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1 Aug 2024 · 1 min read

ऐ चांद! तुम इतराते

ऐ चांद! तुम इतराते
क्यों हो
मैंने एक और चांद देखा है,
तुझमें तो दाग है, किंतु उसे बेदाग देखा है।

2 Likes · 2 Comments · 101 Views

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