डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' Tag: गीत 70 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 21 Jan 2023 · 1 min read गंगा गीत शीर्षक- *"गंगा"* भगीरथ अवनि से जा पहुँचे, स्वर्गलोक के द्वार। देवभूमि से गंगा लाए, तारन को परिवार।। सुत दिलीप का देख कठिन प्रण, देव हुए तैयार। तीव्र वेग गंगा... Hindi · गीत 1 273 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 4 Jan 2023 · 1 min read दृढ़ संकल्पी शीर्षक- "दृढ़ संकल्पी" भाग्य विधाता दृढ़ संकल्पी, माने कभी न हार। चट्टानों से अटल इरादे, भुजबल का आधार।। संकल्पों के पंख पसारे, भरता उच्च उड़ान। झेल आँधियाँ धूल, बवंडर, सदा... Hindi · गीत 1 317 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 Nov 2021 · 1 min read भीगी पलकें छुप गया दिनकर गगन में सांध्य जीवन ढल रहा, आज भीगी पलक बोझिल दर्द सहना खल रहा। नयन में सावन बसाया प्यास उर में रह गई, गीत अधरों पर सजाए... Hindi · गीत 1 425 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 15 Nov 2021 · 1 min read ग्राम्य गीत 'ग्राम्य गीत' बन पवन का एक झोंका डालियों पर झूलता हूँ, मैं भुला मतभेद मजहब प्रीति वन की लूटता हूँ। खेत में अठखेलियाँ कर मैं भ्रमर सा गुनगुनाता, तितलियों के... Hindi · गीत 1 462 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 11 Nov 2021 · 1 min read छठ पूजा महोत्सव आयोजन-छठ महोत्सव पर्व विधा-गीत कार्तिक षष्ठी शुक्ल तिथि को, भोर नहा रवि अर्ध्य लगाऊँ। शुद्ध आचरण, निर्जल रह कर, छठ पूजा का पर्व मनाऊँ। पीपल के ले तीन सूप में,... Hindi · गीत 1 297 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 11 Nov 2021 · 1 min read छठ पूजा (गीत) छठ महोत्सव पर्व विधा-गीत कार्तिक षष्ठी शुक्ल तिथि को, भोर नहा रवि अर्ध्य लगाऊँ। शुद्ध आचरण, निर्जल रह कर, छठ पूजा का पर्व मनाऊँ। पीपल के ले तीन सूप में,... Hindi · गीत 2 488 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 28 May 2020 · 1 min read गीत पञ्चचामर छंद में गीत 'भारती पुकारती' धरा सपूत ओज पुंज भारती पुकारती, मशाल हाथ थाम भक्ति भारती हुँकारती। सुना रहीं शहादतें शहीद की कहानियाँ, मिटो स्वदेश के लिए दिखें नहीं... Hindi · गीत 1 1 481 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 27 May 2020 · 1 min read गीत 'रिक्शा चालक' सन्नाटा सड़कों पर पसरा, बैठ सवारी तकता है, लाचारीवश भूखा-प्यासा, तपन धूप की सहता है। कोराना की महामारी से, कैसा संकट छाया है? बीत गया ये दिन भी... Hindi · गीत 1 1 290 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 11 May 2020 · 1 min read गीत "उर्मिल की विरह-वेदना' छा गयी वीरानगी उर देख लक्ष्मण का गमन, आज उर्मिल घात निष्ठुर सह रही पीड़ा सघन। टूट अंतर्मन गया सुख कामना अब खो गयी, भोर के बुझते... Hindi · गीत 5 2 538 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 May 2020 · 1 min read गीत भक्ति-गीत तुहिन कण मुक्तक चमकते भोर छितराने लगी, मोद मंजुल मालिनी मन मंद मुस्काने लगी। शुभ्र शुचिता स्वर्ण सज्जित नरगिसी आभास से, देह झिलमिल ओढ़ चूनर दमकती उल्लास से। ईश... Hindi · गीत 2 1 244 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 22 Apr 2020 · 1 min read गीत 'आराधना' सौम्य, मंजुल निरख छवि को उठ रही मन भावना, प्रीति प्रिय की बावरी बन कर रही आराधना। प्रेम की साकार मूरत खोजती -फिरती रही, नित नए सपने सँजोती रातभर... Hindi · गीत 2 2 371 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 20 Apr 2020 · 1 min read गीत प्रकृति नील नीरद नेह बरसाकर हँसाने आ गया, पीर वसुधा की चुराकर गुदगुदाने आ गया। वृक्ष, पर्वत, चंद्र, सूरज बन रहे उपहार हैं, ऊष्ण, बंजर इस धरा का कर रहे... Hindi · गीत 1 1 500 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 20 Apr 2020 · 1 min read गीत कुकुंभ छंद विधान-16, 14 मात्राएँ, प्रति चरण 30 मात्राएँ, चार चरण, दो-दो चरण समतुकांत 'मौन व्यथा' शोक द्रवित होकर जीवन में विरह- वेदना सहता हूँ, मौन व्यथा उद्गारों की ले... Hindi · गीत 2 1 259 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 19 Apr 2020 · 1 min read गीत स्वार्थ ,नफ़रत, द्वेष तज निज मन निरंजन कर चलो, गर्त्त का पर्दा हटाते आत्ममंथन कर चलो। आँख में भरकर उमंगें मूल्य अपना आँकते, लालसा के रथ चढ़े उपलब्धियों को नापते।... Hindi · गीत 1 565 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 19 Apr 2020 · 1 min read गीत स्वार्थ ,नफ़रत, द्वेष तज निज मन निरंजन कर चलो, गर्त्त का पर्दा हटाते आत्ममंथन कर चलो। आँख में भरकर उमंगें मूल्य अपना आँकते, लालसा के रथ चढ़े उपलब्धियों को नापते।... Hindi · गीत 2 502 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 16 Apr 2020 · 1 min read गीत 'नरगिसी आभास' ---------------------- नरगिसी आभास लेकर चूमती जलधार को, देख चितवन चंचला का मन करे शृंगार को। मखमली अहसास पाकर मुस्कुराती बावरी, श्वेत हरसिंगार कुंतल में सजाती साँवरी। निरख उन्मादित... Hindi · गीत 1 393 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 16 Apr 2020 · 1 min read गीत "ईश वंदना" ईश के दर पर खड़ी करबद्ध करती प्रार्थना। प्रेम अंतस में भरूँ सत्काम की हो कामना । छा रहा घनघोर तम अब खो रहा विश्वास है, चेतना को... Hindi · गीत 1 817 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 16 Apr 2020 · 1 min read गीत 'जान है तो जहान है' छीन कर मुस्कान जीवन में भरा संत्रास है, आज कोरोना मनुज का कर रहा उपहास है। चीन से रिश्ता बना जग सह रहा उसकी चुभन,... Hindi · गीत 551 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 23 Mar 2020 · 1 min read अंतस का उत्पीड़न 'अंतस का उत्पीड़न' ------------------------ मेरे उत्पीड़न की ज्वाला, धधक उठी गहराएगी, अंतस के गहरे जख़्मों को, गाकर तुम्हें सुनाएगी। दर्द भरा है संघर्षों का, सुख-दुख जीवन में पाए, धूप-छाँव के... Hindi · गीत 1 1 276 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 21 Mar 2020 · 1 min read अनुरागी मन 'अनुरागी मन' (गीत) देख तरंगित लहरों को मैं कितनी बार मचलता हूँ, बैठ किनारे सागर के मैं खुद से बातें करता हूँ। विरह-वेदना अंतस छाई प्यार न तेरा पाऊँ मैं,... Hindi · गीत 1 431 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 13 Mar 2020 · 1 min read शिव विवाह 'शिव-विवाह' हे महादेव औघड़ दानी हे शिव शंकर हे नगवासी, हे करुणाकर हे कालेश्वर हे भोलेश्वर हे गिरिवासी! सिर सोम गंग बिराज रहे विष भोले कंठ समाया है, गल नाग... Hindi · गीत 629 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 2 Sep 2019 · 2 min read गीत वीभत्सता का क्रूर नृत्य परिणाम था , संहार का । प्रण मौर्य के , विस्तार का ।। चहुँ ओर थीं , लाशें पड़ीं । बिन दाह के , जाती सड़ीं... Hindi · गीत 2 2 574 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 2 Sep 2019 · 2 min read गीत वीभत्सता का क्रूर नृत्य परिणाम था , संहार का । प्रण मौर्य के , विस्तार का ।। चहुँ ओर थीं , लाशें पड़ीं । बिन दाह के , जाती सड़ीं... Hindi · गीत 4 2 278 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 3 Aug 2019 · 1 min read गीत "मूक-व्यथा मैं किसे सुनाऊँ?" ------------------------------------ प्रीति राम की,समझ न पाऊँ। मूक -व्यथा मैं,किसे सुनाऊँ? भक्त भीलिनी, पंथ बुहारे नयन नीर भर, बाट निहारे।। कंद-मूल फल, चखि-चखि डारे। सुमन बिछा पथ,... Hindi · गीत 1 1 266 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 3 Aug 2019 · 5 min read गीत 'रेत' #सघन मित्रवत साथ रेत का, तेरी याद दिलाता है। मंद पवन का झोंका छूकर, दे संदेश रुलाता है।। #रेत समेटे अहसासों की, सुंदर स्वप्न सजाया था। कोमल अँगुली के... Hindi · गीत 1 516 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 3 Aug 2019 · 5 min read गीत “आशाओं के दीप” आशाओं के दीप जलाकर सुंदर स्वप्न जगाए रखना, नया जोश उल्लास भरे तुम सुरभित सुमन खिलाए रखना। मन में उपजी प्रीत पिया की रोम-रोम हर्षित कर देती... Hindi · गीत 1 546 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 23 Jun 2019 · 1 min read गीत मुखड़ा ---------- रंग वासंती छिने हैं, ज्वलित मन निर्जन हुआ है। ओढ़कर संत्रास मरुधर,तप्त अब जीवन हुआ है। अंतरा --------- (1)तिमिर सम वैधव्य पाकर,रेत सूखी रह गई, कामना भी राख... Hindi · गीत 1 633 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 6 Apr 2019 · 1 min read गीत विषय- "शपथ" आज शपथ खोओ तुम वीरों माँ का मान बढ़ाओगे, भारत वीरों की जननी है समता भाव जगाओगे। आतंकी हमलावर छाए इनको मार भगाओगे, मातृभूमि की शान बने तुम... Hindi · गीत 1 269 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 28 Dec 2018 · 1 min read गीत "बेवफ़ा सनम" दिल में बसाके मुझे,हुई तू पराई रे बेवफ़ा सनम तुझसे मिली क्यों जुदाई रे? (1) वादा किया था तुमने,साथ तुम निभाओगी राह में अकेला मुझे ,छोड़के न जाओगी... Hindi · गीत 3 349 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 9 Dec 2018 · 2 min read गीत मुखड़ा- घटा घिरी घनघोर गगन में, गीत प्रेम के गाती है। चंचल काया नर्तन करती, राग-रंग बरसाती है। अंतरा-(1) लौट शहर से जब घर आता मेला बहुत लुभाता है, लाल-हरित... Hindi · गीत 2 560 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 9 Dec 2018 · 2 min read गीत मुखड़ा- ढोल-नगाड़े बाज रहे हैं,शाम सुहानी आई है। 'विश्व-भवन' में धूम मची है,द्वार बजी शहनाई है। अंतरा (1) पीत रंग के लहँगा-चोली धानी चूनर लहराती, कंगन, बिंदी, झुमका, पायल 'माला'... Hindi · गीत 1 269 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 9 Oct 2018 · 1 min read गीत रक्षा बंधन (गीत) ******** तुम्हें नेह रोली तिलक लगाऊँ बढ़े प्रीत अपनी भैया ये चाहूँ तुम्हें बाँध राखी खुशियाँ मनाऊँ रक्षा कवच का उपहार पाऊँ। (१)बढ़े उम्र भैया की करूँ... Hindi · गीत 2 272 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 9 Oct 2018 · 1 min read गीत परदेसी मीत मेरे मेरी प्रीत बुलाती है, बन जाओ गीत मेरे तेरी याद सताती है। बारिश के मौसम में बूँदों की सरगम में चूड़ी की खनखन में पायल की छमछम... Hindi · गीत 282 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Oct 2018 · 1 min read गीत "चाय नशीली बन जाती"(गीत) ******************* गर्म चाय की प्याली थामे मन की बातें कह आती। प्यास बुझाती प्रिय की अपने चाय नशीली बन जाती। अलसाई नज़रों से तक कर मेरा... Hindi · गीत 256 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Oct 2018 · 1 min read गीत *बिगडी बना दो हे गोपाल* --------------------------------- बनकर माँझी पार उतारो बिगड़ी बना दो हे गोपाल! अँधियारा मन विचलित करता माया जग को ठगने आई भव सागर में डूबे नैया कैसी... Hindi · गीत 498 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Oct 2018 · 1 min read गीत *भ्रूण की पुकार* ---------------------- प्रभु कृपा से गर्भ में आई मुझे बचा लो मेरी माँ, बोझ नहीं हूँ इस दुनिया पर गले लगा लो मेरी माँ! मैं आँचल की गौरव... Hindi · गीत 245 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Oct 2018 · 1 min read गीत "बुझता दिन बहुत रुलाता है" *********************** देख विरह की तपती संध्या बुझता दिन बहुत रुलाता है, दिवस ढले अँधियारा आकर प्रीतम की याद दिलाता है। तपित सूर्य थक कर लौटा... Hindi · गीत 253 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Oct 2018 · 1 min read गीत विरह गीत "बहुत रोते सनम तुम बिन" बसे किस देश में जाकर यहाँ हमको भुला करके, बहुत रोते सनम तुम बिन रात सपने सजा करके। (1)छुआ जब धूप ने तन... Hindi · गीत 255 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Oct 2018 · 1 min read गीत "नन्हीं परी" ********* ख्वाबों की नगरी से चलकर घर परी अनोखी आई है, अरमानों की डोली चढ़कर मन द्वारे खुशियाँ लाई है। अलसाई किरणों ने आकर उपवन में फूल खिलाए... Hindi · गीत 503 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Oct 2018 · 1 min read गीत "आशाओं के दीप" आशाओं के दीप जलाकर सुंदर स्वप्न जगाए रखना, नया जोश उल्लास भरे तुम सुरभित सुमन खिलाए रखना। मन में उपजी प्रीत पिया की रोम-रोम हर्षित कर देती... Hindi · गीत 295 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Oct 2018 · 1 min read गीत "शुष्क धरा की प्यास बुझाएँ" *********************** वृक्ष, पवन, जल छिनते जाते जन-जीवन को आज बचाएँ दूषित नदियाँ सूख रही हैं शुष्क धरा की प्यास बुझाएँ। ज्वलित चिमनियों से दम घुटता... Hindi · गीत 510 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Oct 2018 · 1 min read गीत *बूंदों की खनखन* बारिश में बूँदों की खनखन आहट तेरी लाती है धड़कन में साँसों की सरगम गीत प्रेम के गाती है। घटा घिरी घनघोर गगन में धरती भी हर्षाती... Hindi · गीत 580 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Oct 2018 · 1 min read गीत "अविरल नीर बरसता है" ******************** समझ न पाऊँ प्रेम विधा मैं, उर में नेह उपजता है। रोम-रोम मदमाता मेरा, अविरल नीर छलकता है।। निश्छल प्रेम सहज जीवन में, अनुरागी मन... Hindi · गीत 178 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 8 Oct 2018 · 1 min read गीत "दीप जला रख छोड़ा है" ******************** काली रात विरह की आई, दीप जला रख छोड़ा है। सजल नयन सूरत को तरसें, तम से नाता जोड़ा है।। यौवन से मदमाती रजनी,... Hindi · गीत 1 1 666 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 2 Sep 2018 · 1 min read गीत *जीवन साथी* जीवन पथ पर साथ चले हम थामे बाहें बाहों में चूमे इक-दूजे के छाले पाए थे जो राहों में। कितने पतझड़ सावन आए कितने पथ में शूल मिले... Hindi · गीत 1 650 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 2 Sep 2018 · 2 min read गीत *प्रियतम मेरे* ********** प्राची उदित भानु से प्रमुदित जीवन में तुम आए थे। स्वर्ण कलश की आभा लेकर प्रीत बसा मन भाए थे।। माँग भरी अरुणाई मेरी, सपन सलौने लाई... Hindi · गीत 274 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 2 Sep 2018 · 1 min read गीत 'परदेसी मीत' परदेसी मीत मेरे मेरी प्रीत बुलाती है, बन जाओ गीत मेरे तेरी याद सताती है। बारिश के मौसम में बूँदों की सरगम में चूड़ी की खनखन में पायल... Hindi · गीत 268 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 2 Sep 2018 · 1 min read गीत 'अधूरे सपने' गीत' *************** साथ मिला होता जीवन में , किलकारी हँसती आँगन में। उदित भानु की लाली लेकर, सिंदूरी माँग सजाती मैं। भोर की रश्मि की रोली से, भाल... Hindi · गीत 243 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 6 Jul 2018 · 1 min read मुक्तक "घूँघट/नकाब/हिज़ाब/पर्दा ************************ (1)गिराके शबनमी #घूँघट सुहानी रात करती हो। चला खंज़र निगाहों से ग़जब आघात करती हो। घनेरी ज़ुल्फ़ का साया घटा बन नूर पर छाया- शराबे-हुस्न उल्फ़त में क़यामत... Hindi · गीत 222 Share डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना' 20 Jun 2018 · 1 min read गीत "माँ" **** नादानी में मैंने माँ को कितना नाच नचाया था। माँ ने मुझको गोदी लेकर ढेरों लाड़ लड़ाया था। बारिश की बूँदों में माँ तू छतरी लेकर आती थी... Hindi · गीत 252 Share Page 1 Next