Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Sep 2024 · 1 min read

भारतीय ग्रंथों में लिखा है- “गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुर

भारतीय ग्रंथों में लिखा है- “गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः। गुरुः साक्षात् परं ब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नम:।।“ अर्थात गुरु ही ब्रह्मा है, गुरु ही विष्णु है, गुरु ही शंकर है; गुरु ही साक्षात् परब्रह्म हैं, उन सद्गुरु को मैं प्रणाम करती हूँ। अगर इसका अर्थ सरल शब्दों में कहूँ तो, इस संसार में गुरु से बढ़कर कोई दूसरा नहीं है। आप उम्र से कितने भी बड़े हो जाएँ, कितने बड़े पंडित या विद्वान हो जाएँ, फिर भी गुरु की सेवा व उनके ज्ञान की सदा हमें जरूरत है। जैसे भगवान इस संसार की रक्षा कर रहे हैं, वैसे ही शिक्षक इस संसार में रहते हुए अपने कर्तव्य निभा रहे हैं। इसलिए सदा गुरु का सम्मान करना, प्रणाम करना, उनके आदर्श-अनुशासन स्वीकार करना हम सबके लिए आवश्यक है, तभी हम सब अपने जीवन का कुशलतापूर्वक निर्वाह कर सकते हैं। अंत में मैं अपने उन सभी गुरुजनों को प्रणाम करती हूँ, जिन्होंने मुझे इतना कुछ सिखाया।

सकुन्तला गुणतिलक
श्रीलंका

Language: Hindi
145 Views

You may also like these posts

तिनका तिनका सजा सजाकर,
तिनका तिनका सजा सजाकर,
AJAY AMITABH SUMAN
ग़ज़ल _ वफ़ा के बदले , वफ़ा मिलेगी ।
ग़ज़ल _ वफ़ा के बदले , वफ़ा मिलेगी ।
Neelofar Khan
नाजुक देह में ज्वाला पनपे
नाजुक देह में ज्वाला पनपे
डॉ. दीपक बवेजा
नशीहतें आज भी बहुत देते हैं जमाने में रहने की
नशीहतें आज भी बहुत देते हैं जमाने में रहने की
शिव प्रताप लोधी
समय को भी तलाश है ।
समय को भी तलाश है ।
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
✍️ कलम हूं ✍️
✍️ कलम हूं ✍️
राधेश्याम "रागी"
बिछोह
बिछोह
Lalni Bhardwaj
उतरे हैं निगाह से वे लोग भी पुराने
उतरे हैं निगाह से वे लोग भी पुराने
सिद्धार्थ गोरखपुरी
सखि री !
सखि री !
Rambali Mishra
तेरी याद मै करता हूँ हरपल, हे ईश्वर !
तेरी याद मै करता हूँ हरपल, हे ईश्वर !
Buddha Prakash
कौन गया किसको पता ,
कौन गया किसको पता ,
sushil sarna
बिना पढ़े ही वाह लिख, होते हैं कुछ शाद
बिना पढ़े ही वाह लिख, होते हैं कुछ शाद
RAMESH SHARMA
.
.
Ragini Kumari
तन्हाई को जीते जीते
तन्हाई को जीते जीते
हिमांशु Kulshrestha
मील का पत्थर
मील का पत्थर
Nitin Kulkarni
नज़र मिला के क्या नजरें झुका लिया तूने।
नज़र मिला के क्या नजरें झुका लिया तूने।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
#काफिले
#काफिले
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
"इच्छाशक्ति"
Dr. Kishan tandon kranti
हर-दिन ,हर-लम्हा,नयी मुस्कान चाहिए।
हर-दिन ,हर-लम्हा,नयी मुस्कान चाहिए।
डॉक्टर रागिनी
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
हुआ है इश्क जब से मैं दिवानी हो गई हूँ
हुआ है इश्क जब से मैं दिवानी हो गई हूँ
Dr Archana Gupta
जीवन रंगमंच एक पहेली
जीवन रंगमंच एक पहेली
Kavita Chouhan
राम
राम
Sanjay ' शून्य'
बाल कविता: वर्षा ऋतु
बाल कविता: वर्षा ऋतु
Rajesh Kumar Arjun
"हार व जीत तो वीरों के भाग्य में होती है लेकिन हार के भय से
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
मन
मन
MEENU SHARMA
‌सोच हमारी अपनी होती हैं।
‌सोच हमारी अपनी होती हैं।
Neeraj Agarwal
अभिमान है हिन्दी
अभिमान है हिन्दी
अरशद रसूल बदायूंनी
*कर्मठ व्यक्तित्व श्री राज प्रकाश श्रीवास्तव*
*कर्मठ व्यक्तित्व श्री राज प्रकाश श्रीवास्तव*
Ravi Prakash
#आत्मीय_मंगलकामनाएं
#आत्मीय_मंगलकामनाएं
*प्रणय*
Loading...