दिल ने,दिल से कुछ ऐसे दिल का रिश्ता तोड़ लिया,
भावों को व्यक्त कर सकूं वो शब्द चुराना नही आता
#हार गए हम जीवनखेला
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
गीत- सवालों में ज़वाबों में...
वक्त आने पर भ्रम टूट ही जाता है कि कितने अपने साथ है कितने न
Black Holes and Dark Matter: Exploring the Connection
हृदय वीणा हो गया।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
मुक्तक - यूं ही कोई किसी को बुलाता है क्या।
दुनिया में हज़ारों हैं , इन्सान फ़रिश्तों से ,
भारतीय ग्रंथों में लिखा है- “गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुर
*कुछ रखा यद्यपि नहीं संसार में (हिंदी गजल)*
सवाल सिर्फ आँखों में बचे थे, जुबान तो खामोश हो चली थी, साँसों में बेबसी का संगीत था, धड़कने बर्फ़ सी जमीं थी.......
जो कमाता है वो अपने लिए नए वस्त्र नहीं ख़रीद पाता है
मुहब्बत गीत गाती है करिश्मा आपका है ये