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19 Jun 2024 · 1 min read

हम यथार्थ सत्य को स्वीकार नहीं कर पाते हैं

हम यथार्थ सत्य को स्वीकार नहीं कर पाते हैं
क्योंकी हम अपने मानें हुए सत्य को जीते हैं
_ सोनम पुनीत दुबे

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