'अशांत' शेखर 640 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid 'अशांत' शेखर 27 Jul 2022 · 1 min read ✍️महानता✍️ ✍️महानता✍️ ……………………………………………………………………// बहोत से लोग थोड़ा कुछ बचाने में ज्यादा खो जाते है कुछ लोग सब खोकर भी बहोत ज्यादा बच जाते है...! ……………………………………………………………………// ✍️"अशांत"शेखर✍️ 27/07/2022 Hindi · Ashantshekharlekhani · शेर 9 7 334 Share 'अशांत' शेखर 9 Nov 2022 · 1 min read #Daily Writing Challenge : आरंभ आरंभ ही अंत तक पहुँचने का प्रारंभ है यदि आरंभ कठिन तो अंत और भी कठिन अगर आरंभ सरल तो अंत और भी सरल जिंदगी के आरंभ से जिंदगी के... Hindi · Ashantlekhani · Daily Writing Challenge · कविता 8 4 148 Share 'अशांत' शेखर 26 Aug 2022 · 1 min read ✍️सूरज मुट्ठी में जखड़कर देखो✍️ ✍️सूरज मुट्ठी में जखड़कर देखो✍️ ……………………………………………………………………// एक पल के लिए सूरज मुट्ठी में जखड़कर देखो कोई समय ठहरा मिले तो उसे पकड़कर देखो मुश्किल नहीं है घने अंधेरो के ये... Hindi · Ashantshekharlekhani · ग़ज़ल 7 14 581 Share 'अशांत' शेखर 3 Jun 2022 · 1 min read .✍️वो थे इसीलिये हम है...✍️ ✍️वो थे इसीलिये हम है...✍️ ---------------------------------------------------- // पिता..! हमारे जीवन सृष्टि के है शिल्पकार... वो है जनक हम उनका अविष्कार... बिना उनके कैसे मिलता व्यक्तित्त्व को नया आकार... संसाररूपी कश्ती... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · मुक्तक 6 12 302 Share 'अशांत' शेखर 5 Jun 2022 · 1 min read ✍️मैंने पूछा कलम से✍️ ✍️मैंने पूछा कलम से ✍️ --------------------------------------// मैंने पूछा कलम से किसके लिये क्या लिखूं ? कलम ने कहाँ राम के लिये "मर्यादा" सीता के लिये "अग्निपरीक्षा" कृष्ण के लिये "वरदान"... Hindi · मुक्तक 6 19 667 Share 'अशांत' शेखर 26 Jul 2022 · 1 min read ✍️यूँही मैं क्यूँ हारता नहीं✍️ ✍️यूँही मैं क्यूँ हारता नहीं ✍️ ……………………………………………// जिस राह मुड़ते है सब कदम उस मोड़ पे मैं क्यूँ चलता नहीं बिना आरजु के ये दिल किसी की मोहब्बत में क्यूँ... Hindi · Ashantshekharlekhani · ग़ज़ल 6 10 228 Share 'अशांत' शेखर 24 Oct 2022 · 1 min read ✍️पेट की भूख का शोर वो नजरे गढ़ाये खड़ा था जगमगाती रोशनी उसकी आँखों में जुगनू की तरह आंखमिचौली खेल रही थी वैसे तो सारा आसमाँ बेशुमार प्रकाशदीपो से झिलमिल हो उठा था लेकिन उसके... Hindi · Ashantlekhani · कविता 6 9 230 Share 'अशांत' शेखर 7 Nov 2022 · 1 min read कल्पना ही कविता का सृजन है... कल्पना से सूंदर कविता है... ऐसा वो कहती है.. कल्पना जेहन को विचारों से सहेजती है... और कविता शब्दो का साज शृंगार करती है... मैंने कहाँ मगर कल्पना ही तो... Hindi · Ashantlekhani · कविता 6 9 326 Share 'अशांत' शेखर 12 Nov 2022 · 1 min read Daily Writing Challenge : जल कुदरत की अनमोल देन जल है वो महान थे जिन्होंने विश्व में पहली जलक्रांति के विचार को छेड़ा के हर जिव पशु पक्षी और मानव का जल पर समान अधिकार... Hindi · Ashantlekhani · Daily Writing Challenge · कविता 6 2 251 Share 'अशांत' शेखर 7 Jun 2022 · 1 min read ✍️लोग जमसे गये है।✍️ ✍️लोग जमसे गये है।✍️ -----------------------------------------------------------// दुनियां को जीतकर मैं घर में हार जाता हूँ। उन्हें खुशिया देने,मैं हर दर्द के पार जाता हूँ।। जुबाँ जुबाँ में सिर्फ कड़वाहट ही मिलती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 8 318 Share 'अशांत' शेखर 25 Jun 2022 · 1 min read ✍️किस्मत ही बदल गयी✍️ ✍️किस्मत ही बदल गयी✍️ ………………………………………………………………// वक़्त के तकाज़े में उनकी तहज़ीब बदल गयी छोटी सी ख्वाईश में उनकी तक़रीर बदल गयी सिलसिले तो चलते ही रहे मिलने बिछड़ने के बहोत... Hindi · Ashantshekharlekhani · ग़ज़ल 5 8 431 Share 'अशांत' शेखर 30 Jun 2022 · 1 min read ✍️आदत और हुनर✍️ ✍️आदत और हुनर✍️ …………………………………………………………// कभी आदतों से कोई हुनर सीखा नहीं जाता कुछ हुनर ऐसे होते है जो आदते बदल देते है.. …………………………………………………………// ✍️"अशांत"शेखर✍️ 30/06/2022 Hindi · Ashantshekharlekhani · शेर 5 4 230 Share 'अशांत' शेखर 22 Jul 2022 · 1 min read ✍️एक ख़ुर्शीद आया✍️ ✍️एक ख़ुर्शीद आया✍️ ………………………………………………// जब परछाई के साये अपने वजूद को अंधेरो मे खोज रहे थे जहाँ को रोशन करने एक ख़ुर्शीद आया... अज्ञान के गहरे भंवर में फंसकर उम्मीदों... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 5 10 352 Share 'अशांत' शेखर 26 Jul 2022 · 1 min read ✍️अनदेखा✍️ ✍️अनदेखा✍️ …………………………………………………………………// राहत की कई मंझिले हमें पाने की जिद में थी एक चाहत में हमने रास्तों को अनदेखा किया …………………………………………………………………// ✍️"अशांत"शेखर✍️ 26/07/2022 Hindi · Ashantshekharlekhani · शेर 5 4 270 Share 'अशांत' शेखर 28 Jul 2022 · 1 min read ✍️हम वतनपरस्त जागते रहे..✍️ ✍️हम वतनपरस्त जागते रहे..✍️ …………………………………………………………// मुश्किलो से जितकर कोई सिकंदर नहीं होता? तकलीफों में जो मुँह फेरे वो जिगर नहीं होता कितने हौसले लेकर ये नदियां बहते रहती है दरिया... Hindi · Ashantshekharlekhani · ग़ज़ल 5 8 227 Share 'अशांत' शेखर 14 Aug 2022 · 1 min read ✍️चंद सांसो का सफर...✍️ ✍️चंद सांसो का सफर...✍️ ……………………………………………………………// सारी उम्र कड़ी धुप ने जिस्म को तपाया है । फिर भी मेरी जिद्द ने ख़्वाबो को तराशा है ।। यकींन है के अब भी... Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 5 13 227 Share 'अशांत' शेखर 19 Aug 2022 · 1 min read ✍️सबक✍️ ✍️सबक✍️ …………………………………………………………// ताउम्र मैंने अपने कदमो का साथ निभाया इनको रास्ते चुनने का सलिखा नहीं आया मैंने आँखों को भी ख़्वाब देखना सिखाया इन्हें ऊँचे आसमाँ को परखना नहीं आया... Hindi · Ashantshekharlekhani · शेर 5 8 214 Share 'अशांत' शेखर 25 Aug 2022 · 1 min read ✍️हम अहल-ए-वतन✍️ ✍️हम अहल-ए-वतन✍️ …………………………………………………// कौन चाहता है ज़मी पे शोर शराबा हो हम अहल-ए-वतन में ये खूनखराबा हो गर ज़ियारत करके वो मिले तो ढूँढ लो..! किसने कहाँ के काशी में... Hindi · ग़ज़ल 5 9 235 Share 'अशांत' शेखर 11 Sep 2022 · 1 min read ✍️दरिया से सागर✍️ ✍️दरिया से सागर✍️ ……………………………………………// बड़ा ही सरल होता है समंदर के लिए मीठे पानी के किसी भी दरिया को अपनी गोद में समा लेना उतना ही मुश्किल होता है असीम... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 5 8 172 Share 'अशांत' शेखर 17 Sep 2022 · 1 min read ✍️मैले है किरदार उनके खुद के किरदार पे मैल चढ़ा है वो मेरे शख़्सियत पर धूल उड़ा रहे है ……………………………………………………// ©✍️'अशांत'शेखर 17/09/2022 Hindi · Ashantlekhani · शेर 5 6 187 Share 'अशांत' शेखर 24 Oct 2022 · 1 min read ✍️ये अंधेरा मेरे रूह में निखर गया कुछ पल के लिए जरासा ठहर गया ये वक़्त मुझे यूँही अनदेखा कर गया वो साथ चलते रहा तन्हा मुसलसल.. जब काफ़िला सफर में बिखर गया चलने से सिर्फ ये... Hindi · Ashantlekhani · ग़ज़ल 5 7 192 Share 'अशांत' शेखर 27 Oct 2022 · 1 min read ✍️कभी मिटे ना पाँव के वजूद जरूर किसी से तो मिलता होगा ये चेहरा मेरा और उस मुकद्दर में भी लिखा होगा दायरा मेरा काली रातों ने तो सिखाया है उजाले ढूँढना हमें उम्मीदे जिंदा है... Hindi · Ashantlekhani · ग़ज़ल 5 6 225 Share 'अशांत' शेखर 4 Jun 2022 · 1 min read ✍️दिल बहल जाता है।✍️ ✍️दिल बहल जाता है।✍️ -------------------------------------// मानव गर जंग कलम से करना सिख ले, तो हथियार जंग खा जायेंगे । कितना अच्छा होगा बेवजह लोग मारे नही जायेंगे। मानव गर तंग... Hindi · मुक्तक 4 4 259 Share 'अशांत' शेखर 5 Jun 2022 · 1 min read ✍️वो पलाश के फूल...!✍️ ✍️वो पलाश के फूल...!✍️ ------------------------------------// वो पलाश के फूल...! गहरे केसरी लाल जैसे जंगल में हो आग वो पलाश के फूल...! फ़ागुन का संकेत दर्शाते हैं बसंत का एहसास जगाते... Hindi · मुक्तक 4 7 1k Share 'अशांत' शेखर 7 Jun 2022 · 1 min read ✍️माटी का है मनुष्य✍️ ✍️माटी का है मनुष्य✍️ ------------------------------// तू सृष्टि,कलुषित उत्पत्ती है मानव । तू दृष्टी पापहीन वृत्ती है दानव..।। तू अधीर लोभ चित्त मोह है मनुष्य । तू हृदयी भावनाहीन लिन भोग... Hindi · कविता 4 9 230 Share 'अशांत' शेखर 7 Jun 2022 · 1 min read ✍️खुदगर्ज़ थे वो ख्वाब✍️ ✍️खुदगर्ज़ थे वो ख्वाब✍️ -------------------------------------------------// उसके छत पे चली बारिश झमाझम । मेरे तन्हा अश्क़ ख़ुद मुझे भीगा गये ।। दिल इश्क़ की चादर ओढ़कर सोया था । खुदगर्ज़ थे... Hindi · शेर 4 5 489 Share 'अशांत' शेखर 13 Jun 2022 · 1 min read ✍️✍️हिमाक़त✍️✍️ ✍️✍️हिमाक़त✍️✍️ ......................................// यहाँ हर कोई हर किसीका सुकून छीनने के फिराक में है। यहाँ कोई किसीका रंज-ओ-गम चुराने की हिमाक़त नहीं करता।। ..........................................// ✍️"अशांत"शेखर✍️ 13/06/2022 Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 4 2 245 Share 'अशांत' शेखर 14 Jun 2022 · 1 min read ✍️मैं परिंदा...!✍️ ✍️✍️ मैं परिंदा...!✍️✍️ .............................................................// वक़्त के इस हालात का हूँ मैं परिंदा । फिर भी उड़ने का रखता हूँ मैं इरादा ।। उलझा हूँ मैं,जो तेरा बिछाया है जाल ।... Hindi · Ashantshekharlekhani · कविता 4 6 827 Share 'अशांत' शेखर 27 Jun 2022 · 1 min read ✍️सत्ता का नशा✍️ ✍️सत्ता का नशा✍️ …………………………………………………………// बहोत नशा होता है सत्ता के स्वाद में सर चढ़ जाये तो खुद होश गवां देता कदमो तले ज़मी को आसमां बना देता ना कर यकीं... Hindi · Ashantshekharlekhani · शेर 4 7 587 Share 'अशांत' शेखर 12 Jul 2022 · 1 min read ✍️खून-ए-इंक़िलाब नहीं✍️ ✍️खून-ए-इंक़िलाब नहीं✍️ ……………………………………………………// ये ख़ुलूस है के अब मै उनके क़रीब नहीं जबाँ पे था सच फिर ये बात अज़ीब नहीं पशेमाँ हुए जब आँखो में भर लिया तुम्हे.. सज़दे... Hindi · Ashantshekharlekhani · ग़ज़ल 4 6 198 Share 'अशांत' शेखर 12 Jul 2022 · 1 min read ✍️बंद मुठ्ठी लाख की✍️ ✍️बंद मुठ्ठी लाख की✍️ ……………………………………………………// खुद को ही झूठे उम्मीदों पे रखते हो 'बंद मुठ्ठी लाख की' यही तो कहते हो जब खोली मुठ्ठी तो खाली लकीरे थी और लकीरों... Hindi · Ashantshekharlekhani · शेर 4 6 223 Share 'अशांत' शेखर 13 Jul 2022 · 1 min read ✍️ मैं काश हो गया..✍️ ✍️ मैं काश हो गया..✍️ …………………………………………………………………………// वो जवानी का शोर परेशानी में खामोश हो गया लापता हूं खुद से मैं खुद के लिये तलाश हो गया गुमशुदा चेहरा मेरा मिटा... Hindi · Ashantshekharlekhani · ग़ज़ल 4 9 358 Share 'अशांत' शेखर 15 Jul 2022 · 1 min read ✍️अल्फाज़ो का कोहिनूर "ताज मोहम्मद"✍️ ✍️अल्फाज़ो का कोहिनूर "ताज मोहम्मद"✍️ ………………………………………………………………// कैसे बताऊँ मेरे कलम में छुपा कोई एक राज है जो मेरी लिखावट को सजाता वो लखनवी ताज है मेरी शब्दों को गीतों में... Hindi · Ashantshekharlekhani · ग़ज़ल 4 9 192 Share 'अशांत' शेखर 16 Jul 2022 · 1 min read ✍️कल के सुरज को ✍️ ✍️कल के सुरज को ✍️ ……………………………………………// बाकी तो कुछ अब बचा नहीं.. यूँही हौसले समेटकर बैठे है.. के कोई फिर हमें ना गिरा सके.. कई दफा उठकर खड़े हुए है... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 4 4 228 Share 'अशांत' शेखर 18 Jul 2022 · 1 min read ✍️बचा लेना✍️ ✍️बचा लेना✍️ …………………………………………………// कुछ रंजिशें चली है ये मंदिर बचा लेना कुछ साजिशें हुई है मस्ज़िद बचा लेना अपने मकाँ को बाद में तुम सजा लेना पहले इस बरस के... Hindi · Ashantshekharlekhani · ग़ज़ल 4 6 167 Share 'अशांत' शेखर 29 Jul 2022 · 1 min read ✍️धुप में है साया✍️ ✍️धुप में है साया✍️ ……………………………………………………………………// इंसानो की फितरत में रंग काया का भी बदलते देखा हर दिशा धुप में मुड़ा तो मेरा साया भी बदलते देखा ……………………………………………………………………// ©✍️"अशांत"शेखर✍️ 28/07/2022 Hindi · Ashantshekharlekhani · शेर 4 4 244 Share 'अशांत' शेखर 31 Jul 2022 · 1 min read ✍️✍️रब्त✍️✍️ ✍️✍️रब्त✍️✍️ …………………………………………………………// तेरे शहर से ही अब मेरा कोई रब्त रहा नहीं लौटा के सारे पल तेरे अंदर मैं ज़ब्त रहा नहीं …………………………………………………………// ©✍️"अशांत"शेखर✍️ 31/07/2022 Hindi · Ashantshekharlekhani · शेर 4 8 188 Share 'अशांत' शेखर 1 Aug 2022 · 1 min read ✍️कुछ हंगामा करना पड़ता है✍️ ✍️कुछ हंगामा करना पड़ता है✍️ …………………………………………………………// देखा है मैंने भी कई दिन खामोशी में जीकर लोग नजरअंदाज कर देते है मुर्दा समझकर गर वजूद में जिंदा रहना है मिसाल बनकर... Hindi · Ashantshekharlekhani · शेर 4 6 324 Share 'अशांत' शेखर 4 Aug 2022 · 1 min read ✍️एक फ़िरदौस✍️ ✍️एक फ़िरदौस✍️ …………………………………………// मेरे अंदर हौसलों का एक बियाबान है जो किसी जालिम मौसम की जी तोड़ कोशिशों से उजड़ नही सकता मैंने अपने बूलंद इरादों से उसकी जड़ो को... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 4 8 281 Share 'अशांत' शेखर 14 Aug 2022 · 1 min read ✍️✍️किरदार चाहिए था✍️✍️ ✍️✍️किरदार चाहिए था✍️✍️ ………………………………………………………………...…// क्या बताये जो हुवा वो तो एक सरेआम तमाशा था जिंदगी को भी मेरे जैसा अच्छा किरदार चाहिए था मेरी हालात देख के मुफ्त की खुशियां... Hindi · Ashantshekharlekhani · शेर 4 8 289 Share 'अशांत' शेखर 16 Aug 2022 · 1 min read ✍️क्या यही है अमृतकाल...✍️ ✍️क्या यही है अमृतकाल...✍️ ………………………………………….....................................// बरसती हुई ये मौसम की बारीश भी अगर मानने लगती जातियों को तो न जाने कौन-कौन फिर प्यासा ही मर गया होता कितने पंछी परिंदों... Hindi · Ashantshekharlekhani · शेर 4 8 247 Share 'अशांत' शेखर 20 Aug 2022 · 1 min read ✍️आग तो आग है✍️ ✍️आग तो आग है✍️ ……………………………………………// आग है बस जलना जानती है जलाना उसके फ़ितरत में नहीं है आप चाहे अपने पेट के वास्ते रोटी सेक लो या फिर अपनी स्वार्थ... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 4 6 441 Share 'अशांत' शेखर 1 Sep 2022 · 1 min read ✍️अंजानी नजर✍️ ✍️अंजानी नजर✍️ ………………………………………………………………………// आज फिर मैंने जी भर के अपने शहर को देखा जाने पहचाने चेहरों में अंजानी नजरो को देखा ………………………………………………………………………// ✍️©'अशांत' शेखर✍️ 01/09/2022 Hindi · Ashantshekharlekhani · शेर 4 6 156 Share 'अशांत' शेखर 3 Sep 2022 · 1 min read ✍️प्यार,इश्क ही इँसा की रौनक है ✍️ ✍️प्यार,इश्क ही इँसा की रौनक है ✍️ …………………………………………………………………// इस दिवार के बीच इक मोहब्बत कायम है रहने दो चाँद सितारों की रोशनी से रात में चमक है रहने दो कोई... Hindi · Ashantshekharlekhani · ग़ज़ल 4 6 181 Share 'अशांत' शेखर 4 Sep 2022 · 1 min read ✍️आओ आईना बनकर देखे✍️ ✍️आओ आईना बनकर देखे✍️ ………………………………………………………// आओ हम भी कभी आईना बनकर देखे कितने साफ़ चेहरे बेदाग है गिनकर देखे हमें तो यहाँ अक्सर नकाबपोश ही मिले किस गिरेबाँ में दाग... Hindi · Ashantshekharlekhani · शेर 4 8 166 Share 'अशांत' शेखर 7 Sep 2022 · 1 min read ✍️किसीको पिघलते देखा है..?✍️ ✍️किसीको पिघलते देखा है..?✍️ …………………………………………………………………// इन आँखों ने कही मौसमो को बदलते देखा है हलकी बारिशों में कुछ घरो को उजड़ते देखा है दुनिया का बदलाव हर किसी को मंजूर... Hindi · Ashantshekharlekhani · ग़ज़ल 4 6 239 Share 'अशांत' शेखर 7 Sep 2022 · 1 min read ✍️एक सच्चाई✍️ ✍️एक सच्चाई✍️ ……………………………………………………………….// जीवन में सिर्फ जान से जान लगानेवाले ढूंढिये…! अपने काम से मतलब रखनेवाले तुम्हे ढूंढ ही लेंगे..! ……………………………………………………………….// ©✍️'अशांत' शेखर✍️ 07/09/2022 Hindi · Ashantshekharlekhani · शेर 4 6 264 Share 'अशांत' शेखर 8 Sep 2022 · 1 min read ✍️चैन नींद और सुकून✍️ ✍️चैन नींद और सुकून✍️ …………………………………………………………// तुम मेरे चैन के नींद की बात ही ना करो वो रात बेचारी रोज थक कर सो जाती है वो सुकून कहाँ दरबदर भटक रहा... Hindi · Ashantshekharlekhani · शेर 4 6 179 Share 'अशांत' शेखर 8 Sep 2022 · 1 min read ✍️समय की उलझन✍️ ✍️समय की उलझन✍️ ……………………………………….…………// समय कहता है के तुम मुझे व्यर्थ में आज नष्ट ना करो ये इँसा कहता है के मैं कल समर्थ हूँ आज कष्ट ना करो ……………………………………….…………//... Hindi · Ashantshekharlekhani · शेर 4 6 287 Share 'अशांत' शेखर 11 Sep 2022 · 1 min read ✍️आँखरी रूह में हो आप✍️ ✍️आँखरी रूह में हो आप✍️ ………………………………………// दूसरा मौका नही है आपको इँसा की जिस्म में ये पहली बार था और ये आँखरी रूह में हो आप अब मर्जी आपकी जिस्म... Hindi · Ashantshekharlekhani · मुक्तक 4 8 151 Share Page 1 Next