"गौरतलब"
“गौरतलब”
दवा बन जाता है दर्द कभी,
किसी को खबर नहीं होती।
लोग कुछ भी कहे ऐ जिंदगी,
तेरे बगैर गुजर नहीं होती।
“गौरतलब”
दवा बन जाता है दर्द कभी,
किसी को खबर नहीं होती।
लोग कुछ भी कहे ऐ जिंदगी,
तेरे बगैर गुजर नहीं होती।