Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Sep 2021 · 1 min read

‘शिक्षक’…

चाहे संकट की कोई घड़ी हो
लाख चुनौती प्रत्यक्ष खड़ी हो
परिश्रम और निरंतरता से
अपना कर्त्तव्य निभाते हैं…
वें ‘शिक्षक’ कहलाते हैं…

विघ्नों और व्यवधानों से
रुकने का सरोकार नहीं
पूर्ण क्षमता और प्रयास से
शिक्षार्थी को सुयोग्य बनाते हैं
वें ‘शिक्षक’ कहलाते हैं…

जीवनपथ का कठिन क्षेत्र हो
केवल लक्ष्य समक्ष मात्र हो
कोमलमन के भावी विषयों पर
मज़बूती से पकड़ बनवाते हैं
वें ‘शिक्षक’ कहलाते हैं…
-✍️देवश्री पारीक ‘अर्पिता’
©®

Language: Hindi
3 Likes · 4 Comments · 631 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
गीत लिखूं...संगीत लिखूँ।
गीत लिखूं...संगीत लिखूँ।
Priya princess panwar
रपटा घाट मंडला
रपटा घाट मंडला
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
*व्याख्यान : मोदी जी के 20 वर्ष*
*व्याख्यान : मोदी जी के 20 वर्ष*
Ravi Prakash
सावन
सावन
Madhavi Srivastava
हम तो फ़िदा हो गए उनकी आँखे देख कर,
हम तो फ़िदा हो गए उनकी आँखे देख कर,
Vishal babu (vishu)
3104.*पूर्णिका*
3104.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मुस्कान
मुस्कान
Santosh Shrivastava
राम है आये!
राम है आये!
Bodhisatva kastooriya
पैगाम डॉ अंबेडकर का
पैगाम डॉ अंबेडकर का
Buddha Prakash
इस शहर से अब हम हो गए बेजार ।
इस शहर से अब हम हो गए बेजार ।
ओनिका सेतिया 'अनु '
खुद को रखती हूं मैं
खुद को रखती हूं मैं
Dr fauzia Naseem shad
Dating Affirmations:
Dating Affirmations:
पूर्वार्थ
टेसू के वो फूल कविताएं बन गये ....
टेसू के वो फूल कविताएं बन गये ....
Kshma Urmila
वज़्न -- 2122 2122 212 अर्कान - फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन बह्र का नाम - बह्रे रमल मुसद्दस महज़ूफ
वज़्न -- 2122 2122 212 अर्कान - फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन बह्र का नाम - बह्रे रमल मुसद्दस महज़ूफ
Neelam Sharma
तेरे होने का जिसमें किस्सा है
तेरे होने का जिसमें किस्सा है
shri rahi Kabeer
*तुम न आये*
*तुम न आये*
Kavita Chouhan
मां शैलपुत्री
मां शैलपुत्री
Mukesh Kumar Sonkar
तुम याद आ रहे हो।
तुम याद आ रहे हो।
Taj Mohammad
कविता// घास के फूल
कविता// घास के फूल
Shiva Awasthi
" जब तक आप लोग पढोगे नहीं, तो जानोगे कैसे,
शेखर सिंह
दिल शीशे सा
दिल शीशे सा
Neeraj Agarwal
फूलों से हँसना सीखें🌹
फूलों से हँसना सीखें🌹
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"कश्मकश"
Dr. Kishan tandon kranti
श्रम कम होने न देना _
श्रम कम होने न देना _
Rajesh vyas
फेसबूक में  लेख ,कविता ,कहानियाँ और संस्मरण संक्षिप्त ,सरल औ
फेसबूक में लेख ,कविता ,कहानियाँ और संस्मरण संक्षिप्त ,सरल औ
DrLakshman Jha Parimal
अपना घर
अपना घर
ओंकार मिश्र
दो हज़ार का नोट
दो हज़ार का नोट
Dr Archana Gupta
रंगों का त्योहार है होली।
रंगों का त्योहार है होली।
Satish Srijan
पिता
पिता
Shweta Soni
माफ करना, कुछ मत कहना
माफ करना, कुछ मत कहना
gurudeenverma198
Loading...