दोहे

दोहे
राधा पूछें श्याम से, यह कैसा यदुवंश।
बूचड़ में खुशबू लगे, बदबू मय गौवंश।।
गिरधर गौ को पालकर, नाम धरे गोपाल।
गौ को गंदा कह रहे, अब यदुवंशी लाल।।
©दुष्यन्त ‘बाबा’
दोहे
राधा पूछें श्याम से, यह कैसा यदुवंश।
बूचड़ में खुशबू लगे, बदबू मय गौवंश।।
गिरधर गौ को पालकर, नाम धरे गोपाल।
गौ को गंदा कह रहे, अब यदुवंशी लाल।।
©दुष्यन्त ‘बाबा’