✍️सत्ता का नशा✍️
✍️सत्ता का नशा✍️
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बहोत नशा होता है सत्ता के स्वाद में
सर चढ़ जाये तो खुद होश गवां देता
कदमो तले ज़मी को आसमां बना देता
ना कर यकीं वो खुदके स्वार्थ को हवाँ देता
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✍️”अशांत”शेखर✍️
27/06/2022