मैं उस पल में ख़ुद को छोड़ आई हूँ

मैं उस पल में ख़ुद को छोड़ आई हूँ
और माँ की याद वहाँ से साथ में उठा लाई हूँ
कौन कहता है वक़्त बीत गया हैं
मैं आज भी उन्हीं पलों में ख़ुद को खोया हुआ पाई हूँ…!!
मधु गुप्ता “अपराजिता”
मैं उस पल में ख़ुद को छोड़ आई हूँ
और माँ की याद वहाँ से साथ में उठा लाई हूँ
कौन कहता है वक़्त बीत गया हैं
मैं आज भी उन्हीं पलों में ख़ुद को खोया हुआ पाई हूँ…!!
मधु गुप्ता “अपराजिता”