13 अप्रैल

13 अप्रैल#बधाई
हर ऋतु, हर मौसम में खेतों से खलिहानों तक खून पसीना एक कर अन्न धन उपजाने वाले वास्तविक श्रमजीवी धरतीपुत्रों को।
(प्रणय प्रभात)
*******************”””””””””””””””””””””””””””””””””
13 अप्रैल#बधाई
हर ऋतु, हर मौसम में खेतों से खलिहानों तक खून पसीना एक कर अन्न धन उपजाने वाले वास्तविक श्रमजीवी धरतीपुत्रों को।
(प्रणय प्रभात)
*******************”””””””””””””””””””””””””””””””””