Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Jul 2018 · 1 min read

31 जुलाई को घटी 5 ऐतिहासिक घटनाएं, जिन्हें कभी भुला नहीं सकेगा हिंदुस्तान

31 जुलाई यानी बहुत ही विशेष दिन :-

इस दिन साल दर साल हम किसी न किसी की जयंती मानते हैं तो किसी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं । आइये जानते हैं वह कभी न भूलने वाली 5 घटनाओं के बारे में –

1- जन्म – हिंदी साहित्य के कभी अस्त न होने वाले सितारे मुंशी प्रेमचंद जी का जन्म।

2- मृत्यु – क्रांतिकारी उधम सिंह को 31 जुलाई 1940 को उन्हें पेंटनविले जेल में फांसी दे दी गई ।
पंजाब के जालियांवाला बाग हत्याकांड का नाम सुनकर किस भारतीय का खून नहीं खौल उठता. आज भी उस नरसंहार का जिक्र होता है तो रोंगटे खड़े हो जाते हैं. लेकिन अंग्रेजों की इस क्रूरता का जवाब एक क्रांतिकारी ने दिया था, जिसका नाम था सरदार ऊधम सिंह. ये ऐसे वीर सपूत थे जिन्होंने 21 साल बाद ही सही लेकिन अंग्रेजों से उनकी सरजमीं पर ही इस घटना बदला लिया और 1940 में उन्हें आज ही के दिन फांसी दे दी गई ।

3- हिंदी सिनेमा के सुप्रसिद्ध सुपरहिट गायक मोहम्मद रफी की दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु ।

4- स्वतंत्रता सेनानी और समाज सेवक आशुतोष दास का निधन 1941 में हुआ।

5- राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने 31 जुलाई 1933 में हमेशा के लिए साबरमती आश्रम छोड़ा।

Language: Hindi
Tag: लेख
637 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

प्रेम जरूरत से है तो पीछे हट जाएँ
प्रेम जरूरत से है तो पीछे हट जाएँ
Dr. Sunita Singh
वो ज़माना कुछ और था जब तस्वीरों में लोग सुंदर नही थे।
वो ज़माना कुछ और था जब तस्वीरों में लोग सुंदर नही थे।
Rj Anand Prajapati
पितृ दिवस
पितृ दिवस
Dr.Pratibha Prakash
"Jun88 là một trong những nhà cái có kho game trả thưởng đa
jun88net
****हमारे मोदी****
****हमारे मोदी****
Kavita Chouhan
पुरुषो को प्रेम के मायावी जाल में फसाकर , उनकी कमौतेजन्न बढ़
पुरुषो को प्रेम के मायावी जाल में फसाकर , उनकी कमौतेजन्न बढ़
पूर्वार्थ
दुःख सुख
दुःख सुख
Dr.Priya Soni Khare
गाँव भइल आखाड़ा
गाँव भइल आखाड़ा
आकाश महेशपुरी
तेरे होने से ही तो घर, घर है
तेरे होने से ही तो घर, घर है
Dr Archana Gupta
किसने किससे क्या कहा,रहे इसी की फिक्र.
किसने किससे क्या कहा,रहे इसी की फिक्र.
RAMESH SHARMA
*तू नहीं , तो  थी तेरी  याद सही*
*तू नहीं , तो थी तेरी याद सही*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
" कैसा हूँ "
Dr Mukesh 'Aseemit'
"Don't cling to someone just because you're lonely. We all e
पूर्वार्थ देव
राख के धुंए में छिपा सपना
राख के धुंए में छिपा सपना
goutam shaw
क्षणिका :
क्षणिका :
sushil sarna
एक समझदार मां रोते हुए बच्चे को चुप करवाने के लिए प्रकृति के
एक समझदार मां रोते हुए बच्चे को चुप करवाने के लिए प्रकृति के
Dheerja Sharma
Essence of Happiness
Essence of Happiness
Deep Shikha
सुबह देखता हूं शाम देखता हूं
सुबह देखता हूं शाम देखता हूं
Rituraj shivem verma
जीवन की कड़ियाँ
जीवन की कड़ियाँ
Er.Navaneet R Shandily
उसी वक़्त हम लगभग हार जाते हैं
उसी वक़्त हम लगभग हार जाते हैं
Ajit Kumar "Karn"
विरहन प्रियतमा
विरहन प्रियतमा
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
इल्म
इल्म
Bodhisatva kastooriya
मां शारदा की वंदना
मां शारदा की वंदना
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
इक अदा मुझको दिखाया तो करो।
इक अदा मुझको दिखाया तो करो।
सत्य कुमार प्रेमी
देशभक्ति
देशभक्ति
विशाल शुक्ल
"परछाई"
Dr. Kishan tandon kranti
एक बेवफा का प्यार है आज भी दिल में मेरे
एक बेवफा का प्यार है आज भी दिल में मेरे
VINOD CHAUHAN
छंदमुक्त काव्य?
छंदमुक्त काव्य?
Rambali Mishra
बड़ी अदा से बसा है शहर बनारस का
बड़ी अदा से बसा है शहर बनारस का
Shweta Soni
जिंदगी के अनुभव– शेर
जिंदगी के अनुभव– शेर
Abhishek Soni
Loading...