आकाश महेशपुरी 493 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next आकाश महेशपुरी 5 Jul 2021 · 2 min read कइसन रोग कोरोना बा... कइसन रोग कोरोना बा... ■■■■■■■■■■■■ पहिले के दिन लौटी कबो बुझाते नइखे कइसन रोग कोरोना बा कि जाते नइखे पूजा गाँवे गाँवे भइल कसाई के माटी खोनि हलावल गइल मिठाई... Bhojpuri · कविता 6 4 890 Share आकाश महेशपुरी 11 May 2022 · 5 min read पुस्तैनी जमीन रामनरेश चाहते थे कि उनका बड़ा बेटा मनोहर ड्रामा पार्टी में काम न करे, लेकिन बार बार मना करने के बावजूद वह ड्रामा करने चला ही जाता था। मनोहर एक... Hindi · कहानी 5 6 862 Share आकाश महेशपुरी 19 Dec 2020 · 1 min read ग़ज़ल- रोज़ बीवी लड़े पड़ोसन से ग़ज़ल- रोज़ बीवी लड़े पड़ोसन से ■■■■■■■■■■■■■■■ चोर-लुच्चों का डर नहीं होता तुम न होते तो घर नहीं होता इतनी पालिश लगाए बैठे हो हुस्न का भी असर नहीं होता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · हास्य-व्यंग्य 5 5 855 Share आकाश महेशपुरी 10 Dec 2017 · 1 min read सब रोटी का खेल रोना-हँसना यहाँ जगत में सब रोटी का खेल ●●● रोटी की ही खोज में, छूट गया है देश मातृभूमि की याद है, भाए ना परदेश भाए ना परदेश, गांव की... Hindi · गीत 1 848 Share आकाश महेशपुरी 22 May 2021 · 1 min read बारिश का पानी ग़ज़ल ~~~~~ हर कोई बदहाल हुआ है सावन में। पानी जैसे काल हुआ है सावन में।। रोज कमाकर खाने वाला कुनबा तो, रोटी बिन बेहाल हुआ है सावन में। एक... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 5 7 792 Share आकाश महेशपुरी 16 May 2019 · 1 min read घनाक्षरी छंद ~ फटेहाल बच्चे घनाक्षरी छंद ~ फटेहाल बच्चे ★★★★★★★★★★★★★★ स्वयं पे ही सभी रहते हैं वशीभूत अब, कोई भी किसी की नहीं सुनता जहान में। भूख और प्यास लिये मरते मनुष्य पर, लोग... Hindi · घनाक्षरी 4 1 800 Share आकाश महेशपुरी 7 May 2022 · 1 min read न कोई जगत से कलाकार जाता रहे ना रहे जग से रहता है नाता, न कोई जगत से कलाकार जाता। रहे स्वार्थ में, लाख दौलत कमाये, कि ऐसे मनुज को जहाँ भूल जाये। मगर जो खुशी... Hindi · गीत 7 9 823 Share आकाश महेशपुरी 20 Aug 2017 · 1 min read अगर सत्ता न हिल जाये तो फिर ये खून कैसा है अगर सत्ता न हिल जाये तो फिर ये खून कैसा है ◆★◆★◆★◆★◆★◆★◆★◆★◆ हमें जो रोटियाँ वापस मिली ना तो समझ लेना अगर मुश्किल हुआ जीना हमारा तो समझ लेना कि... Hindi · मुक्तक 784 Share आकाश महेशपुरी 5 Jul 2021 · 1 min read ई भारत देश महान हवे युग युग से भारत के महिमा गावत ई सकल जहान हवे ई भारत देश महान हवे पूरा भारत घर आपन हऽ घर में सबके आराम मिले येही घरवा में मिले... Bhojpuri · गीत 4 2 878 Share आकाश महेशपुरी 27 Dec 2021 · 1 min read झंडा लेकर करो गुलामी... झंडा लेकर करो गुलामी फल तुमको तत्काल मिलेगा, पढ़ना-लिखना छोड़ो यारों रैली से ही माल मिलेगा, रोजगार के पीछे अपना माथा क्यों तुम खपा रहे हो- घर बैठे हर माह... Hindi · मुक्तक 6 2 835 Share आकाश महेशपुरी 22 May 2021 · 1 min read इंसानों से प्यारे गिद्ध इंसानों से प्यारे गिद्ध। आक्सीजन के साथ दवाई, ये बेंच रहे कई गुने पर। हैं इतने लालच में अन्धे, साँसों के कातिल सौदागर। इन इंसानों के जैसे क्या? होते हैं... Hindi · कविता 5 1 774 Share आकाश महेशपुरी 13 Apr 2022 · 1 min read कवनो गाड़ी तरे ई चले जिंदगी कवनो गाड़ी तरे ई चले जिंदगी, ब्रेक लागत रहे पर बढ़े जिंदगी। काल गति आ समय के मिला के चलीं, जिंदगी तऽ हवे इक सुहाना सफर। राह के बीच में... Bhojpuri · गीत 3 5 796 Share आकाश महेशपुरी 31 Dec 2020 · 1 min read शादी कोई खेल नहीं है शादी कोई खेल नहीं है ■■■■■■■■■■ शादी शादी रटते हो तुम शादी कोई खेल नहीं है उम्र कैद है सुन लो भाई कहने को बस जेल नहीं है शादी तो... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 4 5 818 Share आकाश महेशपुरी 27 May 2019 · 1 min read मैंने दारू चढ़ाई मज़ा आ गया मैंने दारू चढ़ाई मज़ा आ गया ~~~~~~~~~~~~~~~~~~ मैंने दारू चढ़ाई मज़ा आ गया गाँव से की लड़ाई मज़ा आ गया एक दाना नहीं घर में खाने को था लात बीवी... Hindi · मुक्तक · हास्य-व्यंग्य 811 Share आकाश महेशपुरी 17 Aug 2019 · 1 min read कविता- हँसी ठिठोली कर लें आओ कविता- हँसी ठिठोली कर लें आओ □■■■□■■■□■■■□ दुनिया के कुछ लोग हमेशा, रहते हैं मुरझाए। हँसी-ठिठोली कर लें आओ, हर कोई मुस्काए।। बीवी जिसकी कद्दू जैसी, वह ककड़ी का भ्राता।... Hindi · कविता · हास्य-व्यंग्य 6 1 759 Share आकाश महेशपुरी 8 May 2022 · 1 min read अँधेरा बन के बैठा है किसी षड्यंत्र का मजबूत घेरा बन के बैठा है, उजाला नाम है उसका अँधेरा बन के बैठा है। लुटे हो पर नहीं जाना वहाँ तुम न्याय की खातिर, वो पहरेदार... Hindi · मुक्तक 5 9 887 Share आकाश महेशपुरी 24 Jan 2019 · 1 min read आना फिर से वोट मांगने झूठी बातों में उलझाकर जनता को तड़पाने वालों आना फिर से वोट मांगने पाँच साल सिसकाने वालों कितने अच्छे ख्वाब दिखाए किंतु नहीं था नेक इरादा वोट हमारा पाकर बोलो... Hindi · गीत 1 753 Share आकाश महेशपुरी 17 Sep 2016 · 1 min read गीत- टूट जाए नहीं हौसला ये कहीं गीत- टूट जाए नहीं हौसला ये कहीं ★★★★★★★★★★★★★★★ जिन्दगी के लिए सिलसिला ये कहीं, टूट जाए नहीं हौसला ये कहीं। ★★★ कर्म से ही यहाँ आज सम्मान है बैठना, खुद... Hindi · गीत 764 Share आकाश महेशपुरी 6 May 2017 · 1 min read ग़ज़ल- कुछ किया ही नहीं जिंदगी के लिए ग़ज़ल- कुछ किया ही नहीं जिंदगी के लिए ●●●●●●●●●●●●●●● मैं तो' जीता रहा बस किसी के लिए कुछ किया ही नहीं जिंदगी के लिए ○○○ क्या मुझे वो कहीं पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 759 Share आकाश महेशपुरी 15 Jun 2022 · 2 min read लिट्टी छोला पडरौना के एगो कवि सम्मेलन से हम आ हमार कवि मित्र अवधकिशोर अवधू जी लवटल रहनी जाँ। हमनी के भूख तऽ ना रहे बाकिर कवनो चटपटा व्यंजन के खूशबू जब... Bhojpuri · संस्मरण 875 Share आकाश महेशपुरी 29 Sep 2018 · 1 min read शुभ अशुभ का भय 【【【शुभ अशुभ का भय...】】】 ☆☆☆☆☆☆☆☆☆☆☆☆☆☆ वे हमें समझा बुझाकर लूट लेते हैं शुभ अशुभ का भय दिखाकर लूट लेते हैं यह दिशा शुभ, यह दिशा बरबाद कर देगी इस दिवस... Hindi · गीत 1 789 Share आकाश महेशपुरी 1 Jun 2020 · 1 min read है दुख में जनता...{मत्तगयंद सवैया छंद} है दुख में जनता...{मत्तगयंद सवैया छंद} ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ है दुख में जनता वह जान रहा दुख से अनजान बना है, तुच्छ हुए हम देकर वोट कि लेकर आज महान बना है,... Hindi · सवैया 2 1 783 Share आकाश महेशपुरी 28 Aug 2021 · 1 min read जबसे प्यार हो जाला दुनिया भर के गम दिल के यार हो जाला बैरी बन जाला संसार जबसे प्यार हो जाला अपने लोगवा आपन नइखे बाटे बनल कसाई हो जबसे तहसे बिछड़ल बानी आवे... Bhojpuri · गीत 881 Share आकाश महेशपुरी 1 Feb 2021 · 1 min read मुहब्बत की निशानी मुहब्बत की निशानी ■■■■■■■■■■■■■ मुहब्बत की निशानी ढूँढता हूँ, वही अपनी जवानी ढूँढता हूँ। कभी ख़त तो कभी तस्वीर उसकी, सभी चीजें पुरानी ढूँढता हूँ। शहर में, गाँव में, सारे... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका 16 46 717 Share आकाश महेशपुरी 18 Oct 2021 · 2 min read असहिं का वृद्ध लो के होई दुरगतिया जन्म लेते पूत के उछाह से भरेला हिय, गज भर होइ जाला फूलि के ई छतिया। पाल-पोस के बड़ा करेला लोग पूत के आ, नीमने से नीमने धरावे इसकुलिया। होखते... Bhojpuri · घनाक्षरी 1 1 729 Share आकाश महेशपुरी 20 Jun 2019 · 1 min read आज बहुत रोने का मन है आज बहुत रोने का मन है ■■■■■■■■■■ भीतर से मैं टूट चुका हूँ, आज बहुत रोने का मन है। दूर कहीं बस्ती से जाकर, जी भर कर सोने का मन... Hindi · गीत 1 721 Share आकाश महेशपुरी 3 Nov 2021 · 1 min read ख़ुशियों का त्योहार मुबारक ख़ुशियों का त्योहार मुबारक महँगाई की मार मुबारक तिनका तिनका जोड़ रहे हो कर्ज़ा और उधार मुबारक जनता को ही लूट रही है जनता की सरकार मुबारक क्रय क्षमता से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 5 732 Share आकाश महेशपुरी 17 Sep 2016 · 1 min read इक दिन हमको जाना होगा इक दिन हमको जाना होगा ॰ ॰ ॰ ॰ ॰ ॰ ॰ जाने किस दुनिया से आये किस दुनिया मेँ खो जायेँगे माना हमको नीँद न आती इक दिन विल्कुल... Hindi · कविता 1 741 Share आकाश महेशपुरी 28 Aug 2021 · 1 min read मंद पड़ी विद्वता इस कालखण्ड में न, ग्रन्थ दिव्य हो रहे हैं, आज तो सिसक हर, ओर रही कविता। लिखने को लिखते हैं, आज भी कवित्त कई, पर कहाँ दिखती है, पूर्व जैसी... Hindi · घनाक्षरी 1 3 714 Share आकाश महेशपुरी 14 Sep 2017 · 1 min read घनाक्षरी- नारियों का नर जैसा मान होना चाहिए घनाक्षरी- नारियों का नर जैसा मान होना चाहिए ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ नारियों का अपमान क्लेश की वजह एक, इसका तो सबको ही ज्ञान होना चाहिए। कष्ट देते बहुओं को कुछ जो दहेज... Hindi · घनाक्षरी 711 Share आकाश महेशपुरी 17 Sep 2016 · 1 min read बाल कविता- मेंढक और कछुवा बाल कविता- मेंढक और कछुवा ... बादल पर जा बैठे उछलकर मेंढक राजा मस्ती इतनी आई लगे बजाने बाजा पानी इतना बरसा बादल हो गया खाली गिर गये मेंढक राजा... Hindi · कविता · बाल कविता 730 Share आकाश महेशपुरी 7 Oct 2018 · 1 min read सरस्वती वन्दना सरस्वती वन्दना ○○○○○○○○○ मइया तेरे द्वारे आए हमको राह दिखा दो ना मन में ज्ञान दीप जल जाए हमको राह दिखा दो ना हम पापी हैं अज्ञानी हैं फिर भी... Hindi · गीत 4 3 685 Share आकाश महेशपुरी 27 May 2020 · 1 min read ग़ज़ल- पैरों में छाले हैं ग़ज़ल- पैरों में छाले हैं ■■■■■■■■■■■■ सत्ताधीशों के हाँथों में प्याले हैं लेकिन लोगों के पैरों में छाले हैं चलते-चलते चाहे कोई मर जाये उनका क्या वे उड़नखटोले वाले हैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 3 724 Share आकाश महेशपुरी 2 Feb 2022 · 1 min read सबसे बड़ा सवाल मुँहवे ताकत रहे कहे के त सब कुछ बाटे देशवा में बाकी, कुछे लोग छेकले बा कुंडली बनाई के। निन्यानबे भइल बा बेहाल एक सौ में आ, एके परसेंट लोग काटत मलाई के।... Bhojpuri · घनाक्षरी 5 9 740 Share आकाश महेशपुरी 17 Mar 2020 · 1 min read ग़ज़ल- यार मेरा कमाल करता है ग़ज़ल- यार मेरा कमाल करता है ■■■■■■■■■■■ यार मेरा कमाल करता है दुश्मनी बेमिसाल करता है बोलो कैसा मिज़ाज है तेरा चोट देकर सवाल करता है आजकल मतलबी सी दुनिया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 4 674 Share आकाश महेशपुरी 17 Sep 2016 · 1 min read बाल कविता- बस्ता बाल कविता- बस्ता ... खुद से भारी बस्ता ढोकर गिर जाते हैं बेसुध होकर आज दिवस छुट्टी का आया हम बच्चों के मन को भाया बस्ते को अब कर के... Hindi · कविता · बाल कविता 1 705 Share आकाश महेशपुरी 14 Jan 2020 · 1 min read गीत- तुमसे मिलन की चाह में... गीत- तुमसे मिलन की चाह में... ■■■■■■■■■■■■■■■■■ तुमसे मिलन की चाह में इतना दिवाना हो गया कल ही मिला तुमसे मगर लगता ज़माना हो गया है याद आती चूड़ियों की... Hindi · गीत 1 2 691 Share आकाश महेशपुरी 2 Mar 2020 · 1 min read ग़ज़ल- ऐसी दीवार है दरमियाँ आजकल ग़ज़ल- ऐसी दीवार है दरमियाँ आजकल ■■■■■■■■■■■■■■ ऐसी दीवार है दरमियाँ आजकल वह सुनेगा नहीं सिसकियाँ आजकल खेलता था कभी साथ मेरे वही खोलता भी नहीं खिड़कियाँ आजकल जिसने मुझको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 2 751 Share आकाश महेशपुरी 3 Jul 2021 · 1 min read एतनो मति बनऽ तूँ भोला एतनो मति बनऽ तूँ भोला ॰॰॰ चढ़े कपारे अगर गरीबी दुख पहुँचावे पहिले बीबी गाँव-नगर के खूब टिभोली ऊपर से मेहरी के बोली राशन-पानी के परसानी याद करावे नाना-नानी पाँव... Bhojpuri · कविता · हास्य-व्यंग्य 3 2 691 Share आकाश महेशपुरी 18 Sep 2016 · 1 min read ग़ज़ल- आज बैठा हूँ मैं वीराने में ग़ज़ल- आज बैठा हूँ मैं वीराने में ★★★★★★★★★★★ आज बैठा हूँ मैं वीराने में सबको खोया है आजमाने में कैसे कैसे सवाल करता है जैसे बैठा हूँ उसके थाने में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 662 Share आकाश महेशपुरी 18 Jan 2020 · 1 min read याद करो जब बालक थे हम...(सवैया) याद करो जब बालक थे हम संशय का यह भाव नहीं था, थीं खुशियाँ भरपूर किसी जन से तब हाय दुराव नहीं था, उम्र बढ़ी मन खिन्न रहे उर कष्ट... Hindi · सवैया 2 2 691 Share आकाश महेशपुरी 26 Jun 2021 · 2 min read बंदी और कोरोना बंदी और कोरोना एक बीमारी जाती नहीं कि दूसरी चढ़ बैठती है। 2020 को हम बुरा कहते थे, 2021 तो उससे भी ज्यादा कष्टदायक साबित होता जा रहा है। मैं... Hindi · लेख 1 4 649 Share आकाश महेशपुरी 14 Aug 2018 · 1 min read एक सन्नाटा... एक सन्नाटा... ■■■■■■■■■■■ थे किये मैंने बहुत उपकार पर रोज मिट्टी में मिलाती जा रही आज दुनिया स्वार्थ में अंधी हुई पाँव से ठोकर लगाती जा रही ● ● ●... Hindi · गीत 1 655 Share आकाश महेशपुरी 24 Sep 2016 · 1 min read ग़ज़ल- क़ाबिल तेरे नहीं हूँ मुझे ध्यान आ गया ग़ज़ल- क़ाबिल तेरे नहीं हूं मुझे ध्यान आ गया 221 2121 1221 212 मफ़ऊल फ़ाइलात मुफ़ाईल फ़ाइलुन ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ अच्छा हुआ कि यार अभी ज्ञान आ गया क़ाबिल तेरे नहीं हूँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 686 Share आकाश महेशपुरी 12 Jul 2019 · 1 min read इसको बचा लो यह मर रही धरती इसको बचा लो यह मर रही धरती ○○○○○○○○○○○○○○○ कहीं पर सूखा कहीं बाढ़ की विभीषिका है, कहीं वन ख़ाक होते आग यूँ पसरती। कहीं पेड़ काटते हैं बेतहाशा लोग और,... Hindi · घनाक्षरी 1 660 Share आकाश महेशपुरी 11 Sep 2018 · 1 min read ग़ज़ल- ...सहारे डूब जाते हैं ग़ज़ल- सहारे डूब जाते हैं ★★★★★★★★★★★★★★ धरा ये चांद सूरज और तारे डूब जाते हैं नज़र के बन्द होते ही नज़ारे डूब जाते हैं ये नाते और यारी हाय दुनिया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 647 Share आकाश महेशपुरी 20 Dec 2021 · 1 min read टूट कर की पढ़ाई... टूट कर की पढ़ाई मिला कुछ नहीं, सारी पूँजी लगाई मिला कुछ नहीं, सब ये कहने लगे तुम पकौड़ा तलो, उम्र आधी गँवाई मिला कुछ नहीं। - आकाश महेशपुरी दिनांक-... Hindi · मुक्तक 7 5 660 Share आकाश महेशपुरी 1 May 2019 · 1 min read तीन मुक्तक 1- वो मुझसे ऊब जायेगा ☆☆☆ मुझे ऐसा क्यूँ लगता है वो मुझसे ऊब जायेगा मुकम्मल शायरी में जब मेरा दिल डूब जायेगा जिसे मैं ढालता रहता हूँ गीतों और... Hindi · मुक्तक 1 1 703 Share आकाश महेशपुरी 7 May 2020 · 1 min read खुली हुई है मधुशाला खुली हुई है मधुशाला ■■■■■■■■■■■■■■■■■■■ कोरोना के डर से सारे बंद पड़े हैं विद्यालय, मिल-जुल कर मरने की शिक्षा देते अब तो मदिरालय। नहीं किताबें मिल पाएंगी, लगा दुकानों पर... Hindi · कविता 6 679 Share आकाश महेशपुरी 18 Jan 2021 · 1 min read ग़ज़ल- कठिन रास्तों की चढ़ाई... ग़ज़ल- कठिन रास्तों की चढ़ाई... ■■■■■■■■■■■■■■■ कठिन रास्तों की चढ़ाई से डर के रहोगे नहीं तुम इधर या उधर के वही देश को अब चलाते हैं यारों जो मसले किये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 640 Share Previous Page 2 Next