Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 May 2024 · 1 min read

Thought

Thought

Your dedication to your task always leads you to reach the destination in time with great success in all spheres.

Anil Kumar Gupta “Anjum”

1 Like · 168 Views
Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
View all

You may also like these posts

खिड़कियाँ
खिड़कियाँ
Kanchan Advaita
मेरे अधरों का राग बनो ।
मेरे अधरों का राग बनो ।
अनुराग दीक्षित
गोपियों का विरह– प्रेम गीत
गोपियों का विरह– प्रेम गीत
Abhishek Soni
विभेद दें।
विभेद दें।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
मैं अपना यौवन देता हूँ !
मैं अपना यौवन देता हूँ !
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
विजेता
विजेता
Sanjay ' शून्य'
कौन है ज़िंदा ……
कौन है ज़िंदा ……
sushil sarna
" तुम "
Dr. Kishan tandon kranti
पाक दामन मैंने महबूब का थामा है जब से।
पाक दामन मैंने महबूब का थामा है जब से।
Phool gufran
मांझी मोड़ ले नांव अब
मांझी मोड़ ले नांव अब
Shekhar Chandra Mitra
अब ऐसी कोई लालसा नहीं
अब ऐसी कोई लालसा नहीं
अनिल "आदर्श"
जब  बगावत  से  हासिल  नहीं  कुछ  हुआ !
जब बगावत से हासिल नहीं कुछ हुआ !
Neelofar Khan
ठीक है चंदन बनें, महका करें,
ठीक है चंदन बनें, महका करें,
*प्रणय*
मैं भटकता ही रहा दश्त ए शनासाई में
मैं भटकता ही रहा दश्त ए शनासाई में
Anis Shah
हौसले से जग जीतता रहा
हौसले से जग जीतता रहा
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
सरकारी दामाद
सरकारी दामाद
पूर्वार्थ
हे ब्रह्माचारिणी जग की शक्ति
हे ब्रह्माचारिणी जग की शक्ति
रुपेश कुमार
उम्र
उम्र
seema sharma
कोई शुहरत का मेरी है, कोई धन का वारिस
कोई शुहरत का मेरी है, कोई धन का वारिस
Sarfaraz Ahmed Aasee
2965.*पूर्णिका*
2965.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चाहे जितना भी रहे, छिलका सख्त कठोर
चाहे जितना भी रहे, छिलका सख्त कठोर
RAMESH SHARMA
प्रेषित करें प्रणाम
प्रेषित करें प्रणाम
महेश चन्द्र त्रिपाठी
कोई होटल की बिखरी ओस में भींग रहा है
कोई होटल की बिखरी ओस में भींग रहा है
Akash Yadav
सदविचार
सदविचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
अंत बुराई का होता है
अंत बुराई का होता है
Sonam Puneet Dubey
साधिये
साधिये
Dr.Pratibha Prakash
कितनी उम्मीद है लोगों की हमसे,
कितनी उम्मीद है लोगों की हमसे,
Ajit Kumar "Karn"
अंतरात्मा की आवाज
अंतरात्मा की आवाज
SURYA PRAKASH SHARMA
ख़ैर कुछ और दिन लगेंगे तुमसे कुछ कहने को,
ख़ैर कुछ और दिन लगेंगे तुमसे कुछ कहने को,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*न्याय दिलाओ*
*न्याय दिलाओ*
Madhu Shah
Loading...