकर भी कभी-कभी, कुछ पाया नहीं जाता... पलकों तले मोतियों का, एक खज़ाना छुपा रखा था बेशकीमती चीजों को, खुले हाथों लुटाया नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 453 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 21 Nov 2021 · 1 min read ग़मेंदिल... उसे रुलाने का, हक़ तो न था मुझे... जानें क्यूँ आँसूओं का सैलाब, उसे दे आए... घड़ीभर की, मोहब्बत के बदले ज़िन्दगीभर का ख़्वाब, उसे दे आए... इरादा तो ना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 364 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 26 Nov 2021 · 1 min read माँ... क्यूँ ना उसके सजदे में, सिर हर रोज झुकाऊँ... लब जिसके, दुआ करते हैं, मैं जब तक लौट के ना आऊँ... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 3 10 490 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 4 Dec 2021 · 3 min read तुम में मैं... विचारों की एक श्रृंखला आज अचानक बैठे- बैठे यूँ ही ख्याल आया कि हर व्यक्ति सोचता है कि वह स्वयं में अलग है... औरों से कुछ भिन्न है... उसमें कुछ बात ऐसी है जो... Hindi · लेख 3 2 581 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 3 Sep 2021 · 1 min read समझौते... हाँ, ग़र झुकना पड़े नेकी के वास्ते, तो मंज़ूर सौ दफ़ा मग़र वो शोहरत ना अता करना, जो समझौते से आए.. -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता ' ©® Hindi · शेर 2 6 561 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 6 Sep 2021 · 1 min read वज़ूद... खामोशी की कहकशाँ में, ना तलाशकर मेरा वज़ूद वक़्त और तज़ुर्बों ने इस पर पाबंदी लगाई है... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' ©® Hindi · शेर 2 1 318 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 8 Sep 2021 · 1 min read आरज़ू... गिला इस बात का नहीं कि वो बेक़दर, बेवफ़ा हो गए... दर्द तो इस बात का है कि इस दिल को अब भी उन्हीं की आरज़ू बाकी है... -✍️देवश्री पारीक... Hindi · शेर 2 283 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 10 Sep 2021 · 1 min read हे! देवा... हे ! देवा, तुम सर्वप्रथम पूज्य हो 'गणाध्यक्ष' तुम कहलाते विघ्नों का सदा नाश करो तुम आदर पूर्वक घर आके ज्ञान,अर्थ, बुद्धि का अद्भुत संगम हो 'गौरीसुत' तुम कहलाते जीवन... Hindi · कविता 2 4 446 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 12 Sep 2021 · 1 min read पता नहीं क्यों?... कौन दिशा कौन डगर मैं चली जा रही बेखबर कोई साया आगे -आगे मैं बेसुध- सी पीछे -पीछे जाने वो, कौन है ? क्या है ? क्यों है ? पर... Hindi · कविता 2 2 333 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 13 Sep 2021 · 1 min read लौट ही जाना था... आईनें को जब भी देखा चेहरा कोई अनजाना था अपनी शक्ल देखे कैसे जो देखा, सब बेगाना था... सुनो, रुको, ठहरो आवाज दी, रोज़ उसे मैंने मगर, हर हाल में... Hindi · गीत 2 4 390 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 14 Sep 2021 · 1 min read नक़ाब... वो गया था, परिंदों सी उड़ान भरके तन्हाँ मुझे चौराहे पर, खड़ा करके... आज मैंने भी उसका, नक़ाब है पहना समझना चाहती हूँ उसे, उसके जैसा बनके... तमाम उम्मीदों के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 586 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 16 Sep 2021 · 1 min read तेरी याद... ग़म-ए-शाम इसकदर, तन्हाँ कर जाती है मुझे बेवजह, बेवक़्त तेरी बेख्याली, सताती है मुझे लाख चाहा तुझे भूल जाना, ए ख़ुलुस-ए-दिल, मग़र भूलाने की कोशिश भी, तेरी याद दिलाती है... Hindi · मुक्तक 2 2 397 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 19 Sep 2021 · 1 min read स्वप्निल ऊंचाइयाँ... तेरे मेरे बीच, ये क्या चलता है कोई रिश्ता, बिना संबोधन ही पलता है... परायों की तरह, जीते रहे सालों फिर भी अजनबी, मेरे साथ- साथ चलता है... कुछ स्वप्निल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 465 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 21 Sep 2021 · 1 min read चाँद... अपनी ज़वानी पर जब होता है चाँद धवल चाँदी के जैसा चमकता है चाँद... मेरी मुंडेर के पीछे से आता है चाँद क्या तेरे आँगन में भी ऐसे ही उतरता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 506 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 22 Sep 2021 · 1 min read सियासतों के बदलने पर... ज़माने से रही दोस्ती जिनसे, साथी वो अनजाने लगते हैं पलकों में जिनका मुकाम था, अब वो ख़्वाब बेगाने लगते हैं... हाथों की हिना का रंग, फीका न पड़ने पाए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 303 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 23 Sep 2021 · 1 min read जीत... देखना है कि राह- ए- उल्फ़त में जीत किसके हिस्से आती है... बड़े ईमान से उसने मोहब्बत का सौदा किया है... -✍️ देवश्री पारीक 'अर्पिता' ©® Hindi · शेर 2 643 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 26 Sep 2021 · 1 min read प्यार या व्यापार... वो... सालों पीछा करके मेरा, इस नतीजे पर पहुंँचे। चलो, छोड़ो यार! अपने काम की चीज नहीं है... कारण है... देखने के बदले देखना, पीछा करने के बदले प्यार, तोहफ़े... Hindi · कविता 2 2 734 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 27 Sep 2021 · 1 min read अंदाज़... तेरा दुश्मनी निकालने का 'अंदाज़' मुझे पसंद आया वरना अफ़सोस करते हम, किसी ने प्यार नहीं किया... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' ©® Hindi · शेर 2 4 373 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 6 Oct 2021 · 1 min read बेकरार... मुलाकात को वक़्त से आजमातें नहीं यादों को दिल का दर्द बतातें नहीं महसूस करते हैं ग़म जुदाई का पर इश्क में बेकरार नज़र आते नहीं... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 2 4 382 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 2 Oct 2021 · 1 min read चाह हज़ार बाकी है... जिंदगीभर राह देखी, जिंदगी हमनें तेरी अब मरकर भी मौत का इंतजार बाकी है... साथ-साथ हँसकर, ये भी भूल गए पलकों तले आँसूओं की धार बाकी है... कभी ना करना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 294 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 4 Oct 2021 · 1 min read ऊपरवाला... मंदिरों में फूल चढ़ाओ चाहे मज़ारों पर माला गर बाँट सको दर्द किसी का तो खुश होगा ऊपरवाला -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · मुक्तक 2 4 590 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 7 Oct 2021 · 1 min read बेमक़सद... बेख़्याली में बेहिसाब, वक़्त बर्बाद क्यूँ करना ख्वाबों को देखने में, हुनर बर्बाद क्यूँ करना जिंदगी मिली है तो, किसी के काम आइए बेमक़सद, बेवज़ह, इसे बर्बाद क्यूँ करना... -✍️देवश्री... Hindi · शेर 2 2 417 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 9 Oct 2021 · 1 min read दर्द... जानें कब, ये दर्द कम होगा मौत के साथ ही, दफ़न होगा... हँसी के बदले, मिले ज़ख्मों का दर्द ही खुद अब, मरहम होगा... रोशनी की तलाश हो तो, आना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 618 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 12 Oct 2021 · 1 min read ख़ामोशी का आलम... गुजरा ज़ख्म अपनें निशाँ छोड़ जाता है जिसतरहाँ काफ़िर, दीन-ओं-इमाँ छोड़ जाता है... ना फेंको पत्थर, उस खामोश बहते दरिया में कभी-कभी ख़ामोशी का आलम, तूफाँ छोड़ जाता है... बहार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 304 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 15 Oct 2021 · 1 min read उम्रभर... जाने कहाँ खो गई मंजिल मेरी जाने कहाँ खो गया मेरा वो सपनों वाला घर ना जानें अब किस राह पर हूँ मैं न जाने किस दिशा में खो गया... Hindi · कविता 2 363 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 19 Oct 2021 · 1 min read अक्सर... यूँ इसकदर अपना किसी को, मानना अच्छा नहीं लोग अक्सर दिया हुआ, वापस छीन लिया करते हैं... नेकदिल होकर किसी को, अपनी चाहतें ना देना तुम लोग अक्सर हर किए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 6 465 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 20 Oct 2021 · 1 min read ख़ामोशी ... वो और हैं जो कतरे- कतरे का हिसाब रखते हैं... हम तो समंदर भी ख़ामोशी से लुटाते हैं... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 2 269 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 23 Oct 2021 · 1 min read तज़ुर्बों ... जिंदगी के तज़ुर्बों नें, इतना तो सिखा दिया अपनी हिम्मत के सिवा दूसरा कोई साथी नहीं होता... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 2 1 301 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 26 Oct 2021 · 1 min read आत्मगौरव... सौंदर्य का वर्णन आने पर लोगों ने खूब सराहा था वाणी के मुखरित होने पर क्यों अधरों पर था मौन बिछा... क्या सत्य वही, जो तुम मानो क्या सत्य वही,... Hindi · कविता 2 4 325 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 1 Nov 2021 · 1 min read जाऊँ कहाँ... यूँ रस्में उल्फ़त ताउम्र ना निभाऊँ, तो जाऊँ कहाँ तेरी पनाह में सर को ना झुकाऊँ, तो जाऊँ कहाँ... मेरी अज़्म का सुबूत, निगाहें चौखट पे ठहरी तेरी एहसास-ए-बरतरी में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 355 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 10 Nov 2021 · 1 min read बहती है मोहब्बत... इक बार तू, मुझतक आकर तो देख मेरी ही तरह, मुझको चाहकर तो देख... महसूस होगी तुम्हें, मुझमें हर खुशी एक बार ज़रा, गले लगाकर तो देख... मग़रूरीयत को छोड़,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 315 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 4 Nov 2021 · 1 min read ख़ुशी के लिए... जब भी मैं, तेरा चेहरा भूलाता हूँ हर बार, खुद ही को भूल जाता हूँ... मयस्सर नहीं, रोशनी का कतरा भी मैं जल-जलकर, रातभर मर जाता हूँ... रोज़ एक ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 317 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 12 Nov 2021 · 1 min read हिस्सा-ए-मोहब्बत... ना समझना कभी रुसवाईयों से, शिकायत होगी बात ज़रा ये है कि वो भी, हिस्सा-ए-मोहब्बत होगी... बेशक करना सितम, शौक से सह लेंगे तमाम कभी तो छूने की हमें, आपके... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 6 280 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 13 Nov 2021 · 1 min read इंकार का हक... आज मैंने इन साँसो की, कहानी लिख दी तुम्हारे नाम अपनी ये, जिंदगानी लिख दी... चाहे अपनाओं या चाहे, ठुकरा दो मगर इस दिल ने धड़कनों की, रवानी लिख दी...... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 6 415 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 14 Nov 2021 · 1 min read अज़नबी... नज़दीक-दर-नज़दीक, हम आ रहे हैं मगर फ़ासले जाने क्यों, बढ़ते जा रहे हैं... इंतजार ले ना लें, जान हमारी पल-पल हम मरते, जा रहे हैं... जाने वो अज़नबी कैसा होगा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 4 276 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 2 Nov 2021 · 1 min read कौन जानें कल क्या हो... किसी सच को वो, देख नहीं पा रहा छा गया, हकीक़त पर कोहरा सा है... बंद हूँ आजकल, उजालों की कैद में हर तरफ आता नज़र, बस अंधेरा सा है...... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 314 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 19 Nov 2021 · 1 min read वास्ता... तुम्हारा और मेरा, कुछ ऐसा है वास्ता जैसे किसी नशेड़ी का, एनसीबी से हो रिश्ता... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 2 7 510 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 18 Nov 2021 · 1 min read मज़हब... मुनासिब होगा, ताउम्र गुनाहगार रहें शर्तों पर मुआफ़ी, ना दो मुझे... इस जहाँ की रवायतें, है नामंजूर चाहे तो जिंदा, दफना दो मुझे... बेखौफ हम कहेंगे, हशरेहाल जहाँ का जो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 527 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 20 Nov 2021 · 1 min read मुस्कान... इंतजार, ख्वाब, आरजू, हकीकत जाने क्या-क्या ना जोड़ा हमने... तेरी एक मुस्कान के बदले इन सबका सौदा कर आए... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 2 4 510 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 23 Nov 2021 · 1 min read मुकम्मल रिश्ते... बड़ी खुदगर्जी का दौर है 'जनाब' किसी मुकम्मल रिश्ते की आरजू ज़रा संभल कर कीजियेगा... -देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 2 4 260 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 25 Nov 2021 · 1 min read उड़ान... आज सपनों को एक उड़ान मिली है... कई दिनों कड़ी धूप में पैदल चली हूँ... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 2 4 541 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 29 Nov 2021 · 1 min read ऊँचे दाम... ग़र बेचनी हो बेहयायी, तो खरीददार बहुत हैं मग़र शराफ़त के ऊँचे दाम, औकात के हैं बाहर... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 2 2 429 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 3 Dec 2021 · 1 min read आख़िरी... कोशिशों की बात, हमसे ना कर ए 'ज़िन्दगी' मैंने हर साँस आख़िरी समझ, ये उम्र गुजारी है... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 2 2 332 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 7 Dec 2021 · 1 min read मेहरूम... तू राह मुझे रोज, यूँ ही दिखाते रहना बहुत मेहरूम रहा हूँ, अपनों के साए से.... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 2 2 309 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 11 Dec 2021 · 1 min read शर्त... बेशक तुम मुझे, गलत ही समझ लो पर अपने सही होने का, इत्मीनान कर लेना... नहीं रोने तुम्हारे दरवाजे, आकर मुझे गम चाहे जितने ऊँचे, अपने मकान कर लेना... सुनसान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 597 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 16 Dec 2021 · 1 min read बात... कायदों की बात हमसे ना कीजियेगा हैसियतों के हिसाब से व्यवहार बदलते देखा है... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · शेर 2 4 420 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 23 Dec 2021 · 1 min read उनकी मोहब्बत... उनकी मोहब्बत, हमें रोज रुलाती रही गुनाह-ए-इश्क़ का, फरमान सुनाती रही तन्हा जीने की सजा, हमको सुनाकर पहलू से कभी पास, कभी दूर जाती रही... -✍️देवश्री पारीक 'अर्पिता' Hindi · मुक्तक 2 5 375 Share DEVSHREE PAREEK 'ARPITA' 5 Jan 2022 · 1 min read स्वाभिमान... किसी और के अभिमान के लिए अच्छा उदाहरण बनने से कहीं अधिक श्रेष्ठ है, स्वयं के स्वाभिमान की रक्षा के लिए कठोर कदम उठाना.... समय और इतिहास आपको उपलब्धियों के... Hindi · कोटेशन 2 2 714 Share Previous Page 2 Next