औरत

✍️—–क्या औरतों में अक्ल नहीं होती?✍️🌹
– क्या औरतों में अक्ल नहीं होती?
– औरत परिवार की देखभाल करती है। अपने प्रियजनों
की तन मन से सेवा करती है’ क्योंकि औरत में अक्ल नहीं होती।
-औरत परिवार के मर्म को समझती है, क्योंकि औरत में अक्ल नहीं होती।
-औरत अपनी जान पर खेलकर पति के वंश को आगे बढ़ाती है। अपनी सुन्दरता को न्योछावर करती है, क्योंकि औरत में अक्ल नहीं होती ।
-औरत एक प्रेमिका की तरह पति का दिल बहलाती है।जब पति थका- हारा,टूटा, नाकाम घर लौटता है। तब वह उसके दर्द को अपने में समेट लेती है, क्योंकि औरत में अक्ल नहीं होती है।
-अगर कोई उसके परिवार अथवा पति के सम्मान में गुस्ताखी करता है तो सामने ढाल की तरह खड़ी हो जाती है, क्योंकि औरत में अक्ल नहीं होती ।
-पति के बच्चों को हां पति के बच्चों की परवरिश, परिवार की और बच्चों की तरक्की के लिए करती है।
उनकी शिक्षा-दीक्षा पर पूरा ध्यान देती है। घर का सभी काम स्वयं करती है, क्योंकि औरत में अक्ल नहीं होती।
-सुबह सूरज निकलने से पहले बिस्तर छोड़ कर पूरा दिन इधर से उधर काम में व्यस्त रहती है। हर सदस्य की जरूरत का ख्याल रखती है, क्योंकि औरत में अक्ल नहीं होती ।
–अपने दुख को छुपाकर परिवार के सुख का ध्यान रखती है, क्योंकि औरत में अक्ल नहीं होती ।
-अपनी जरूरतों का गला घोंटकर परिवार की जरूरत पूरी करती है, क्योंकि औरत में अक्ल नहीं होती है।
-पति के साथ कन्थे से कन्धा मिलाकर चलती है, क्योंकि औरत में अक्ल नहीं होती ।
—सिर्फ पति ही नहीं अपने माता-पिता के यहां भी औरत बेटी होते हुए भी समाज में अपना स्थान बनती है। अपने माता-पिता का नाम ऊंचा करती है। हर क्षेत्र में अब महिला आगे बढ़ रही है। किस लिए? अपने परिवार को सम्मान दिलाने के लिए फिर भी औरत में अक्ल नहीं होती!!!
-फिर भी औरत में अक्ल नहीं होती! 😭
🌹✍️ -शगुफ्ता रहमान ‘सोना’✍️🌹