अब ना हार मानेंगे…

अब ना हार मानेंगे…
ना ही रार ठानेंगे…
टूटकर , बिखरकर…
अब तो हम निखर चुके….
मुस्कुराकर जंग यह भी जीत जाएंगे,
फिर से गर टूट गये तो संवर ही जाएंगे,
बार-बार फिर से हम निखर जाएंगे।।
भगवती पारीक ‘मनु’
अब ना हार मानेंगे…
ना ही रार ठानेंगे…
टूटकर , बिखरकर…
अब तो हम निखर चुके….
मुस्कुराकर जंग यह भी जीत जाएंगे,
फिर से गर टूट गये तो संवर ही जाएंगे,
बार-बार फिर से हम निखर जाएंगे।।
भगवती पारीक ‘मनु’