डाॅ. बिपिन पाण्डेय Language: Hindi 351 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next डाॅ. बिपिन पाण्डेय 13 Nov 2023 · 1 min read माँ की चाह माँ की चाह "मालती अब तुम्हारी तबियत कैसी है? ठीक हो न!" "जी हाँ,जी नहीं!" "ये हाँ,न क्यों कर रही हो? ठीक-ठीक बताओ।" "ठीक है, पर पूरी तरह नहीं।" "फिर... Hindi · लघु कथा 121 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 6 Nov 2023 · 5 min read आँगन की दीवारों से ( समीक्षा ) समीक्ष्य कृति: आँगन की दीवारों से ( ग़ज़ल संग्रह) कवि: नंदी लाल 'निराश' प्रकाशक: निष्ठा प्रकाशन,गाज़ियाबाद ( उ प्र) प्रकाशन वर्ष: 2020 ( प्रथम संस्करण) पृष्ठ: 176 मूल्य: ₹ 220... Hindi · पुस्तक समीक्षा 1 276 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 4 Nov 2023 · 6 min read काले दिन ( समीक्षा) समीक्ष्य कृति: काले दिन लेखक: डाॅ बलराम अग्रवाल प्रकाशक: मेधा बुक्स, नवीन शाहदरा, दिल्ली-32 प्रकाशन वर्ष: 2023 ( द्वितीय संस्करण) मूल्य: ₹ 100/- (पेपरबैक) 'काले दिन' सुप्रतिष्ठित वरिष्ठ लघुकथाकार डाॅ... Hindi · पुस्तक समीक्षा 2 160 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 3 Nov 2023 · 5 min read समीक्ष्य कृति: बोल जमूरे! बोल समीक्ष्य कृति: बोल जमूरे! बोल कवि : उमेश महादोषी प्रकाशक: लक्ष्मी पेपर बैक्स, दिल्ली-94 पृष्ठ-60 प्रथम संस्करण- जून 2023 आकर्षक शीर्षक 'बोल जमूरे! बोल' बरबस ही पाठकों का ध्यान अपनी... Hindi · पुस्तक समीक्षा 1 95 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 3 Nov 2023 · 5 min read लघुकथा कौमुदी ( समीक्षा ) समीक्ष्य कृति: लघुकथा कौमुदी लेखिका: शकुंतला अग्रवाल 'शकुन ' प्रकाशक: साहित्यागार, चौड़ा रास्ता,जयपुर संस्करण : प्रथम ( 2022) मूल्य: ₹ 200/- (सजिल्द) 'लघुकथा कौमुदी' की लघुकथाओं पर चर्चा करने से... Hindi · पुस्तक समीक्षा 153 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 2 Nov 2023 · 5 min read यादों के तटबंध ( समीक्षा) समीक्ष्य कृति: यादों के तटबंध ( गीत संग्रह) कवयित्री: शकुंतला अग्रवाल ' शकुन ' प्रकाशक: साहित्यागार, चौड़ा रास्ता,जयपुर प्रथम संस्करण,2023 पृष्ठ:112, मूल्य:₹200/-( सजिल्द) स्वर और लय-ताल बद्ध शब्दों को गीत... Hindi · पुस्तक समीक्षा 1 1 167 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 1 Nov 2023 · 1 min read कुंडलिया छंद कुंडलिया छंद ( Happy karwa chouth to all) ('शब्दों का अनुनाद' कुंडलिया संग्रह से) झूमें घूमें साथ में,करें परस्पर प्यार। करवा चौथ मनाइए,सुखी रहे संसार। सुखी रहे संसार,उम्र लंबी हो... Hindi · कुण्डलिया 1 1 81 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 1 Nov 2023 · 4 min read शब्द-वीणा ( समीक्षा) समीक्ष्य कृति: शब्द-वीणा ( कुंडलिया संग्रह) कवयित्री: तारकेश्वरी 'सुधि' प्रकाशक: राजस्थानी ग्रंथागार, जोधपुर प्रकाशन वर्ष: 2022 ( प्रथम संस्करण) मूल्य- ₹150/- भावों का इंद्रधनुष- शब्द-वीणा कुंडलिया सदैव से ही कवियों... Hindi · पुस्तक समीक्षा 2 1 96 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 29 Oct 2023 · 1 min read कुंडलिया छंद सेना के भी नाम का,दीप जलाएँ एक। करें दुआ सकुशल रहें,अपने वीर अनेक।। अपने वीर अनेक,चौकसी हर पल करते। झेलें दुश्मन चाल,मौत से कभी न डरते। दीप जलाकर एक,सभी श्रद्धांजलि... Hindi · कुण्डलिया 2 1 106 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 25 Oct 2023 · 1 min read गीतिका गीतिका-* नत-सिर होकर सत्य झूठ की,जब विरुदावलि गाएगा। सदाचार, सत्पथ दुनिया को ,बोलो कौन दिखाएगा।। शीत, वृष्टि, आतप से केवल ,बच पाएगा वह पक्षी, तिनका-तिनका जोड़ यत्न से,जो निज नीड़... Hindi · गीतिका 1 98 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 12 Oct 2023 · 1 min read दोहे रखती उनको याद है,सदियों तक तारीख। जो निज वाणी, कर्म से ,देते सुन्दर सीख।।1 क्रूर कुचाली काल से ,है बस एक सवाल। गम देकर भी क्यों तुझे,होता नहीं मलाल।।2 जबसे... Hindi · दोहा 1 1 48 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 10 Oct 2023 · 1 min read *दोहे* जरा मृत्यु से ज़िंदगी,कभी न पाती जीत। सत्ता दौलत शक्ति पद,सब जाते हैं रीत।।1 जीवन संयम पूर्ण तो ,लगता जैसे युद्ध। लड़ना होता है जिसे,खुद को स्वयं विरुद्ध।।2 बात पते... Hindi · दोहा 3 2 217 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 9 Oct 2023 · 2 min read कहमुकरी बैठे-बैठे उसे निहारूँ। देख उसे निज रूप सँवारूँ। उस पर मेरा सब कुछ अर्पण। क्या सखि साजन?नहिं सखि दर्पण।।1 जब वह आए गले लगाए। अंग-अंग रंगीन बनाए। रंग बिरंगी कर... Hindi · कहमुकरी 1 1 153 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 9 Oct 2023 · 1 min read दोहे झुके नहीं अन्याय के, सम्मुख मेरा शीश। दे दो इतनी शक्ति बस,कृपासिंधु जगदीश।।1 पद के कारण व्यक्ति में,जब आता अभिमान। रोक नहीं पाता पतन ,फिर उसका भगवान।।2 पास न आने... Hindi · दोहा 2 129 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 8 Oct 2023 · 1 min read गीतिका गीतिका बुरी लगती यहाँ किसको अगर होती बड़ाई है। बड़प्पन की दिलों में आग लिप्सा ने लगाई है ।।1 जड़ें मजबूत हैं लेकिन हमारी हिल रहीं शाखा, युवाओं तुम इसे... Hindi · गीतिका 1 1 58 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 6 Oct 2023 · 1 min read दोहे- दोहे- भावों की बिंदिया लगा,कर भाषिक सिंगार। आई कविता कामिनी,सज धज मन के द्वार।।1 शब्दों के लालित्य की,अधर लालिमा साज। कविता बन नवयौवना,करती उर पर राज।।2 जब हो कविता पाठ... Hindi · दोहा 198 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 1 Oct 2023 · 1 min read ग़ज़ल ग़ज़ल रखना बस उससे याराना, अच्छा लगता है। मिलना उससे बना बहाना,अच्छा लगता है।। रंज-ओ-गम हो ,मायूसी हो ,या बेकद्री हो, मिला इश्क में हर नज़राना,अच्छा लगता है। छूकर उसे... Hindi · ग़ज़ल 230 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 28 Sep 2023 · 2 min read इच्छा का सम्मान पिता जी का दसवाँ-तेरहवीं करने के बाद जब एक -डेढ़ महीना बीत गया तो रामदीन और सुकेश ने आपस में सलाह-मशवरा करके यह निर्णय लिया कि पिता जी के खाते... Hindi · लघु कथा 74 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 26 Sep 2023 · 1 min read गीतिका रात - रात भर रोता रहता,मुस्काने की कोशिश में। चेहरा मैला और हो गया ,चमकाने की कोशिश में।।1 आभारी हूँ जीवन में जो, मिला हमें है लोगों से, लगा सदा... Hindi · गीतिका 1 103 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 22 Sep 2023 · 1 min read दोहे दोहे-* हे योगेश्वर साँवरे ,वासुदेव हे कृष्ण। तेरे दर्शन के लिए ,रहते नैन सतृष्ण।।1 किंकर्तव्यविमूढ़ मन ,बना हुआ है पार्थ। जीवन रण में है खड़ा,छोड़ सत्य पुरुषार्थ।।2 पद के कारण... Hindi · दोहा 89 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 14 Sep 2023 · 1 min read प्यारी भाषा हिंदो हिंदी दिवस पर- अपनी प्यारी भाषा हिंदी। जन जन की अभिलाषा हिंदी। और अधिक क्या करूँ प्रशंसा, जीवन की परिभाषा हिंदी।।1।। जीवन का हर मर्म बताती। अर्णव से यह रत्न... Hindi · कविता 104 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 12 Sep 2023 · 1 min read कुंडलिया छंद कुंडलिया छंद* कोरे भाषण से नहीं ,भरता साहब पेट। भूख गरीबी का करो,अब थोड़ा आखेट। अब थोड़ा आखेट ,जरूरी है दुश्मन का। ऐसा करो इलाज,दूर हो भ्रम हर मन का।... Hindi · कुण्डलिया 122 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 3 Sep 2023 · 1 min read कुंडलिया छंद कुंडलिया छंद-* जोड़े जिसने कृष्ण से,अपने दिल के तार। उसका समझो हो गया ,भव से बेड़ा पार। भव से बेड़ा पार ,समर्पण से है होता। करके भक्ति अनन्य,लगाओ सुख में... Hindi · कुण्डलिया 79 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 31 Aug 2023 · 1 min read मुक्तक (दोहा मुक्तक) प्रेमी उड़कर जा बसे,धरा गगन के बीच। बनी प्रेम शुचिता रहे,पड़े न उन पर कीच। खोज खोजकर दृष्टि हर,पहुँच गई आकाश, लगा टकटकी देखता,पतित अधम हर नीच।। डाॅ.... Hindi · मुक्तक 88 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 22 Aug 2023 · 1 min read दोहे अपने जब हैं पूछते,आकर दुख में हाल। जीवन का दुख दूर तब,होता है तत्काल।।1 जिसने अपने काम से,बदल दिया है वक्त। दुनिया उसकी ही यहाँ,रही सदा बन भक्त।।2 देख प्रेम... Hindi · दोहा 1 1 88 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 16 Aug 2023 · 1 min read दोहा एकादश दोहे-* जीव जगत में है बँधा,तड़प रहा दिन रात। फिर भी वह सोचे नहीं,आज़ादी की बात।।1 परंपरा की बेड़ियाँ , पड़ीं हमारे पाँव। आज़ादी हित चाहिए,अब वैज्ञानिक छाँव।।2 आज समय... Hindi · दोहा 1 1 134 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 14 Aug 2023 · 1 min read कुंडलिया छंद बिखरा बिखरा दिख रहा,जाने क्यों सम्मान । ऐसा लगता खो गई, कोई झूठी शान ।। कोई झूठी शान, नहीं ज्यादा दिन टिकती। आज सरे बाजार, देखिए इज्ज़त लुटती। कसते रहते... Hindi · कुण्डलिया 2 343 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 4 Aug 2023 · 1 min read मुक्तक दीपक-सम जग ज्योतित करना,जलना सीखा है। जीत भरोसा नहीं किसी को, छलना सीखा है। कुछ तो गुण आएँगे उनके , है सच्चाई ये, जिनकी उँगली का संबल ले, चलना सीखा... Hindi · मुक्तक 1 190 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 2 Aug 2023 · 1 min read कुंडलिया छंद कविताई को छोड़कर ,करो नेक कुछ काम। देते यही सलाह नित ,मुझको लोग तमाम। मुझको लोग तमाम , यही रहते समझाते। रँग कर कागज़ व्यर्थ,बैठ क्यों समय बिताते। ताने मारे... Hindi · कुण्डलिया 1 1 320 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 30 Jul 2023 · 1 min read दोहे बेटा बसा विदेश में,ले ऊँची तालीम। भरे बुढ़ापे में हुए,माता-पिता यतीम।।1 जीवन में मुझको मिला,अनुभवजन्य निचोड़। मुड़ना ही पड़ता अगर ,पथ में आए मोड़।।2 डाॅ बिपिन पाण्डेय Hindi · दोहा 1 230 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 29 Jul 2023 · 1 min read मुक्तक आसमान में घूम रहे हैं, आतंकी - से काले बादल। भयाक्रांत करते रहते हैं,सबको ही मतवाले बादल। कभी अचानक फट पड़ते हैं,कर देते हैं मुश्किल जीना, मुझको तो पागल लगते... Hindi · मुक्तक 136 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 15 Jul 2023 · 1 min read कुण्डलिया छंद होते हैं मुश्किल बहुत ,जीवन के किरदार। जो रिश्तों को जोड़ता,वह बिखरे हर बार। वह बिखरे हर बार ,करे जो दुनियादारी। रहे हमेशा त्रस्त ,चुकाए कीमत भारी। करें निर्वहन धर्म... Hindi · कुण्डलिया 75 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 14 Jul 2023 · 1 min read गीतिका संग्रह- अनुबंधों की नाव से बात- बात पर लोग हो रहे, देखो पीले- लाल। संयम धीरज शौर्य चुक गया,है प्रभाव कलिकाल।।1 सच्चाई दम तोड़ रही है, झूठ मचाए शोर, जाने समझे बिना देखिए, करते लोग... Hindi · गीतिका 2 1 79 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 12 Jul 2023 · 1 min read दोहे अपना यही विचार है, खूब करो आराम। सबके ही आ राम जी,सदा बनाएँ काम।।1 गंगाजल ले हाथ में ,खाई थी सौगंध। आए दुर्दिन चल दिए,तोड़ सभी संबंध।।2 भाग्य बदलता है... Hindi · दोहा 160 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 9 Jul 2023 · 1 min read कुंडलिया छंद सुगढ़ तराशा बदन है,आनन शोभित इंदु। तुहिन कणों से राजते ,माथे पर श्रम बिंदु। माथे पर श्रम बिंदु ,गुंथे आटे- सी काया। अति अगाध सौंदर्य,जगाए मन में माया। यौवन का... Hindi · कुण्डलिया 83 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 29 Jun 2023 · 1 min read शंकर छंद शंकर छंद ( 16,10 पर यति) चरणांत में 21 मानव तन जो हमें मिला वह ,ईश का वरदान। नश्वर,क्षण-भंगुर काया पर,मत करें अभिमान। पाँव रखें पृथ्वी पर जब भी, भरें... Hindi · कविता 1 169 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 26 Jun 2023 · 1 min read कुंडलिया छंद लैला का वह सर्वदा ,लेता है दिल जीत। उसके सम्मुख बोलता,जो लव यू के गीत। जो लव यू के गीत,सभी को नित्य सुनाए। हर लड़की के साथ,प्यार के पेंग बढ़ाए।... Hindi · कुण्डलिया 1 77 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 18 Jun 2023 · 1 min read सवैया छंद चकोर सवैया (भगण ऽ।।×7+ गुरु लघु) खोकर सैनिक मुश्किल है अब,भारत को धरना उर धीर। काट करें तन के टुकड़े हम, दें रिपु को हर निर्मम पीर। वापस लें अपनी... Hindi · सवैया 2 219 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 11 Jun 2023 · 1 min read दोहे प्रहरी सीमा पर मरें,होती जब घुसपैठ। नेता भाषण दे रहे ,बस कमरे में बैठ।।1 कभी कीमती चीज़ की,प्राप्ति नहीं आसान। पर होते हैं खोज से ,पूर्ण सभी अरमान।।2 जेठ माह... Hindi · दोहा 1 1 83 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 10 Jun 2023 · 1 min read कहमुकरी उसने सुन्दर रूप सँवारा, छोड़ूँ उसको नहीं गँवारा। मन में उसकी इज्ज़त तगड़ी, क्या सखि साजन? नहिं सखि पगड़ी।।1 बच्चे - बूढ़े या नर - नारी, दूर करे सबकी बीमारी... Hindi · कहमुकरी 1 1 175 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 3 Jun 2023 · 1 min read कुंडलिया छंद लिए पिटारा ज्ञान का ,बाँट रहे जो लोग। उन्हें नहीं यह ज्ञात है,आत्ममुग्धता रोग।। आत्ममुग्धता रोग,लगा है जिसको प्यारे। उसके आगे देव, बृहस्पति भी हैं हारे। गढ़ता बैठ कुतर्क ,मूर्ख... Hindi · कुण्डलिया 1 1 146 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 2 Jun 2023 · 1 min read कुंडलिनी छंद पावन होता है जहाँ ,रिश्तों का अनुबंध। भावों से आती वहाँ ,सात्विकता की गंध। सात्विकता की गंध,सदा होती मनभावन। रहती विषय विरक्ति,प्रीत यदि होती पावन।। आकर हो जाए खड़ी ,विपदा... Hindi · कुंडलिनी छंद 259 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read गीतिका बरसती नित नई हर छंद की रसधार को देखा। नहीं जग ने हमारी शब्द से मनुहार को देखा।।1 बनाया प्रेम का रिश्ता खुशी बाँटी सदा जग को, चला हूँ साथ... Hindi · गीतिका 1 160 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read भारत का संविधान मैं भारत का संविधान हूँ , अपनी व्यथा सुनाता हूँ। क्या- क्या मेरे सँग होता है,सारी बात बताता हूँ। कसमें मेरी खाते नेता,और भूल फिर जाते हैं। जिस जनता के... Poetry Writing Challenge · गीत 1 209 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read कब तक यूँ ही गद्दारों पर कब तक हम गद्दारों पर यों, बोलो दया दिखाएँगे। वीर लाड़ले भारत माँ के, अपनी जान गँवाएँगे।। धींगामुश्ती का खेल भला,कब तक खेला जाएगा। कब तक लिपट तिरंगे में, सैनिक... Poetry Writing Challenge · गीत 1 86 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read गीत अभी तक ज़िंदा है गीत अभी तक ज़िंदा है कैसे अलग करोगे बोलो साँसों का बाशिंदा है, सतयुग त्रेता द्वापर बीते गीत अभी तक ज़िंदा है। लाख यत्न सब करके हारे चलती हैं इसकी... Poetry Writing Challenge · नवगीत 1 92 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read हास्य वेदना के भाव हास्य, वेदना के भावों को, जो गीतों में बोता है। उसके ही गीतों को केवल,सुनता बहुधा श्रोता है।। महज चुटकुले बाजी को तो, कविता कहना ठीक नहीं। धरा शिरोमणि के... Poetry Writing Challenge · गीत 1 89 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read दिल्ली के दरबारों में डाले झोला घूम रहे जो ,सत्ता के गलियारों में। उनका सपना पहुँच बने बस,दिल्ली के दरबारों में। भूखी नंगे जन को देना,वाणी उनका काम नहीं। बैठे बैठे वे सिर पीटें,... Poetry Writing Challenge · गीत 1 52 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read थाम सुदर्शन चक्र भृकुटि को करके थोड़ा वक्र, हाथ में थाम सुदर्शन चक्र। दमन हित आओ प्यारे श्याम, धरा पर लोग हुए उद्दाम।। देश में हो प्रयास निर्बाध, उठाए नहीं शीश अपराध। शीघ्र... Poetry Writing Challenge · गीत 85 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 30 May 2023 · 1 min read कुंडलिनी छंद निर्धन और बुजुर्ग का,करो नहीं अपमान। इनकी सेवा से सदा ,मिलता है वरदान। मिलता है वरदान,प्रफुल्लित होता है मन। सब ईश्वर संतान,धनी अनपढ़ या निर्धन।।1 जाना हमको एक दिन,तज मिथ्या... Hindi 2 1 317 Share Previous Page 2 Next