Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Mar 2025 · 1 min read

छुपे राज( ग़ज़ल)

ग़ज़ल
छुपे राज दिल के बताती है बातें,
परेशान का दिल लुभाती है बातें।
چھپے راز دل کے بتاتی ھیں باتیں
پریشان کا دل لبھاتی ھیں باتیں
कहां चुप है रहना कहां बोलना है,
हुनर ऐसा सब को सिखाती हैं बातें।
کھاں چپ ھے رھنا کھاں بولنا ھے
ہنر ایسا سبکو سکھاتی ھیں باتیں
मिलन दो दिलों का जहां पर हुआ था,
वहां का फसाना सुनाती है बातें।
ملن دو دلوں کا جہاں پر ھوا تھا
وھاں کا فسانہ دکھاتی ھیں باتیں
जफाओं के बदले वफा कैसे करना,
तरीका यह हमको बताती है बातें।
جفاؤں کےبدلے وفا کیسے کرنا
طریقہ یہ ھمکو بتاتی ھیں باتیں
खमोशी को छोड़ो जो दिल में है बोलो,
दिलों की अदावत मिटाती हैं बातें।
خموشی کو چھوڑو جو دل میں ھے بولو
دلوں کی عداوت مٹاتی ھیں باتیں
यही इश्क मेरा नहीं कोई नफरत,
यहीं दिल की हस्ती मिटाती है बातें।
یہی عشق میرا نہیں کوئی نفرت
یہی دل کی ہستی مٹاتی ہے باتیں
बहुत काम की है बातें ये सोना,
बहुत उजड़ी बस्ती बसाती है बातें।
بہت کام کی ہیں باتیں یہ سونا ،
بہت اجڑی بستی بساتی ہیں باتیں
शगुफ्ता रहमान ‘सोना ‘
ऊधम सिंह नगर, उत्तराखंड
شگفتہ رحمان سونا اودھم سنگھ نگر اتراکھنڈ

Language: Hindi
28 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

बैठा दिल जिस नाव पर,
बैठा दिल जिस नाव पर,
sushil sarna
खोकर अपनों को यह जाना।
खोकर अपनों को यह जाना।
लक्ष्मी सिंह
मुझसे बेज़ार ना करो खुद को
मुझसे बेज़ार ना करो खुद को
Shweta Soni
"पड़ाव"
Dr. Kishan tandon kranti
हर प्रेम कहानी का यही अंत होता है,
हर प्रेम कहानी का यही अंत होता है,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
बुढ़ापा आता है सबको, सभी एहसास करते हैं ! उम्र जब ढ़लने लगती ह
बुढ़ापा आता है सबको, सभी एहसास करते हैं ! उम्र जब ढ़लने लगती ह
DrLakshman Jha Parimal
Togetherness
Togetherness
Dr Archana Gupta
गुजरी जो बीती गलियों से
गुजरी जो बीती गलियों से
Chitra Bisht
औरत.....?
औरत.....?
Awadhesh Kumar Singh
मुहब्बत का मौसम है, बारिश की छीटों से प्यार है,
मुहब्बत का मौसम है, बारिश की छीटों से प्यार है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अखिला कुमुदिनी
अखिला कुमुदिनी
संतोष सोनी 'तोषी'
24/229. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/229. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आशा!
आशा!
Rashmi Sanjay
😊प्रभात-संदेश😊
😊प्रभात-संदेश😊
*प्रणय प्रभात*
ऋतु शरद
ऋतु शरद
Sandeep Pande
नशे की लत
नशे की लत
Kanchan verma
वहाॅं कभी मत जाईये
वहाॅं कभी मत जाईये
Paras Nath Jha
जिंदगी ने एक बात बहुत अच्छी तरह सिखा दी है
जिंदगी ने एक बात बहुत अच्छी तरह सिखा दी है
Ishwar
ईश्वर
ईश्वर
Shyam Sundar Subramanian
काश की रात रात ही रह जाए
काश की रात रात ही रह जाए
अश्विनी (विप्र)
विजय बिजनौरी
विजय बिजनौरी
विजय कुमार अग्रवाल
खाया रसगुल्ला बड़ा , एक जलेबा गर्म (हास्य कुंडलिया)
खाया रसगुल्ला बड़ा , एक जलेबा गर्म (हास्य कुंडलिया)
Ravi Prakash
कब बरसोगे बदरा
कब बरसोगे बदरा
Slok maurya "umang"
बस तुम्हारे ही सपने संझोते रहे।
बस तुम्हारे ही सपने संझोते रहे।
Abhishek Soni
“सच्चे रिश्ते की नींव, विश्वास और समझ”
“सच्चे रिश्ते की नींव, विश्वास और समझ”
Nikku Kumari
"" मामेकं शरणं व्रज ""
सुनीलानंद महंत
स्वार्थी मनुष्य (लंबी कविता)
स्वार्थी मनुष्य (लंबी कविता)
SURYA PRAKASH SHARMA
किस क़दर तन्हा थी
किस क़दर तन्हा थी
हिमांशु Kulshrestha
अमृतध्वनि छंद
अमृतध्वनि छंद
Rambali Mishra
निशब्द
निशब्द
Nitin Kulkarni
Loading...