लीजिए अपना जवान, तो बेइमान निकला

लीजिए अपना जवान, तो बेइमान निकला
समझा था भाईजान, बेबी-जान निकला
तलाशा खुब, उसे उन सभी महफ़िलों में
उसे पूंछा तो किसी का पुष्पक-विमान निकला
~जितेन्द्र कुमार ‘सरकार’
लीजिए अपना जवान, तो बेइमान निकला
समझा था भाईजान, बेबी-जान निकला
तलाशा खुब, उसे उन सभी महफ़िलों में
उसे पूंछा तो किसी का पुष्पक-विमान निकला
~जितेन्द्र कुमार ‘सरकार’