कौन किसकी कहानी सुनाता है
-एक गलती की सजा भुगत रहा हु -
" ऐसा रंग भरो पिचकारी में "
यही मेरे दिल में ख्याल चल रहा है तुम मुझसे ख़फ़ा हो या मैं खुद
ख़ुदकुशी का एक तरीका बड़ा जाना पहचाना है,
कुछ बीते हुए पल -बीते हुए लोग जब कुछ बीती बातें
"वन से लगन लगाओ ना..! "
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
दिन देखे नहीं, देखे नहीं रात
*चाटुकारिता सीख गए तो, जाओगे दरबारों में (हिंदी गजल)*
न रूह की आवाज उसतक पहुंच पाई,