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Comments (13)

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16 Aug 2022 12:31 PM

मौसमो के साजिश में कई दफ़ा बिखरा हूँ ।
वक़्त के थपेड़ों से मैं रोशनी सा निखरा हूँ ।
क्या बात है👌👌👌 बेहद उम्दा🙏🙏🙏

मनीषा जी आपका हृदयतल से लाख लाख शुक्रिया आभार💐💐💐🙏🙏🙏

14 Aug 2022 04:03 PM

बेहतरीन, शानदार, लाजवाब कलम।बहुत ही उम्दा कलम है👌👌👌🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🙏🙏🙏💐💐

हाथ ऐसा भी लिखा जाता है मंजिल ऐसा भी लिखा जा सकता है पर जो लिखा गया है सही है मैं किसी भी शब्द को इस्तेमाल करने के पहले हिंदी उर्दू तथा गूगल डिक्शनरी जाँच लेता हूं बहोत बहोत धन्यवाद 🙏🙏🙏

14 Aug 2022 05:57 PM

👍🏻👍🏻🙏🏻🙏🏻

14 Aug 2022 02:20 PM

खुबसूरत अल्फाज़👍👍💎💎

बहोत बहोत शुक्रिया धन्यवाद🙏🙏🙏🌹🌹🌹आपको स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव दिवस की लाख लाख शुभकामनाये 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🌹🌹🌹🌹

“तू डरा मत ऐ ज़िंदगी उठा लूँगा मैं बोझ तेरा” जबरदस्त लाइन 👌👌🙏🙏

बहोत बहोत आभार धन्यवाद शुक्रिया वैष्णवी जी 🙏🙏🙏💐💐💐 आपको स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव दिवस की लाख लाख शुभकामनाये 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🌹🌹🌹🌹

आपको भी बहुत बहुत शुभकामनाये 🙏🙏

14 Aug 2022 09:09 AM

शानदार

बहोत बहोत आभार धन्यवाद ज्योती जी 🙏🙏🙏💐💐💐 आपको स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव दिवस की लाख लाख शुभकामनाये 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🌹🌹🌹🌹

14 Aug 2022 10:28 AM

आपको भी स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

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