डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' Tag: गीत 70 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 26 Jul 2017 · 1 min read विरह गीत विरह गीत ******** श्यामघटा घनघोर निहारत बूँद झमाझम गीत सुनाए, दादुर शोर हिया झुलसावत खेत हरी चुनरी लहराए। प्रीत लगी जब साजन से तब नैनन नींद नहीं कछु भाए, चातक... Hindi · गीत 1 838 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 16 Apr 2020 · 1 min read गीत "ईश वंदना" ईश के दर पर खड़ी करबद्ध करती प्रार्थना। प्रेम अंतस में भरूँ सत्काम की हो कामना । छा रहा घनघोर तम अब खो रहा विश्वास है, चेतना को... Hindi · गीत 1 734 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 17 Jun 2018 · 1 min read गीत "मस्त पवन का झोंखा" बन पवन का एक झोंखा डालियों से खेलता हूँ छू समंदर की लहर मैं मोतियों को चूमता हूँ। खेत में घुस मैं दिवाना कुछ सुरीले गीत... Hindi · गीत 647 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 2 Sep 2017 · 1 min read "मुझे सावन रुलाता है" (गीत) विरह गीत *********** बरसता भीगता मौसम, अगन तन में लगाता है। करूँ क्या तुम बताओ मैं, मुझे सावन रुलाता है। दिवा जब अंक में जाता, निशा घूँघट उठाती है। रजत... Hindi · गीत 2 2 696 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 23 Jun 2019 · 1 min read गीत मुखड़ा ---------- रंग वासंती छिने हैं, ज्वलित मन निर्जन हुआ है। ओढ़कर संत्रास मरुधर,तप्त अब जीवन हुआ है। अंतरा --------- (1)तिमिर सम वैधव्य पाकर,रेत सूखी रह गई, कामना भी राख... Hindi · गीत 1 594 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 19 Apr 2020 · 1 min read गीत स्वार्थ ,नफ़रत, द्वेष तज निज मन निरंजन कर चलो, गर्त्त का पर्दा हटाते आत्ममंथन कर चलो। आँख में भरकर उमंगें मूल्य अपना आँकते, लालसा के रथ चढ़े उपलब्धियों को नापते।... Hindi · गीत 1 538 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 5 Aug 2017 · 1 min read "वीर शपथ तुम आज लो" देशभक्ति गीत जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी *देश प्रेम गीत* ?वीर शपथ तुम आज लो? ********************* छंद मुक्त रचना तर्ज--फूल तुम्हें भेजा है ख़त में.. ************* वीर शपथ तुम आज लो, माँ का... Hindi · गीत 1 518 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 2 Sep 2018 · 1 min read गीत *जीवन साथी* जीवन पथ पर साथ चले हम थामे बाहें बाहों में चूमे इक-दूजे के छाले पाए थे जो राहों में। कितने पतझड़ सावन आए कितने पथ में शूल मिले... Hindi · गीत 1 593 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 26 Jan 2017 · 1 min read "वीर शपथ तुम आज लो" जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी *देश प्रेम गीत* ?वीर शपथ तुम आज लो? छंद मुक्त रचना तर्ज--फूल तुम्हें भेजा है ख़त में.. ************* वीर शपथ तुम आज लो, माँ का मान... Hindi · गीत 561 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 11 May 2020 · 1 min read गीत "उर्मिल की विरह-वेदना' छा गयी वीरानगी उर देख लक्ष्मण का गमन, आज उर्मिल घात निष्ठुर सह रही पीड़ा सघन। टूट अंतर्मन गया सुख कामना अब खो गयी, भोर के बुझते... Hindi · गीत 5 2 491 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Oct 2018 · 1 min read गीत "दीप जला रख छोड़ा है" ******************** काली रात विरह की आई, दीप जला रख छोड़ा है। सजल नयन सूरत को तरसें, तम से नाता जोड़ा है।। यौवन से मदमाती रजनी,... Hindi · गीत 1 1 623 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 9 Dec 2018 · 2 min read गीत मुखड़ा- घटा घिरी घनघोर गगन में, गीत प्रेम के गाती है। चंचल काया नर्तन करती, राग-रंग बरसाती है। अंतरा-(1) लौट शहर से जब घर आता मेला बहुत लुभाता है, लाल-हरित... Hindi · गीत 2 526 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 3 Aug 2019 · 5 min read गीत 'रेत' #सघन मित्रवत साथ रेत का, तेरी याद दिलाता है। मंद पवन का झोंका छूकर, दे संदेश रुलाता है।। #रेत समेटे अहसासों की, सुंदर स्वप्न सजाया था। कोमल अँगुली के... Hindi · गीत 1 496 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Oct 2018 · 1 min read गीत *बूंदों की खनखन* बारिश में बूँदों की खनखन आहट तेरी लाती है धड़कन में साँसों की सरगम गीत प्रेम के गाती है। घटा घिरी घनघोर गगन में धरती भी हर्षाती... Hindi · गीत 528 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 13 Mar 2020 · 1 min read शिव विवाह 'शिव-विवाह' हे महादेव औघड़ दानी हे शिव शंकर हे नगवासी, हे करुणाकर हे कालेश्वर हे भोलेश्वर हे गिरिवासी! सिर सोम गंग बिराज रहे विष भोले कंठ समाया है, गल नाग... Hindi · गीत 556 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 20 Apr 2020 · 1 min read गीत प्रकृति नील नीरद नेह बरसाकर हँसाने आ गया, पीर वसुधा की चुराकर गुदगुदाने आ गया। वृक्ष, पर्वत, चंद्र, सूरज बन रहे उपहार हैं, ऊष्ण, बंजर इस धरा का कर रहे... Hindi · गीत 1 1 474 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 28 May 2020 · 1 min read गीत पञ्चचामर छंद में गीत 'भारती पुकारती' धरा सपूत ओज पुंज भारती पुकारती, मशाल हाथ थाम भक्ति भारती हुँकारती। सुना रहीं शहादतें शहीद की कहानियाँ, मिटो स्वदेश के लिए दिखें नहीं... Hindi · गीत 1 1 462 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 2 Sep 2019 · 2 min read गीत वीभत्सता का क्रूर नृत्य परिणाम था , संहार का । प्रण मौर्य के , विस्तार का ।। चहुँ ओर थीं , लाशें पड़ीं । बिन दाह के , जाती सड़ीं... Hindi · गीत 2 2 509 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 3 Aug 2019 · 5 min read गीत “आशाओं के दीप” आशाओं के दीप जलाकर सुंदर स्वप्न जगाए रखना, नया जोश उल्लास भरे तुम सुरभित सुमन खिलाए रखना। मन में उपजी प्रीत पिया की रोम-रोम हर्षित कर देती... Hindi · गीत 1 502 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 16 Apr 2020 · 1 min read गीत 'जान है तो जहान है' छीन कर मुस्कान जीवन में भरा संत्रास है, आज कोरोना मनुज का कर रहा उपहास है। चीन से रिश्ता बना जग सह रहा उसकी चुभन,... Hindi · गीत 515 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 26 Feb 2018 · 1 min read बादल विषय:-बादल नदिया सागर नीर चुराकर बादल बनना बाकी है। शुष्क धरा पर नेह लुटाकर मेघ बरसना बाकी है। पनघट प्यासे गगन ताकते गीत अधूरे बिन सावन। दीप जलाए बैठी आँगन... Hindi · गीत 1 425 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 19 Apr 2020 · 1 min read गीत स्वार्थ ,नफ़रत, द्वेष तज निज मन निरंजन कर चलो, गर्त्त का पर्दा हटाते आत्ममंथन कर चलो। आँख में भरकर उमंगें मूल्य अपना आँकते, लालसा के रथ चढ़े उपलब्धियों को नापते।... Hindi · गीत 2 459 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 21 Mar 2020 · 1 min read अनुरागी मन 'अनुरागी मन' (गीत) देख तरंगित लहरों को मैं कितनी बार मचलता हूँ, बैठ किनारे सागर के मैं खुद से बातें करता हूँ। विरह-वेदना अंतस छाई प्यार न तेरा पाऊँ मैं,... Hindi · गीत 1 414 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Oct 2018 · 1 min read गीत "शुष्क धरा की प्यास बुझाएँ" *********************** वृक्ष, पवन, जल छिनते जाते जन-जीवन को आज बचाएँ दूषित नदियाँ सूख रही हैं शुष्क धरा की प्यास बुझाएँ। ज्वलित चिमनियों से दम घुटता... Hindi · गीत 454 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Oct 2018 · 1 min read गीत "नन्हीं परी" ********* ख्वाबों की नगरी से चलकर घर परी अनोखी आई है, अरमानों की डोली चढ़कर मन द्वारे खुशियाँ लाई है। अलसाई किरणों ने आकर उपवन में फूल खिलाए... Hindi · गीत 449 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 5 Aug 2017 · 1 min read "रुदन" गीत (६) "रुदन" ********** पुरानी याद के धुँधले कदम जब राह में आते कसक मन में रुदन करती तुम्हें हम चाह में पाते। ठिठुरती सर्द रातों ने जगाया स्वप्न में खोया... Hindi · गीत 1 423 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 28 Aug 2017 · 1 min read "प्रीत जिया को दुलराती है" (गीत) प्रीत जिया को दुलराती है रात चाँद के साथ बिताकर रजत चाँदनी मन भाई है। प्रमुदित मन से उन्मादित हो रजनी ने ली अँगड़ाई है। अलसाए सपनों से जागी- कोमल... Hindi · गीत 566 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 Nov 2021 · 1 min read भीगी पलकें छुप गया दिनकर गगन में सांध्य जीवन ढल रहा, आज भीगी पलक बोझिल दर्द सहना खल रहा। नयन में सावन बसाया प्यास उर में रह गई, गीत अधरों पर सजाए... Hindi · गीत 1 387 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 10 Jun 2018 · 1 min read गीत "मुझे बचालो मेरी माँ!" प्रभु कृपा से गर्भ में आई मुझे बचा लो मेरी माँ, बोझ नहीं हूँ इस दुनिया पर गले लगा लो मेरी माँ! मैं आँचल की गौरव... Hindi · गीत 420 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 Nov 2021 · 1 min read ग्राम्य गीत 'ग्राम्य गीत' बन पवन का एक झोंका डालियों पर झूलता हूँ, मैं भुला मतभेद मजहब प्रीति वन की लूटता हूँ। खेत में अठखेलियाँ कर मैं भ्रमर सा गुनगुनाता, तितलियों के... Hindi · गीत 1 405 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 Oct 2017 · 1 min read चंचल मन भी पागल है (गीत) "चंचल मन भी पागल है" गीत ******************* सारी रात जगा यादों में, चंचल मन भी पागल है। हल्की सी आहट बूँदों की, तेरी याद दिलाती है। रजत चाँदनी छू कर... Hindi · गीत 1 362 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 11 Nov 2021 · 1 min read छठ पूजा (गीत) छठ महोत्सव पर्व विधा-गीत कार्तिक षष्ठी शुक्ल तिथि को, भोर नहा रवि अर्ध्य लगाऊँ। शुद्ध आचरण, निर्जल रह कर, छठ पूजा का पर्व मनाऊँ। पीपल के ले तीन सूप में,... Hindi · गीत 2 428 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Oct 2018 · 1 min read गीत *बिगडी बना दो हे गोपाल* --------------------------------- बनकर माँझी पार उतारो बिगड़ी बना दो हे गोपाल! अँधियारा मन विचलित करता माया जग को ठगने आई भव सागर में डूबे नैया कैसी... Hindi · गीत 439 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 16 Apr 2020 · 1 min read गीत 'नरगिसी आभास' ---------------------- नरगिसी आभास लेकर चूमती जलधार को, देख चितवन चंचला का मन करे शृंगार को। मखमली अहसास पाकर मुस्कुराती बावरी, श्वेत हरसिंगार कुंतल में सजाती साँवरी। निरख उन्मादित... Hindi · गीत 1 361 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 6 Aug 2017 · 1 min read रक्षा बंधन (गीत) रक्षा बंधन (गीत) ******** तुम्हें नेह रोली तिलक लगाऊँ बढ़े प्रीत अपनी भैया ये चाहूँ तुम्हें बाँध राखी खुशियाँ मनाऊँ रक्षा कवच का उपहार पाऊँ। (१)बढ़े उम्र भैया की करूँ... Hindi · गीत 1 350 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 20 Jun 2018 · 1 min read गीत "पाती " बैठ सँजोए कितने सपने यादों पर मनमीत लिखूँ, महक उठी बेला उपवन में एक नवल मैं गीत लिखूँ। जूही, बेला केश सजाकर तन-मन मेरा महकाया अधरों पर मुस्कान... Hindi · गीत 363 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 31 May 2018 · 1 min read कृष्ण का भक्ति गीत कृष्ण का भक्ति गीत ***************** बनकर माँझी पार उतारो बिगड़ी बना दो हे गोपाल! अँधियारा मन विचलित करता माया जग को ठगने आई भव सागर में डूबे नैया कैसी मैंने... Hindi · गीत 408 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 22 Apr 2020 · 1 min read गीत 'आराधना' सौम्य, मंजुल निरख छवि को उठ रही मन भावना, प्रीति प्रिय की बावरी बन कर रही आराधना। प्रेम की साकार मूरत खोजती -फिरती रही, नित नए सपने सँजोती रातभर... Hindi · गीत 2 2 343 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 10 Sep 2017 · 1 min read रात का विरह गीत रात का विरह गीत ************* प्रेम पाश में मुझे बाँध कर प्रीत साथ में छल क्यों लाई ? रात के तन्हा आलम में रजत चाँदनी चमक रही है। पूनम चाँद... Hindi · गीत 338 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 28 Dec 2018 · 1 min read गीत "बेवफ़ा सनम" दिल में बसाके मुझे,हुई तू पराई रे बेवफ़ा सनम तुझसे मिली क्यों जुदाई रे? (1) वादा किया था तुमने,साथ तुम निभाओगी राह में अकेला मुझे ,छोड़के न जाओगी... Hindi · गीत 3 314 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 20 Jun 2017 · 1 min read विरह गीत विरह गीत ******** श्यामघटा घनघोर निहारत बूँद झमाझम गीत सुनाए, दादुर शोर हिया झुलसावत खेत हरी चुनरी लहराए। प्रीत लगी जब साजन से तब नैनन नींद मुझे नहिं भाए, चातक... Hindi · गीत 1 291 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 29 Jul 2017 · 1 min read "आहट तेरी लाती है" गीत "आहट तेरी लाती है" ************** बारिश में बूँदों की खनखन आहट तेरी लाती है धड़कन में साँसों की सरगम गीत प्रेम के गाती है। चूड़ी,बिछिया,झुमका,पायल तेरी याद दिलाते हैं झूला,कजरी,गजरा,चुनरी... Hindi · गीत 1 307 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 23 Mar 2020 · 1 min read अंतस का उत्पीड़न 'अंतस का उत्पीड़न' ------------------------ मेरे उत्पीड़न की ज्वाला, धधक उठी गहराएगी, अंतस के गहरे जख़्मों को, गाकर तुम्हें सुनाएगी। दर्द भरा है संघर्षों का, सुख-दुख जीवन में पाए, धूप-छाँव के... Hindi · गीत 1 1 254 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 10 Jun 2018 · 1 min read गीत विरह गीत साँझ-सवेरे खग का कलरव मुझको बहुत रुलाता है, भीगी पलकें सागर का तट तेरी याद दिलाता है। तुम बहार मेरे जीवन की मन में चित्रित परिभाषा उर की... Hindi · गीत 1 263 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 27 Aug 2017 · 1 min read "प्रेम रोग मैंने पाया है" (गीत) "प्रेम रोग मैंने पाया है" **************** मौन प्रीत का प्याला पीकर उर में प्रियवर तुम्हें बसाया। अधरों पर गीतों की सरगम बना मीत ने तुम्हें सजाया। चंचल चितवन रूप तुम्हारा-... Hindi · गीत 1 263 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 27 May 2020 · 1 min read गीत 'रिक्शा चालक' सन्नाटा सड़कों पर पसरा, बैठ सवारी तकता है, लाचारीवश भूखा-प्यासा, तपन धूप की सहता है। कोराना की महामारी से, कैसा संकट छाया है? बीत गया ये दिन भी... Hindi · गीत 1 1 266 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 2 Sep 2018 · 1 min read गीत 'परदेसी मीत' परदेसी मीत मेरे मेरी प्रीत बुलाती है, बन जाओ गीत मेरे तेरी याद सताती है। बारिश के मौसम में बूँदों की सरगम में चूड़ी की खनखन में पायल... Hindi · गीत 251 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 9 Dec 2018 · 2 min read गीत मुखड़ा- ढोल-नगाड़े बाज रहे हैं,शाम सुहानी आई है। 'विश्व-भवन' में धूम मची है,द्वार बजी शहनाई है। अंतरा (1) पीत रंग के लहँगा-चोली धानी चूनर लहराती, कंगन, बिंदी, झुमका, पायल 'माला'... Hindi · गीत 1 252 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 2 Sep 2018 · 2 min read गीत *प्रियतम मेरे* ********** प्राची उदित भानु से प्रमुदित जीवन में तुम आए थे। स्वर्ण कलश की आभा लेकर प्रीत बसा मन भाए थे।। माँग भरी अरुणाई मेरी, सपन सलौने लाई... Hindi · गीत 250 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 9 Oct 2018 · 1 min read गीत रक्षा बंधन (गीत) ******** तुम्हें नेह रोली तिलक लगाऊँ बढ़े प्रीत अपनी भैया ये चाहूँ तुम्हें बाँध राखी खुशियाँ मनाऊँ रक्षा कवच का उपहार पाऊँ। (१)बढ़े उम्र भैया की करूँ... Hindi · गीत 2 246 Share Page 1 Next