रुबाइयों में बहता इश्क है मेरा दिल में बहता

रुबाइयों में बहता इश्क है मेरा दिल में बहता
ऐसा रिश्ता है मेरा बेपनाह बेदार सा रिश्ता मेरा
ऐसा इश्क है मेरा बेबसी बेपनाह और बेदर्दी में पड़ा ऐसा दिल है रुबाइयों
रुबाइयों भरा इश्क है मेरा कि कहते तो हैं सभी कि छोड़ दूँ रुबाइयों इस दुनिया का
दस्तूर क्या है मेरा ये मुकाम ऐसा है कि क्या बंदिश है मेरा ऐसी अनमोल और ऐसी दीदार के वास्ते की रुबाइयों ने कि अब बोले हैं दुनिया में क्या वजूद है तेरा क्या सुजूद है तेरा क्या उजूद है तेरा
रुबाइयों बहता बस इश्क है मेरा कि दिल फनाह होने को जी चाहता है टूट कर बिखर जाऊँ ऐसा मेरा दिल चाहता है
सोचता हूँ रुबाइयों कई बार कि कैसे मैं आगे बढ़ूँ लेकिन रुक जाता हूँ रुबाइयों कई सौ बार बेदर्दी के इस आलम ने ऐसा मुझे मारा है कि मैं टूट कर बिखर गया तभी मुझे कोई जोड़ने न आया है ऐसा मेरा बेपनाह प्यार है ऐसा चलता रहता
ये सारा खेल संसार का है।
मैं तो पड़ा बेचारा एक आशिक दीवाना, इस दुनिया में खेल का तो ना जानता हूँ मैं, बस जानता हूँ मैं इस दुनिया के भोले चेहरों के बारे में।
रुबाइयों में बहता इश्क है मेरा
तुम्हारी आँखों में चमक है, तुम्हारे चेहरे पर मुस्कान है। तुम्हारे बालों में लहरें हैं, तुम्हारे दिल में प्यार की धुन है। तुम्हारी मुस्कान से दिन रोशन होता है, तुम्हारी आवाज से दिल खुश होता है। तुम्हारी खूबसूरती से दुनिया रंगीन होती है, तुम्हारी मौजूदगी से जिंदगी सुहानी होती है। तुम्हारी खूबसूरती को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता, तुम्हारी मुस्कान को दिल में बसाया नहीं जा सकता। तुम्हारी आँखों में देखकर दिल खुश हो जाता है, तुम्हारी मौजूदगी में जिंदगी सुहानी हो जाती है।
Rachanakaar -baabiya khatoon