नज़र से क्यों कोई घायल नहीं है...?
बड़भागिनी
Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी)
हर कोई रोशन भी कितना हो सकता है
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
जिन्दगी से भला इतना क्यूँ खौफ़ खाते हैं
“इटरमीडियट कैड़र का ड्रामा प्रतियोगिता”
*सदियों बाद पधारे हैं प्रभु, जन्मभूमि हर्षाई है (हिंदी गजल)*
गीत मौसम का
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
हम यथार्थ सत्य को स्वीकार नहीं कर पाते हैं
अस्त-व्यस्त सी सलवटें, बिखरे-बिखरे बाल।
*वो एक वादा ,जो तूने किया था ,क्या हुआ उसका*
वैसे जीवन के अगले पल की कोई गारन्टी नही है