आकाश महेशपुरी 492 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid आकाश महेशपुरी 24 Sep 2018 · 1 min read स्वागत गीत- खिल गए आज हम स्वागत गीत- खिल गए आज हम ★★★★★★★★★★★★★ आप आये यहाँ खिल गए आज हम स्वागतम स्वागतम स्वागतम स्वागतम दूर तम हो गया रोशनी आ गयी आप आये यहाँ है खुशी... Hindi · गीत 9 4 18k Share आकाश महेशपुरी 17 Sep 2016 · 1 min read गीत- जान तिरंगा है आओ मिल-जुल कर फहराएँ शान तिरंगा है। मेरी-तेरी, तेरी-मेरी, जान तिरंगा है।। आजादी की खातिर ही कितनों ने घर छोड़ दिया अपनों की खुशहाली को जग से नाता तोड़ दिया... Hindi · गीत 8 4 4k Share आकाश महेशपुरी 5 Jul 2023 · 1 min read फितरत है इंसान की मतलब की दुनिया में अब तो कद्र नहीं अहसान की वादे करना और मुकरना फितरत है इंसान की मीठे मीठे शब्दों से ये अक्सर मधु रस घोलेंगे मन में जलती... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · गीत 19 17 4k Share आकाश महेशपुरी 29 May 2018 · 1 min read क्या यही शिक्षामित्रों की है वो ख़ता इतने वर्षों पढ़ाया-लिखाया यहाँ, हम यहीं पर ये जीवन गंवाने लगे। जिनको हमने है राजा बनाया वही, तीर-तलवार दिल पर चलाने लगे। इक नदी को समंदर से उल्टा यहां, पर्वतों... Hindi · गीत 3 2 2k Share आकाश महेशपुरी 24 Mar 2022 · 1 min read ये शिक्षामित्र है भाई कि इसमें जान थोड़ी है जो मरता है तो मरने दो कोई इंसान थोड़ी है ये शिक्षामित्र है भाई कि इसमें जान थोड़ी है पढ़ाता काटकर ये पेट अपना रोज वर्षों से बहुत अहसान करता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 10 4 2k Share आकाश महेशपुरी 21 Jul 2021 · 1 min read मउगी ओकर (हास्य कविता) मउगी ओकर (हास्य कविता) ■■■■■■■■■■■■■ ऊ तऽ हउवे बहुते भोला मउगी ओकर धधकत शोला छुवते ओकर जीव जरेला प्रेम करे तऽ बजर परेला जरे आँख बीखी के मारे खिसिआले तऽ... Bhojpuri · कविता · हास्य-व्यंग्य 6 11 2k Share आकाश महेशपुरी 28 Jul 2020 · 1 min read मत्तगयंद (मालती) सवैया छंद मत्तगयंद (मालती) सवैया छंद ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ मान लिया जब दूर हुए तब लक्ष्य तुझे लगते सपने से, धीरज किन्तु रखो मन में यह दर्द बढ़ेगा सदा जपने से, कष्ट हजार सहो... Hindi · सवैया 4 2 2k Share आकाश महेशपुरी 3 Jul 2021 · 2 min read रहे इहाँ जब छोटकी रेल देखल जा खूब ठेलम ठेल रहे इहाँ जब छोटकी रेल चढ़े लोग जत्था के जत्था छूटे सगरी देहि के बत्था चेन पुलिंग के तबो जमाना रुके ट्रेन तब कहाँ कहाँ... Bhojpuri · कविता · हास्य-व्यंग्य 7 6 1k Share आकाश महेशपुरी 1 Jul 2021 · 3 min read माँ टूटी खाट पर बैठी बुढ़िया चिल्लाए जा रही थी। “बेटा रामनाथ! बड़े जोर की प्यास लगी है…गला सूखा जा रहा है…बेटे! जरा पानी पिला दे।” रामनाथ यारों के साथ बैठा... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 16 9 1k Share आकाश महेशपुरी 21 Feb 2018 · 1 min read शिक्षामित्रों पर उपकार... शिक्षामित्रों पर उपकार कर दो हे मोदी सरकार दुखियारों का अब उद्धार कर दो हे योगी सरकार इतना है माथे पर भार जीवन से जाएंगे हार अबतक इतने गये सिधार... Hindi · कविता 4 2 1k Share आकाश महेशपुरी 15 Sep 2016 · 4 min read आकाश महेशपुरी के बासठ दोहे आकाश महेशपुरी के बासठ दोहे- ... 1- कलयुग के इस दौर मेँ, बस हैँ दो ही जात। एक अमीरी का दिवस, अरु कंगाली रात॥ ... 2- कौन यहाँ है जानता,... Hindi · दोहा 1 1k Share आकाश महेशपुरी 19 Apr 2022 · 1 min read कर्ज भरना पिता का न आसान है फर्ज का देवता घर का अभिमान है, कर्ज भरना पिता का न आसान है। कोई चिंता न कर, बस ये कहता है वो, रोटियों की जुगत में ही रहता है... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · गीत 67 123 1k Share आकाश महेशपुरी 11 Jan 2020 · 1 min read गीत- हिंदी से तुम प्यार करो गीत- हिंदी से भाई प्यार करो ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ हिंदी की बिंदी से भाई भारत का तुम श्रृंगार करो, दुनिया में यह रौशन होगी, घर में पहले स्वीकार करो। तेरी माँ की... Hindi · गीत 9 8 1k Share आकाश महेशपुरी 4 Jul 2019 · 1 min read शिक्षक की महिमा शिक्षक की महिमा ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ 1- वे ऐसा काम करते हैं सभी गुणगान करते हैं, हमें अमरित पिला कर खुद जो अमरित पान करते हैं, कि उनके पाँव अक्सर शब्द मेरे... Hindi · मुक्तक 6 1 1k Share आकाश महेशपुरी 10 Apr 2018 · 1 min read ग़ज़ल- ज़ुल्म का देखिये सिलसिला हो गया ग़ज़ल- ज़ुल्म का देखिये सिलसिला हो गया ●●●●●●●●●●●●●●● क्या था' मैं आजकल क्या से' क्या हो गया चोट ऐसी लगी बावरा हो गया ○○○ जिक्र यूँ प्यार का कर दिया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1k Share आकाश महेशपुरी 1 Jul 2021 · 4 min read दहेज़ आधी रात को बैगन के खेत में मचान पर सोये अकलू की नींद अचानक टूटी। कुछ जलने की गंध व सियारों का शोर सुनकर वह बुरी तरह सहम गया। खेत... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 11 12 1k Share आकाश महेशपुरी 17 Sep 2016 · 1 min read दो मत्तगयंद (मालती) सवैया छंद दो मत्तगयंद (मालती) सवैया छंद देश हुआ बदहाल यहाँ अब चैन कहीँ मिलता किसको है, चैन भरा दिन काट रहे सब लूट लिए दिखता किसको है, भारत की परवाह नहीँ... Hindi · सवैया 1k Share आकाश महेशपुरी 28 Feb 2018 · 1 min read शिक्षामित्रों की लाशों पर... शिक्षामित्रों की लाशों पर... ●★●★●★●★●★●★●★●★●★ शिक्षामित्रों की लाशों पर जी भर के रंगोली खेलो साँसों की दरकार इधर है तेरा क्या है होली खेलो ★★★ रोज हमारे तन की लाली... Hindi · गीत 1 1 1k Share आकाश महेशपुरी 24 Dec 2019 · 1 min read गीत- याद करो बलिदान को जाति-धर्म की बातें कर यूँ मत बाँटो इंसान को, मिल-जुल कर तुम रहो बचा लो अपने देश महान को। कुछ नेता बस घात करेंगे, झगड़े वाली बात करेंगे। जेठ महीने... Hindi · गीत 5 4 1k Share आकाश महेशपुरी 21 Dec 2019 · 1 min read भारत माता की पुकार ऐ मेरे बच्चों जरा मिल-जुल के रहना सीख लो भाई भाई हो सभी तुम प्यार करना सीख लो तेरी इस माँ भारती को रौंदने आ जायेगा बैर आपस में रखोगे... Hindi · गीत 6 6 1k Share आकाश महेशपुरी 1 Jul 2021 · 3 min read पाप की कमाई 'बहुत दिनों बाद हमारी याद कैसे आ गयी मित्र! मैं तो समझता था तुम मुझे भूल ही गये। आओ बैठो।' सागर को अपने दरवाजे पर आया देखकर दलबीर सिंह खुश... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 4 3 1k Share आकाश महेशपुरी 13 Feb 2019 · 1 min read कुर्ता भले सफेद...जोगीरा सा रा रा रा कुर्ता भले सफेद...जोगीरा सा रा रा रा □■□■□■□■□■□■□■□■□ नेता नोटों की गड्डी से, खेल रहे हैं खेल। जीवन अपना फीका फीका, मिले नमक ना तेल- जोगीरा सा रा रा रा।।... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 7 4 1k Share आकाश महेशपुरी 1 Dec 2017 · 1 min read ग़ज़ल- न जाने क्यूँ भला मशहूर होकर भूल जाता है ग़ज़ल- न जाने क्यूँ भला मशहूर होकर भूल जाता है ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ मेरा साया है लेकिन दूर होकर भूल जाता है कि वह सत्ता के मद में चूर होकर भूल जाता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1k Share आकाश महेशपुरी 5 Jul 2021 · 1 min read एक मुठी सरसो पीट पीट बरसो एक मुठी सरसो पीट पीट बरसो। पावल जे कुर्सी संसद में भाई, ओकर ना बारिश में कुछउ भिलाई। रही निहाल ऊ त बिहने भा परसो- एक मुठी सरसो पीट पीट... Bhojpuri · गीत 5 1k Share आकाश महेशपुरी 19 Dec 2017 · 2 min read नया वर्ष कुछ खास रहेगा नया वर्ष कुछ खास रहेगा ●●● धूमिल हैं आशाएं सारी बने हुए सब हैं व्यापारी दिल की दौलत बेंच रहे हैं कैसी है यह दुनियादारी माना अबतक कष्ट मिला है... Hindi · कविता 4 2 1k Share आकाश महेशपुरी 20 Mar 2021 · 1 min read महँगा है पेट्रौल महँगा है पेट्रौल ■■■■■■■ गैस सिलिंडर ही नहीं, महँगा है पेट्रौल। चूल्हा ठंडा है पड़ा, खून रहा है खौल।। डीजल महँगा हो गया, सरसो का भी तेल। बोलोगे तो साथियों,... Hindi · दोहा 2 5 1k Share आकाश महेशपुरी 29 Aug 2020 · 1 min read ग़ज़ल- मज़दूर बनाता वाहनों को है वो इक मज़दूर होता है मगर पैदल ही चलता है बहुत मजबूर होता है बनाता है किला वो ताज, मीनारें, पिरामिड भी मगर गुमनाम रहता है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 12 7 1k Share आकाश महेशपुरी 30 Apr 2022 · 1 min read इश्क़ में जूतियों का भी रहता है डर पीठ पर पति के इतना क्यूँ सामान है कोई गदहा नहीं यह भी इंसान है रोड पर झूमना इक हुनर है हुनर बिन पिये जो चले वह तो नादान है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · हास्य-व्यंग्य 10 10 1k Share आकाश महेशपुरी 28 Aug 2022 · 1 min read संविदा की नौकरी का दर्द जितनी उम्र गँवाई हमने, उसका हमें हिसाब चाहिए ऐ गूँगी बहरी सरकारों, दे दो हमें जवाब चाहिए नाम संविदा का देकर तुम जनमानस को लूट रहे हो दिवास्वप्न क्यों रोज... Hindi · गीत 7 2 1k Share आकाश महेशपुरी 31 Dec 2017 · 1 min read ईश्वर के ठेकेदार ईश्वर के ठेकेदार ■■■■■■■■■■■■■ ईश्वर के ये बने हुए हैं जो भी ठेकेदार यही तो हैं धरती के भार यही तो हैं धरती के भार ★★★ ईश्वर की ये खोल... Hindi · गीत 1 1k Share आकाश महेशपुरी 15 Mar 2018 · 1 min read पीना तू छोड़ दे पीना तू छोड़ दे ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ बीवी पे' जुल्म कर के' यूँ' जीना तू' छोड़ दे कहता है' वक्त आज कि पीना तू' छोड़ दे ◆◆◆ देखो कि हाल आज ते'रा... Hindi · गीत 1 1k Share आकाश महेशपुरी 16 Feb 2019 · 1 min read पाक तुझे दहला देंगे रोज-रोज छिप-छिप कर चूहों आ जाते हो सरहद में बुजदिल तुम डरपोक भिखारी जल्दी आओगे ज़द में आग लगाकर बिल में घुसना और नहीं चलने देंगे घर में घुसकर मारेंगे... Hindi · कविता 6 4 1k Share आकाश महेशपुरी 14 May 2017 · 1 min read ग़ज़ल- सितमगर तो मेरा ही यार निकला ग़ज़ल- सितमगर तो मेरा ही यार निकला ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ नहीं सोचा वही हर बार निकला सितमगर तो मेरा ही यार निकला ◆◆◆ मुहब्बत से भरीं आँखें ये तेरी लबों से क्यूँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1k Share आकाश महेशपुरी 28 Aug 2018 · 1 min read जहाँ से चले थे वहीं आ गए गीत- जहाँ से चले थे वहीं आ गए ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ वो' कैसा सफर था कि चकरा गए जहाँ से चले थे वहीं आ गए सलामत हमारे सभी अंग हैं कि चलने... Hindi · गीत 1 1k Share आकाश महेशपुरी 17 Sep 2016 · 1 min read गीत- पढ़ लो पढ़ लो पढ़ लो पढ़ लो भाई-बहना ÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷÷ इस दुनिया में अनपढ़ रहना अपना ही अपमान है पढ़ लो पढ़ लो भाई-बहना पढ़ना काज महान है तुम जो पीछे रह जाओगे अंधेरो... Hindi · गीत 1k Share आकाश महेशपुरी 13 Dec 2020 · 1 min read ग़ज़ल- चरण पादुका से न इज्ज़त उतारो मुझे यूँ न देखो कुँवारा नहीं हूँ किसी और का हूँ तुम्हारा नहीं हूँ न छत पे बुलाओ मुझे रात में तुम मैं इंसान हूँ चाँद-तारा नहीं हूँ भले मुझको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · हास्य-व्यंग्य 9 6 1k Share आकाश महेशपुरी 21 Aug 2021 · 1 min read मुस्कुरा के चलीं जब चलीं माथ आपन उठा के चलीं बाटे संकट भले मुस्कुरा के चलीं साँच के साथ दीहल जरूरी हवे झूठ के दौर बा मत चुपा के चलीं हो सकेला सभे... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 7 5 1k Share आकाश महेशपुरी 16 Jan 2019 · 1 min read रसोई गैस सिलेंडर की महँगाई रसोई गैस सिलेंडर की महँगाई ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ लगता है यूँ भूखे प्यासे रह जाएंगे बच्चे है राशन पर क्या हम इसको खा पाएंगे कच्चे आज हुए तुम खाली हो जब जेब... Hindi · कविता 5 2 1k Share आकाश महेशपुरी 15 Feb 2020 · 1 min read गीत- ...नील गाय खा जाती है गीत- ...नील गाय खा जाती है ■■■■■■■■■■■■■■■■■■ खेतों की रखवाली करते नींद हमें कब आती है? पर जो भी फसलें बोते हम नील गाय खा जाती है। रोज पसीना खूब... Hindi · गीत 6 2 1k Share आकाश महेशपुरी 27 Mar 2022 · 1 min read आदमी आदमी के रोआ दे बीच नैनन रहे यार ऊहे, बीच राहे में काहें दगा दे, एक दूजे के देखल न चाहे, आदमी आदमी के रोआ दे। घात अक्सर करे आज ऊहे, जेके मानल करे... Bhojpuri · गीत 5 5 980 Share आकाश महेशपुरी 2 Nov 2018 · 1 min read माँ माँ ●●● माँ कहती रहती है जिसको फूल फूल बस फूल पंख निकल आये हैं जबसे बना हुआ है शूल ●●● पेट काटकर जिसको पाला जिसकी बाहें माँ की माला... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · गीत 23 183 959 Share आकाश महेशपुरी 22 May 2022 · 4 min read हवा-बतास 'ये ईया! कुछ समय खातिर गाजियाबाद चलऽ ना!' 'ना बाबू! हमके शहर के पानी सूट ना करी... रहे दऽ।' मोहन के ईया उनके मना क दिहली। मोहन के परिवार में... Bhojpuri · कहानी 9 7 999 Share आकाश महेशपुरी 8 Jun 2022 · 6 min read अनमोल जीवन अनमोल दरिया पर बने पुल से छलांग लगाने ही वाला था कि किसी ने उसे अपनी तरफ खींच लिया। वह पुल की रेलिंग से नीचे सड़क पर आ गिरा। 'अरे... Hindi · कहानी 9 4 954 Share आकाश महेशपुरी 16 Dec 2020 · 1 min read कोरोना ने रोक दी दुनिया की रफ्तार कोरोना से भी अधिक, घातक थी वह भूख। जिसके कारण राह में, प्राण रहे थे सूख।। सभी घरों में बंद थे, थी दुनिया बेहाल। कोई भूलेगा नहीं, मौतों का यह... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · दोहा 27 44 931 Share आकाश महेशपुरी 22 Apr 2019 · 1 min read नहीं पूर्वजों की सहेजी निशानी शिला की तरह टूटते जा रहे हैं कि रिश्ते सभी छूटते जा रहे हैं न दादा के रिश्ते न दादी के रिश्ते सभी ढो रहे सिर्फ शादी के रिश्ते जड़ों... Hindi · गीत 1 1 933 Share आकाश महेशपुरी 7 Jun 2017 · 1 min read गीतिका/ ग़ज़ल- देखिये कैसा जमाना आ गया गीतिका/ ग़ज़ल- देखिये कैसा जमाना आ गया ★■★■★■★■★■★■★■★■★ देखिये कैसा जमाना आ गया हर किसी को दिल दुखाना आ गया *** था वहाँ मैं मौत की आगोश में उनको' लेकिन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 932 Share आकाश महेशपुरी 31 Dec 2017 · 1 min read फिर से इक नव वर्ष मिला है फिर से इक नव वर्ष मिला है ॰॰॰ फिर से इक नव वर्ष मिला है मानव मन को हर्ष मिला है और इसे आगे ले जायेँ अबतक जो उत्कर्ष मिला... Hindi · कविता 4 1 927 Share आकाश महेशपुरी 5 Apr 2020 · 1 min read कोरोना संकट पर दोहे कोरोना संकट पर दोहे ■■■■■■■■■■■■■■ ऐसी विपदा आ गयी, हुये सभी मजबूर। लम्बी दूरी नापते, पैदल ही मजदूर।। आया रोग जहाज से, सहम गए हैं लोग। लाये इसे अमीर पर,... Hindi · दोहा 4 943 Share आकाश महेशपुरी 16 Oct 2017 · 1 min read जाने किस दिन हो पायेगा भ्रष्टों का अवसान जाने किस दिन हो पायेगा भ्रष्टों का अवसान ■■■■■■■■■■■■■ ■■■ ये चाहें तो नाहक़ में ही लड़ जाएं इंसान नेता बड़े महान कि भइया नेता बड़े महान ■■■ झूठे सपने... Hindi · गीत 887 Share आकाश महेशपुरी 5 Mar 2020 · 1 min read कोरोना वायरस कोरोना वायरस ■■■■■■■■■■■■■■■ कोरोना यह वायरस, जो मानव की देन। इतना ताकतवर हुआ, पल पल देता पेन। पल पल देता पेन, नाक बहने लगती है। आती रहती छींक, देह तपने... Hindi · कुण्डलिया 5 5 847 Share Page 1 Next