अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ Language: Hindi 146 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 3 Jan 2024 · 1 min read आज भी दिल जो कल था अकेला, ये अकेला रहा आज़ भी...! बेबसी अनकही-अनसुनी, हमसफ़र हर कदम आज़ भी...! ख़्वाब यूं ही संवरते रहे, और, बिखरे कई आज़ भी...! रात भर जागते... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 23 1 173 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 16 Dec 2023 · 1 min read नहीं करता मैं नाम की उम्मीद नहीं करता, इनाम की उम्मीद नहीं करता। ‘अभि’ तो सुबह की उम्मीद करता हूँ, पर शाम की उम्मीद नहीं करता। जिंदगी भर दौड़ती जिंदगी से, आराम... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कठिन जीवन 21 199 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 26 Nov 2023 · 1 min read दिखता था घाव गहरा था पर न दिखता था, जख्म पुराना था पर न रिसता था। सांसों में बेचैनी थी, नज़रों में बेताबी थी, सीने पे कोई पत्थर था, जो न घिसता... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कठिन जीवन · कविता 21 2 121 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 24 Oct 2023 · 1 min read मुस्कुराता बहुत हूं। यूं कस के मेरा हाथ थामे रखना क्योंकि मैं लड़खड़ाता बहुत हूं। खुद ही पूछ लेना सबकुछ मुझसे, क्योंकि मैं सबसे छुपाता बहुत हूं। रूठने पे मुझको मना लेना तुम... Hindi · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 21 313 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 23 Sep 2023 · 1 min read बचपन कितना सुंदर कितना प्यारा, कितना निश्छल हैं ये बचपन । लाड दुलार प्रेम का सागर, फूलों का उपवन हैं बचपन । डांट डपट बिन मतलब के ही हृदय पर अंगार... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 22 2 181 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 1 Jul 2023 · 1 min read फितरत न झुका किसी के आगे, अब तक यहाँ मैं इतना। ना किसी से प्यार मुझको, न तुमसे लगाव इतना।। है मुझमें कमी क्या कोई, जो मदद किसी की चाहूँ। जरूरत... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · स्व–अभिमान 34 5 611 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 14 Jun 2023 · 1 min read बहक सा जाता हूं। तेरी आँखों की गहराई में मैं दब सा जाता हूँ तेरी हंसी की मिठास में मैं खो सा जाता हूँ। तेरे होंठों की नरमी में मैं बहक सा जाता हूँ... Poetry Writing Challenge · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 28 3 385 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 14 Jun 2023 · 1 min read स्वाभाविक किससे क्या कोई बात करें बेवज़ह किसी से क्या उलझें सबकी अपनी-अपनी है पीड़ा किसके आगे रोयें सिसकें..? जो सोच रहा है जैसा भी अपने हालातों के कारण. हम अपनी... Poetry Writing Challenge · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 31 250 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 12 Jun 2023 · 1 min read उलझ नहीं पाते अब चाँद तारों वाले ख़्वाब नहीं आते, कहने को ये रंगीन अल्फाज नहीं आते। करना है दरिया को अब तैरकर ही पार, बस यही सोचकर हम कश्ती नहीं लाते। कोई... Poetry Writing Challenge · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · स्व–अभिमान 32 5 527 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 2 Jun 2023 · 1 min read कैसे? अब मुझे बातों ही बातों में फंसाओगे कैसे? मेरे बाद तुम मुझसा दुश्मन लाओगे कैसे? अपनी चालबाजियों से मुझको रिझाओगे कैसे? मेरे ही बनाए खेल में भला मुझे हराओगे कैसे?... Poetry Writing Challenge · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 30 1 326 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 2 Jun 2023 · 1 min read संभलकर ये वक्त कितना खतरनाक है, ये जमाना कितना दर्दनाक है। किसी से मिलो तो संभलकर मिलना, किसी को मारना आजकल कारोबार है।। किसपे करें भरोसा किसपे नहीं, कुछ समझ नहीं... Poetry Writing Challenge · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 29 1 408 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 27 May 2023 · 1 min read हद हद में हूं मैं अपने तभी तो कोई फसाद नहीं होता, गर पार कर दू मैं अपनी हद तो जरूर फसाद मुमकिन होता ।। गर मैं बदल जाऊं तो हालात... Poetry Writing Challenge · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कठिन जीवन · कविता 26 296 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 25 May 2023 · 1 min read है तो है मेरे लफ़्ज़ों में छुपा कोई फ़साना है तो है, ये भी तुमसे बात करने का बहाना है तो है। तुमको तो बकवास ही लगती हैं मेरी तुकबंदियां पर क्या करूं... Poetry Writing Challenge · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 30 1 299 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 21 May 2023 · 1 min read मोबाइल फोन सभी खिलौने टूट गए, खेल सभी अब छूट गए । बाग में अब बैठेगा कौन, जबसे हाथ में आया फोन ।। होती सबकी चाह है पूरी, हो गया कुछ और... Poetry Writing Challenge · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · नया युग 29 1 536 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 19 May 2023 · 1 min read फिर से आज़ सूनी राह फिर से, और बिखरे ख़्वाब फिर से। वही इक चाहत अधूरी, टीस देती याद फिर से ! एक सिसकी वो दबी-सी, नम हुई ये आंख फिर से।... Poetry Writing Challenge · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 32 6 353 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 15 May 2023 · 1 min read दुकान वाली बुढ़िया आंखों पर लगे टूटे चश्मे से वह सबको देखा करती थी, कपकपाते हाथो से सामान बेचकर खूब सारी दुआए देती थी।। बुढ़िया स्वाभिमान की एक रोटी के लिए हर रोज,... Poetry Writing Challenge · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · स्मृति कविता 29 490 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 12 May 2023 · 1 min read कोरोना महामारी कुछ को खाली पेट की भूख ने मारा, कुछ को घर लौटने के रास्तों ने मारा, कुछ को जात पात की घृणा ने मारा, कुछ को लोभी सत्ता के ऐश्वर्य... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 33 6 195 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 5 May 2023 · 1 min read दोस्ती का तराना चेहरे की रंगत इनसे ही आया करती थी , आंखे ख्वाबों की दुनिया इनसे पाया करती थी। बँधी हुई जिन्दगी में आजादी इनसे आया करती थी, जीवन की थकान इनसे... दोस्ती- कहानी प्रतियोगिता · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · दोस्ती 33 253 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 30 Apr 2023 · 1 min read मजदूर हे ! धरती के पुत्र स्वयं पर गर्व करो केवल धन से बनता कोई महान नहीं किसी झोपड़ी में बैठा मिल जायेगा महलों में रहता है हिन्दुस्तान नहीं ।। तुमने... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 28 158 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 21 Apr 2023 · 1 min read बिखर जाएंगे कौन कहता है लौट के घर जाएंगे, नामुमकिन है कि हम बिखर जायेंगे। जिसको जो बोलना है बोलो मगर, मुझे खुद पे यकीं है सबर जाएंगे।। दिल कहता है अपने... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कठिन जीवन · कविता 27 2 440 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 10 Apr 2023 · 1 min read परिवार(2) परिवार सदा उम्मीदों को, ऊंची उड़ान देतें हैं, जीवन में हर मुसीबत का, समाधान देतें हैं । परिवार प्यास मे गंगा, यमुना की धार बना करते हैं, बीच भंवर मे... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · परिवार 29 1 259 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 3 Apr 2023 · 1 min read मुस्कुराओ तो सही क्या तकलीफ है तुम्हें, बताओ तो सही, कभी फुर्सत में मेरे पास आओ तो सही। मैं तुम्हारे हर मर्ज़ की दवा रखता हूँ, एक बार अपनी नब्ज़ मुझे दिखाओ तो... Hindi · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 32 763 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 31 Mar 2023 · 1 min read पिता की आंखें देख कर तो लगता है, ये आंखें बहुत कुछ सहतीं हैं। कोई राज हो जैसे दफन इनमें, चीख चीख कर कहतीं हैं ।। जितना भी देखूं मैं इनमें, सागर सी... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · परिवार 28 278 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 29 Mar 2023 · 1 min read छुपा रखा है। मैंने आँखों में इक अंदाज़ छुपा रखा है, अपने होठों पर इक राज़ छुपा रखा है। ऐ दोस्त यूँ न कुरेदो मुझे, मैंने इस दिल में सैलाब छुपा रखा है।।... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कठिन जीवन · कविता 32 2 208 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 24 Mar 2023 · 1 min read उपहार उसी को हंस-हंसकर इक मस्ती लेकर, जिसने सीखा है बलि होना । अपनी पीड़ा पर मुस्काकर, औरों के कष्टों में सती होना ।। इस जग में जितने जुर्म नहीं, उतने सहने की... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कठिन जीवन · कविता 29 4 468 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 20 Mar 2023 · 1 min read प्राणवल्लभा 2 तेरी बनावट बेमिशाल है, तेरे लबो का रंग अभी लाल है। रश्क करते मर जायेंगे लोग, कि ये किस कारीगर का कमाल है ।। हम करते है इश्क़ तुझसे, तेरी... Hindi · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 32 5 612 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 18 Mar 2023 · 1 min read कहां खो गए ऐ दोस्त हम सबसे जुदा होके, पता नहीं कहाँ खो गए तुम? जब भी तेरी यादें आती हैं, तब आँखें नम सी हो जाती हैं । तुम्हारे संग हॉस्टल में... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · स्मृति कविता 28 2 266 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 17 Mar 2023 · 1 min read नौकरी (२) सोचूँगा, फिर एक बात लिखूंगा , जज्बात लिखा, एहसास लिखूँगा । तेरे इश्क को अपने साथ लिखूंगा, गर्दन पकड़े तेरा हाथ लिखूंगा ।। अपने जीवन के अवसाद लिखूंगा , हरदम... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कठिन जीवन · कविता · विरह काव्य 29 2 735 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 22 Feb 2023 · 1 min read उम्मीद ख़ुद के दिल का ही कोई भरोसा नहीं, दोष औरों को देने का क्या फ़ायदा..! ज़ख़्म के फूल खिलते हैं खिल जाएंगे, यूं ही रोने-सिसकने का क्या फ़ायदा...! पास किसके... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 29 1 1k Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 22 Feb 2023 · 1 min read कौन? अब उन रास्तों पे वापिस, जाए कौन? दिल में मोहब्बत फिर, जगाए कौन? इक गलत फ़ैसला, आज भी चुभता है, इस दिल से बोझ भला ये, हटाए कौन? कभी जागते... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 28 560 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 20 Feb 2023 · 1 min read आज मैं एक नया गीत लिखता हूँ। आज मैं एक नया गीत लिखता हूँ। दो आत्माओं के मिलन का संगीत लिखता हूं।। पहली बार तुम्हें देखा, तुम सितार सी लगी, मेरे हृदय की वीणा के तार सी... Hindi · अभिषेक काव्य संग्रह · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 29 2 573 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 18 Feb 2023 · 1 min read यादें और कुछ भी न मांगता हूं मैं किसी से, तुमको ही मांगता हूं बस तुम्हीं से । अफ़सोस हमेशा यही हर बार होता है, वही दूर हो जाते हैं जिनसे... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · स्मृति कविता 31 2 259 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 16 Feb 2023 · 1 min read मेरी कलम आज मेरी कलम ने मुझसे कहा, बहुत दिन हो गए चलो कुछ लिखते है। चलो कुछ कहते है, क्यों चुपचाप बैठे हो, चलो कुछ करते है, तुम जिंदा हो ये... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कठिन जीवन · कविता 29 4 267 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 14 Feb 2023 · 1 min read जीवन भी एक विदाई है, जीवन भी एक विदाई है, जिस कारण भी है जन्म लिया । उस लक्ष्य को हम को पाना है , कुछ करके हमको जाना है।। जीवन में जितने लोग मिले,... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कठिन जीवन · कविता 30 4 497 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 3 Feb 2023 · 1 min read शायर हुआ हूं मैं दुनिया की बनाई बेंडियों में आज भी जकड़ा हुआ हूं मैं । सबकी गलतियां छुपाते हुए हमेशा से पकड़ा गया हूं मैं ।। अपने खास के सितम से हमेशा घायल... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कठिन जीवन · कविता 29 2 345 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 1 Feb 2023 · 1 min read जान लो पहचान लो जब मन में संघर्ष की लौ जलने लगे, तब जान लो कि तुम बड़े होने लगे हो। जब तुम्हारा मन हार मानने लगे, तब समझना तुम अपने पैरों पर खड़े... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कठिन जीवन · कविता 31 2 391 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 18 Jan 2023 · 1 min read हर इक सैलाब से खुद को बचाकर हर इक सैलाब से खुद को बचाकर के चले आए । अहम दिल के तो दरिया में बहा करके चले आए ।। जहां पर आचमन करने से दिल के दाग... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कठिन जीवन · कविता 28 2 363 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 4 Jan 2023 · 1 min read तुम्हें अकेले चलना होगा कड़ा फैसला करना होगा कई शिखर भी चढ़ना होगा डगमग डगमग पांव करे पर खुद ही आगे बढ़ना होगा मुसीबतों से भी लड़ना होगा पर्वत तोड़ कर चलना होगा हक... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कठिन जीवन · कविता 35 2 685 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 3 Jan 2023 · 1 min read लिख सकता हूँ ।। दिन को दिन लिख सकता हूँ, रात को रात लिख सकता हूँ, डरता नहीं मैं किसी से क्युंकि मैं युग की बात लिख सकता हूँ ।। सच की स्याही कागज... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कठिन जीवन · कविता 33 4 510 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 25 Dec 2022 · 1 min read नौकरी (१) माना कि वक्त हो गया है दिल ये सख्त हो गया है फिर भी तुमको चाहता है गलत है क्या? माना मेरे हक में अभी तूं नहीं दिल मेरा अब... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 31 2 434 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 19 Dec 2022 · 1 min read अन्नदाता किसे सुनाऊं व्यथा तुम्हारी तुमसे पली हैं सदियां सारी, चाहे नर हो या फ़िर नारी, सब जाएं यह तुम पर वारी, तुम ही देते सबको आहार , तुम हो जग... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · मेरे प्रभू 32 2 394 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 19 Dec 2022 · 1 min read और भी हैं !! रखिये धीरज कि जीने के बहाने अभी और भी हैं, उनके शहर से दूर कई आशियाने अभी और भी हैं। दिल में दबा है जो ग़ुबार दिल में ही रहने... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 34 281 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 17 Nov 2022 · 1 min read डर होता है मेरा दिल भी जैसे कोई एक बच्चा है खेलता ख़ुद आग से है और रोता है मुद्दतों के बाद अपनों ने ख़बर ली है आपको डर हो न हो मुझको... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता 32 1 290 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 14 Nov 2022 · 1 min read परिवार समझता है सबसे बड़ा हो गया। कि इंसान खुद में खुदा हो गया। बड़ा सबसे होने की चाहत में ही, वो अपनों से ही अब जुदा हो गया। हॅंसी छोड़... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · परिवार 35 1 543 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 11 Nov 2022 · 1 min read जरूरत उसे भी थी देखा पलट के उसने भी हसरत उसे भी थी ॥ हम जिसपे मिट रहे थे चाहत उसे भी थी ॥ चुप हो गयी देख कर वो भी इधर उधर दुनिया... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 33 1 241 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 2 Nov 2022 · 1 min read पीड़ादायक होता है पीड़ादायक होता है किसी को चाहना किसी से चाहना किसी के लिए चाहना और बावजूद इसके उसके लिए कुछ भी ना कर पाना दो कदम भी उनके साथ ना चल... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 34 6 461 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 29 Oct 2022 · 1 min read ऐ दिल न चल इश्क की राह पर, ऐ दिल न चल इश्क की राह पर, रुक जा .... लौट जा... ये खता न कर! मिलेगा धोखा तुझे वफा के नाम पर, मश्वरा है मेरा ठहर जा यहीं... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · विरह काव्य 35 8 223 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 18 Oct 2022 · 1 min read पापा प्यारे से रिश्ते का एहसास हैं पापा संवेदना के भंडार हैं पापा हम सबके सिरताज हैं पापा रोटी कपड़ा और मकान हैं पापा ।। आशीर्वाद से तकदीर बदल कर सवारते... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · परिवार 36 8 470 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 10 Oct 2022 · 1 min read जिंदगी तुमसे जीना सीखा जज्बातों को रोक रोक कर दिल पर काबू पाना सीखा, छलके आंसू पोंछ पोंछकर जाम गमों का पीना सीखा, मैंने तुमसे जीना सीखा । पथरीली जलती राहों पर जल जलकर... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कठिन जीवन · कविता 40 17 377 Share अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’ 7 Oct 2022 · 1 min read पिता का पता पिता का पता कौन बताए, कब सोते कब जग जाते हैं, अथक काम में लग जाते हैं, कब पीते कब खाते हैं। कौन बताए? बच्चों क़ो बढ़ना, पढ़ना-लिखना, लिए आंखों... Hindi · अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’ · कविता · परिवार 36 14 567 Share Previous Page 2 Next