वाह वाह |बहुत सुन्दर रचना|
धन्यवाद जी। आपका बहोत बहोत शुक्रिया हौसला अफजाई के लिए
बहुत ही सुन्दर रचना है।
धन्यवाद राकेश जी। आपका बहोत बहोत शुक्रिया हौसला अफजाई के लिए
वन्दनीय ..भावपूर्ण .. सार्थक सृजन .. आदरणीय
— “पिता” विषय पर मेरी मौलिक रचना “पिता महज एक व्यक्ति नहीं है” को अपना स्नेहाशीष प्रदान करें ।
कविता पर पहुंचकर प्रथम उसे भावपूर्ण होकर जरूर पढ़े, तद्नुरूप like & comment करें ।
धन्यवाद जी..! जी बिलकुल पढ़ेंगे जी
उत्तम रचना :बहुत खूबसूरत रचना लिखतें है आप ऐसे ही लिखते रहें हमेशा
धन्यवाद हौसलाअफजाई के लिये, कोशिश कर रहे है जी
Very nice
धन्यवाद जी हौसला अफजाई के लिये।
बहुत ही सुंदर रचना।
आपका बहोत बहोत हार्दिक आभार। आपका मार्गदर्शन जरुरी है।
वाह वाह बहुत खूबसूरत लिखा है आपने। अकल्पनीय अतुलनीय अद्वितीय। बहुत ही सुन्दर रचना। जितनी तारीफ करूं कम होगी।
आपका बहोत बहोत हार्दिक आभार।मैं आपके कलम का कायल हूँ ताज भाई।
जी नहीं साहब। आप जैसे अल्फाज़ और अंदाज़ हमारा कहां है। लेकिन अप सबको पढ़कर थोडा बहुत सीख लेता हूं। खुदा आपके कलम में और रवानी दे ये हमारी दुआ है।
वाह आपके कलम का कोई जवाब नही है, बहुत ही सुन्दर रचना है।
जी बहोत बहोत आभार, मैं आपके भी रचना को पड़ता हूँ। बहोत उम्दा है आपकी कलम
बेहतरीन।
धन्यवाद जी