विमला महरिया मौज Language: Hindi 48 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid विमला महरिया मौज 15 Feb 2024 · 2 min read झील झील! सूखी नदियां ताल तलैया,जोहड़ कुएं बावड़ी। सूखे से तपती धरती पर बूंद एक भी नहीं पड़ी।। चिंतातुर मंगल वनवासी, पानी बिन घबरा रहे। बड़े बुजुर्ग बैठ कर सोचें, तनिक... Poetry Writing Challenge-2 · बाल कविता 1 60 Share विमला महरिया मौज 8 Jun 2023 · 2 min read कुछ उत्तम विचार............. कुछ उत्तम विचार .................. जब आप खुद को ठगा हुआ पाएं सबसे पहले अपना आत्मबल जगाएं! झूठ को पहचान कर, सच को आधार बनाएं! मित्र को हृदय से लगाएं, शत्रु... Hindi · कोटेशन 3 369 Share विमला महरिया मौज 19 May 2023 · 1 min read कुछ नहीं.......! कुछ नहीं.......! कुछ नहीं हूं मैं यहां, वहां मेरे सा कौन! वहां मौज सच ही बड़ा,झूठ यहां का गौन।। यहां धरा सी माँ मेरी, वहां पिता आकाश। यहां अंधेरा मौत... Hindi · दोहा 2 1 324 Share विमला महरिया मौज 19 May 2023 · 1 min read ग़ज़ल एक ग़ज़ल बहुत मुश्किल हुआ जीना मोहब्बत की बहारों में घुला है ज़हर-ओ-जबर आशिकी के नज़ारों में।। यकीं का दौर अब नहीं, बदी-बेईमानियां कितनी फ़रिश्ते चंद मिल पाते आसी मिलते... Hindi · ग़ज़ल 1 238 Share विमला महरिया मौज 19 May 2023 · 1 min read होचपोच संसार होचपोच संसार दुखियारा मन टीसता,रिसता दर्द अपार। मौज कौन किसकी सुने, दुखियारा संसार।। दुख के बादल घिर गए,बची न कोई आस। बैरी अपने सब हुए, टूट गया विस्वास।। दुख के... Poetry Writing Challenge · कविता 2 118 Share विमला महरिया मौज 19 May 2023 · 1 min read उम्मीद सुनिए! आपने कहा था एक दिन! कि आदमी को उम्मीद का दामन यों ही नहीं छोड़ देना चाहिए! क्योंकि...... पतझड़ में झड़ जाते हैं पुराने पत्ते! सुबह खिले फूल,शाम को... Poetry Writing Challenge · कविता 1 126 Share विमला महरिया मौज 19 May 2023 · 1 min read मिले मित्र मिले मित्र मित्र आज मिलते नहीं, मिलें मतलबी यार। मौज कभी भाए नहीं,मतलब का व्यवहार।। मित्र मिले तो कर्ण सा,अर्जुन कृष्ण समान। बुरे मित्र से रामजी, रहे मौज अनजान।। मित्र... Poetry Writing Challenge · कविता 140 Share विमला महरिया मौज 19 May 2023 · 1 min read युग बोध करो युग बोध करो! सुनो! हक़ीक़त को समझो! युगबोध करो! अतीत की बादशाहत कायम नहीं है वर्तमान में! कल, आज भी अतीत हो जाएगा! अतीत भी इतिहास में दफन है ये... Poetry Writing Challenge · कविता 136 Share विमला महरिया मौज 19 May 2023 · 1 min read होली मुबारक हो होली मुबारक हो! रंगों से सतरंगी जीवन जीवन रंग मुबारक हो! जीवन राग से ताल मिलाते ढप ढोलक चंग मुबारक हो! मस्ती में सब मतवालों को हद हुड़दंग मुबारक हो!... Poetry Writing Challenge · कविता 244 Share विमला महरिया मौज 19 May 2023 · 1 min read सांस सांस सांस सांस सुमिरन करे,रटे राम का नाम। सांस सुखद संताप हर, मौज लगे ना दाम।। सांस सखी हर जीव की,सांस सांच का नाम। सांस बिना जड़ जिंदगी, सांस सहित... Poetry Writing Challenge · कविता 178 Share विमला महरिया मौज 19 May 2023 · 5 min read मत बांटो इंसान को मत बांटो इंसान को! मंदिर मस्जिद गिरजाघर ने, बांट लिया भगवान को! धरती बांटी सागर बांटा,मत बांटो इंसान को!! विनय महाजन रचित गीत की इन गूढ़ पंक्तियों को समझना अनिवार्य... Hindi · लेख 484 Share विमला महरिया मौज 19 May 2023 · 1 min read तारनहारा आए उदित सूर्य निकले प्राची से भव उजियारा छाए। अटक गई जब नाव भंवर में तारणहारा आए।। नवल परिभाषा भारत की लिखने उतरा व्यास कोई। हारे को हिम्मत दे देता हारन... Poetry Writing Challenge · कविता 82 Share विमला महरिया मौज 19 May 2023 · 1 min read मित्र मित्र! मित्र सदा माँ शारदे, देती विद्या दान। तम हर ज्योति भर रही,सतत पूरती मान।। मित्र पिता साथी शिवा,निसदिन रहते साथ। सुखमय जीवन कर दिया,पकड़े रहते हाथ।। मित्र कलम मेरी... Poetry Writing Challenge · कविता 144 Share विमला महरिया मौज 18 May 2023 · 1 min read जीवन अनमोल है जीवन अनमोल है जीवन है अनमोल जिंदगी छोटी है। छोटे हैं दिन-रात बड़ी कसौटी है। पल-पल छिन-छिन वक्त गुजरता है एक तरफ अरमान दूसरे रोटी है।। समय प्रबंधन मूल काम... Poetry Writing Challenge · कविता 153 Share विमला महरिया मौज 18 May 2023 · 1 min read मन मन मन पर्वत मन खाईयां,मन नदिया की धार। ऊबड़-खाबड़ मन हुआ,मन धोरा मन थार।। हिम मंडित मन ये हुआ, बना हिमालय आप। पिघल-पिघल मन बह चला, उड़ा बना मन भाप।।... Poetry Writing Challenge · कविता 145 Share विमला महरिया मौज 18 May 2023 · 2 min read अमृतम् जलम् अमृतम् जलम्! जल से भरी गगरिया हो,जन जीवन खुशहाल रहे! शीतल जल की स्वच्छ छलकती, नदिया यहां बहे!! यही भावना लेकर निकला मानवता का कारवां। जल जीवन का सार है,जल... Poetry Writing Challenge · कविता 156 Share विमला महरिया मौज 18 May 2023 · 1 min read मोदी मानवता का मित्र, चरित्र हिमालय जैसा भारत माँ का लाल,लाडला मन देवालय जैसा! हीरे जैसा खरा, दमकता कुंदन जैसा गंगाजल सा पावन,महके चंदन जैसा। दसों दिशा में मंगलकारी आशाओं का... Poetry Writing Challenge · कविता 185 Share विमला महरिया मौज 17 May 2023 · 1 min read भारत माँ का भाल भारत माँ का भाल मातृभूमि माँ भारती, तुम्हें पुकारे लाल! शोभित उन्नत नित रहे, भारत माँ का भाल।। लिए तिरंगा हाथ में, शौर्य शांति की ढाल। समृद्ध सौम्य सुमेर सा,... Poetry Writing Challenge · कविता 1 164 Share विमला महरिया मौज 17 May 2023 · 1 min read अपना देश *अपना देश* मानवता का धर्म निभाएं गीत प्रेम के मिलकर गाएं । अपना भारत देश निराला नील गगन में ध्वज फहराएं।। नन्हें वीर सिपाही हैं हम नहीं किसी से भी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 159 Share विमला महरिया मौज 17 May 2023 · 1 min read धरती करे पुकार धरती करे पुकार! लहराता आंचल हरियाला पात-पात पर गीत की माला। चलें झूमती सदा हवाएं गाय चराता दीखे ग्वाला।। सुखमय सुरभित मोहक पावन मंगलमय वन नित मनभावन। कल-कल बहती जीवन... Poetry Writing Challenge · कविता 1 178 Share विमला महरिया मौज 17 May 2023 · 1 min read मीठी तकरार मीठी तकरार तितली से तकरार हो गई मधुमक्खी से होड़। फुलचुग्गी पर धौंस जमाई भौंरे ने पुरजोर।। पंख हिलाकर तितली बोली मोटे खूसट चोर! षट्पद शिलीमुख कालिये कर्कश करते... Poetry Writing Challenge · कविता 1 58 Share विमला महरिया मौज 17 May 2023 · 2 min read मैं विवेकानंद बोलता हूँ! मैं विवेकानंद बोलता हूं! मैं विवेकानंद बोलता हूं!! सुनो सब! बहुत ध्यान से सुनो!! समय की सख्त तराजू पर यह वर्तमान तोलता हूं!! अफसोस भी करता हूं मैं एकांत क्षणों... Poetry Writing Challenge · कविता 1 109 Share विमला महरिया मौज 16 May 2023 · 1 min read भगिनी निवेदिता भगिनी निवेदिता वन्दन नाम निवेदिता,वन्दन कर्म अपार। वन्दन भारत भूमि को, दिया स्नेह संसार।। सुता शारदा मात की, गुरु विवेकानन्द। जलता दीपक ज्ञान का, किया कलुष को मन्द।। परदेशी परभावती... Poetry Writing Challenge · कविता 1 66 Share विमला महरिया मौज 16 May 2023 · 1 min read आने वाले साल में आने वाले साल में! बदलेंगे हर हाल में!आने वाले साल में! जीएंगे, जीने देंगे! मानेंगे, मनाएंगे! सीखेंगे, सीखाएंगे! मिलकर गुनगुनाएंगे! आने वाले साल में!बदलेंगे हर हाल में!! कमर कसेंगे, प्रण... Poetry Writing Challenge · कविता 1 61 Share विमला महरिया मौज 16 May 2023 · 1 min read नए साल तुम ऐसे आओ नए साल तुम ऐसे आओ! नए साल तुम ऐसे आओ! हर घर आँगन खुशियां लाओ! हाली हरखे,बरखा बरसे फसलें लहलहाती मन सरसे। धन धान्य से भरे भंडारे कोई न भूखा... Poetry Writing Challenge · कविता 2 68 Share विमला महरिया मौज 16 May 2023 · 1 min read हिंदी भाषा हिंदी भाषा हिंदी भाषा देश की,आन बान और शान है। गर्व करें हम भारतवासी, हिंदी सदा महान है।। शब्दों के सुंदर संयोजन भावों की पावन सरिता। सरल सहज और श्रेष्ठ... Poetry Writing Challenge · कविता 2 136 Share विमला महरिया मौज 16 May 2023 · 1 min read कूक रही है कोयल काली कूक रही है कोयल काली! कूक रही है कोयल काली अमिया वाले बाग में। मौसम के संग ताल मिलाती फूलों के अनुराग में। बासंती है सारा आलम गदराया मधुमास में।... Poetry Writing Challenge · कविता 2 270 Share विमला महरिया मौज 16 May 2023 · 2 min read झील बाल कविता.......... *झील!* सूखी नदियां ताल तलैया,जोहड़ कुएं बावड़ी। सूखे से तपती धरती पर बूंद एक भी नहीं पड़ी।। चिंतातुर मंगल वनवासी, पानी बिन घबरा रहे। बड़े बुजुर्ग बैठ कर... Poetry Writing Challenge · बाल कविता 2 181 Share विमला महरिया मौज 16 May 2023 · 3 min read गांधी जी पर पांच कविताएं गाँधी जी पर पाँच कविताएं 1- गांधी की लाठी मजबूती से लाठी पकड़े चलते सीना तान कर। प्यारे बच्चों गर्व करोगे गांधीजी को जानकर।। ठक-ठक लाठी से ठरकाए द्वार बंद... Poetry Writing Challenge · कविता 2 127 Share विमला महरिया मौज 20 Jan 2023 · 2 min read बोर्नविटा मेरा बेटा ओजस्वदीप तेरह साल का हो गया है। बात उस समय की है जब वो दो साल का था और तुतलाते हुए अपने आर्ग्युमेंट्स करता था। मैं राजकीय विद्यालय... Hindi · संस्मरण 1 114 Share विमला महरिया मौज 9 Jan 2023 · 1 min read मानवता मानवता के मूल को, भूल गए हैं लोग। जहां मनुजता है नहीं, वहां बसे हैं रोग।। मानवता के सारथी, करते अदभुत काम। पोषक बनते दीन के,हरते दुख अविराम।। मानवता मन... Hindi 1 119 Share विमला महरिया मौज 14 Mar 2019 · 7 min read एक पत्र अभिभावकों के नाम एक पत्र अभिभावकों के नाम* प्रिय अभिभावक! मेरा प्रणाम स्वीकार करें एवं निवेदन भी! सीकर में घटित कल की घटना ने हृदय को झकझोर दिया है। हमारी आंखों के सामने... Hindi · लेख 3 2 639 Share विमला महरिया मौज 1 Nov 2018 · 1 min read दोहे घर की बातें"* अनुशासन जिस घर नहीं,वो घर नरक समान। खुद को पहले साधिए, घर देवालय जान ।। मंदिर जैसा घर हुआ,ध्यान राखिए आप। तन मन दोनों साफ हो ,... Hindi · दोहा 4 410 Share विमला महरिया मौज 1 Nov 2018 · 2 min read मां!! *मां!!* सुना है! पुराना हो गया है मां का आंचल! जब से पहलू में बीवी आई है,उसके आंचल की खुशबू में घुला,भूल रहा हूं मैं, मां के आंचल की वो... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 42 1k Share विमला महरिया मौज 11 Dec 2017 · 1 min read पिता!!!!!! *पिता!!!!!!* जमीं वितान मौन है ,पिता समान कौन है। शिवा सरूप बाप है,सकाल काल गौन है।। दिया अतीव प्यार तो,लिया जरा दिया नहीं। सदैव थाम हाथ को,बिठा दिया कहा वहीं।।... Hindi · कविता 3 454 Share विमला महरिया मौज 3 Dec 2017 · 3 min read मौज के मुक्तक *"मौज के मुक्तक"* ---------------------------------------------------------- १ ये मेरे देश की धरती अमन के गीत गाती है। खार की आंधियों में भी हवाएं मुस्कुराती है। दिया संदेश एक घर का जगत को... Hindi · मुक्तक 4 312 Share विमला महरिया मौज 3 Dec 2017 · 1 min read प्रकृति ने छेड़ा राग *प्रकृति ने छेड़ा राग.......* बजता है संगीत सदा,धरा गगन के बीच। खिलते कमल कमाल के, जहां भरा है कीच।। भोर का वंदन भाव से,करते पंखी रोज। सांझ आरती गा रहे,मन... Hindi · कविता 2 314 Share विमला महरिया मौज 3 Dec 2017 · 1 min read तुम्हारे गांव के पक्षी *तुम्हारे गांव के पक्षी* सुनो सखी!!!!! कैसी हो??? मन विचलित है तन कुम्हलाया !!!! तनिक उम्मीद जगी जो तेरा खत आया!!! मेरे शहर की दीवारें ऊंची नीचे पड़ गए हैं... Hindi · कविता 3 419 Share विमला महरिया मौज 13 Nov 2017 · 3 min read पत्र मेरी बेटी को!!!!!!!!! 1अक्टूबर 2017 मेरा पत्र !!!! मेरी बेटी के लिए.............. मेरी प्यारी लाडो!! जन्मदिन मुबारक हो!! सदा सुखी रहो!!!!सदा स्वस्थ और प्रसन्न रहो!!!! बेटा जी!!!आप बालिग हो गई हैं!!!!आपके पापा के... Hindi · लेख 2 1k Share विमला महरिया मौज 11 Nov 2017 · 1 min read दोहराऊं इतिहास *दोहराऊं इतिहास* *सिलसिला* यादों का, तोड़ न पाऊं मैं!! यादों की गुल्लक को, फोड़ न पाऊं मैं!! दोहराऊं इतिहास, बात बनाऊं मैं, मन के टूटे तार,जोड़ नहीं पाऊं मैं। पोली,चौक-चौबारे... Hindi · कविता 2 390 Share विमला महरिया मौज 11 Nov 2017 · 2 min read मौज के दोहे *मौज*के दोहे....... नमन करूं मां शारदे,शीश राखिए हाथ। लेखन मान बढाइए, रहिए मां नित साथ।। नमन है गुरूदेव को,दिया अनौखा ज्ञान। कलम थमाई हाथ में,बढ़ा गुरू का मान।। कलम कटारी... Hindi · दोहा 2 762 Share विमला महरिया मौज 11 Nov 2017 · 1 min read काश!!!!! *काश!!!!!* बहुत सुंदर!!!! हंसती मुस्कुराती नाचती फूलों सी महकती खिलती तितलियों के पीछे दौड़ लगाती बादलों को देख उछलने लगती बारिश में छप-छपाक भागती भीगती हवा से बातें करती पेड़ों... Hindi · कविता 2 257 Share विमला महरिया मौज 8 Mar 2017 · 2 min read आह्वान शुभकामनाएँ........... ============== "आह्वान" --------------------------- हे ! भारत की महाभाग , गौरव की गाथा नारी | आह्वान हो रहा तेरा , अब जाग-जाग तू प्यारी || तू ही दुर्गा,तू ही काली... Hindi · कविता 2 462 Share विमला महरिया मौज 4 Mar 2017 · 1 min read मेरे सखा मेरे सखा! मित्र!मेरे प्यारे-प्यारे, साथ हमेशा तू रहना | सुख-दु:ख आए-जाए, दो बोल स्नेह के नित कहना || सखा मेरे तू साबुन बनकर , धो देना इस मन के दाग... Hindi · कविता 3 544 Share विमला महरिया मौज 4 Mar 2017 · 1 min read मधुर मिलन *मधुर मिलन* खनके मन के तार सखी रे! साँस बन गई शहनाई । धड़कन बन गई ढोल बावली, नस-नस ने बीन बजाई ।। छनके घुँघरू आहों के , सब तन्त्र... Hindi · कविता 2 918 Share विमला महरिया मौज 4 Mar 2017 · 1 min read सुनिए !!! सुनिए!!!!!!! ----------- सुनिए!!!!! मेरी कहानी, एक बार फिर............... चिर अतीत से, आज तक पहला कदम आपका था, जो मेरी ओर बढ़ा...... मैं तो सृष्टि हूं!!!!! मगन थी सृजन में!! कलियों,... Hindi · कविता 2 402 Share विमला महरिया मौज 1 Mar 2017 · 1 min read बलात्कार " बलात्कार " """""""""""""""""""""""""""""""" कुदरत का बेजोड़ करिश्मा , मानव का निर्माण किया | सुन्दर बदन,प्रखर चेतना, बल बुद्धि परिणाम दिया || मीठी वाणी मुक्तल पाणि , दिशा,देश,पहचान दिया |... Hindi · कविता 2 732 Share विमला महरिया मौज 28 Jan 2017 · 2 min read नन्हीं का संदेश * नन्हीं का संदेश* ऐ ढलते सूरज जा, संदेश दे मेरी मां को । अंधियारों से डरती हूं , भेज दे मेरी मां को ।। देखूं उसका मुखड़ा , वो... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 491 Share