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31 Mar 2025 · 1 min read

दरबार सजा दिया, तेरी थाल भी सजा दी है

दरबार सजा दिया, तेरी थाल भी सजा दी है
करके श्रृंगार तेरा, तुझे लाल चुनरी भी ओढ़ा दी है
पुष्प रख दिए हैं, फलाहार रखा दिया है
धूप दीप जला हमने,तेरा दरबार महका दिया है

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