पत्नी
हमारे पंडितजी थे बड़े सिम्पल !
पर उनको पत्नी मिल गई डिम्पल !!
अब पंडितजी की वेष भूषा
मार्डन-मार्डन नजर आती है !
जिसे देखकर कुंवारी लड़कियां भी शरमा जाती है !!
अचानक हमने पंडितजी से पूछा आज !
पंडितजी बताइए इसका राज !!
आप दिन व दिन चुलबुले नजर आ रहे है!
झील के पानी में बुलबुले की तरह समझ आ रहे है !!
झट बताइए इसका कारण ?
और दीजिए जोरदार उदाहरण !!
पंडितजी बोले, शुक्ल जी !
हमें और हमारे गुरूजी को दिखा है !
शास्त्रों में लिखा है !!
इंसान पर लाख मुसीबत आए !
पर उससे न घबराए उस पर भी मुस्कुराएं !!
बस, मैं शास्त्रों की इसी बात को सार्थक कर रहा हूं !
जब से हुई है शादी आंसू बहा रहा हूं !
अरे आफत गले पड़ी है उसे हंसते हंसते निभा रहा हूं !!
• विशाल शुक्ल